जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने राजसमंद, बांसवाड़ा एवं झुंझुनूं जिले में खाद्य निरीक्षक एवं पुलिस उपनिरीक्षक सहित तीन लोगों को आज रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
ब्यूरो के महानिदेशक का बयान :
# ब्यूरो के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने बताया कि ब्यूरो टीम ने राजसमंद जिले में कार्यरत खाद्य निरीक्षक श्रीराम मिश्रा को एक डेयरी पर कार्रवाई नहीं करने के बदले 10,000 रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि श्री मिश्रा ने परिवादी कालू सिंह चौहान से पीपरडा चौराहा स्थित क्षेत्रपाल डेयरी पर कार्रवाई नहीं करने के एवज में ये रिश्वत मांगी थी।
# श्री त्रिपाठी ने बताया बांसवाड़ा के सदर थाना में कार्यरत पुलिस उपनिरीक्षक मोहन कुमार नीनामा को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि श्री नीनामा ने परिवादी कांतिलाल भील मईड़ा तथा हवजी भील मईड़ा से विनोद कुमार मईड़ा एवं राखव मईड़ा को प्रोडक्शन वारंट नहीं लेने एवं चोरियों के मामले में आरोपी नहीं बनाने के एवज में 15000 रूपये की रिश्वत मांगी गई। उन्होंने बताया कि परिवादी की शिकायत पर ब्यूरो के डूंगरपुर उपाधीक्षक गुलाब सिंह के नेतृत्व में ब्यूरो टीम ने दोपहर में उपनिरीक्षक को 10,000 रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
# इसी तरह झुंझूनूं जिले के मलसीसर उपखंड कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक संदीप कुमार को खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जुड़वाने के बदले 4500 रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। लिपिक ने परिवादी मोहम्म्द रफीक एवं मोहम्मद आदिल से परिवार के तीन राशनकार्ड के नाम खाद्य सुरक्षा योजना में जुड़वाने के लिए प्रत्येक राशनकार्ड के 1500 रूपये की रिश्वत मांगी थी।
ब्यूरो के महानिदेशक का बयान :
# ब्यूरो के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने बताया कि ब्यूरो टीम ने राजसमंद जिले में कार्यरत खाद्य निरीक्षक श्रीराम मिश्रा को एक डेयरी पर कार्रवाई नहीं करने के बदले 10,000 रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि श्री मिश्रा ने परिवादी कालू सिंह चौहान से पीपरडा चौराहा स्थित क्षेत्रपाल डेयरी पर कार्रवाई नहीं करने के एवज में ये रिश्वत मांगी थी।
# श्री त्रिपाठी ने बताया बांसवाड़ा के सदर थाना में कार्यरत पुलिस उपनिरीक्षक मोहन कुमार नीनामा को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि श्री नीनामा ने परिवादी कांतिलाल भील मईड़ा तथा हवजी भील मईड़ा से विनोद कुमार मईड़ा एवं राखव मईड़ा को प्रोडक्शन वारंट नहीं लेने एवं चोरियों के मामले में आरोपी नहीं बनाने के एवज में 15000 रूपये की रिश्वत मांगी गई। उन्होंने बताया कि परिवादी की शिकायत पर ब्यूरो के डूंगरपुर उपाधीक्षक गुलाब सिंह के नेतृत्व में ब्यूरो टीम ने दोपहर में उपनिरीक्षक को 10,000 रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
# इसी तरह झुंझूनूं जिले के मलसीसर उपखंड कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक संदीप कुमार को खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जुड़वाने के बदले 4500 रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। लिपिक ने परिवादी मोहम्म्द रफीक एवं मोहम्मद आदिल से परिवार के तीन राशनकार्ड के नाम खाद्य सुरक्षा योजना में जुड़वाने के लिए प्रत्येक राशनकार्ड के 1500 रूपये की रिश्वत मांगी थी।