Wednesday, February 24, 2010

तीन मेटों के खिलाफ मामला दर्ज

भीम। पंचायत समिति भीम की डूंगरखेडा ग्राम पंचायत के तीन मेटों के खिलाफ फर्जी हाजरी भरने और मस्टररोल में हेराफेरी का आरोप लगाया गया है। इस संबंध में ग्राम सचिव ने पुलिस में मामला दर्ज कराया।
थानाधिकारी सुंदरलाल सोनी के अनुसार डूंगरखेडा में मामताजी का मंदिर से फियाजी की बेरी रास्ता निर्माण निरीक्षण में कनिष्ठ तकनीकी सहायक शक्तिसिंह तथा सचिव मुरलीधर वैष्णव ने जांच की तो पता चला कि मेट जफरू काठात ने मस्टररोल में फर्जी हाजरियां भर रखी थी।
निरीक्षण के दौरान मस्टररोल में काट-छांट भी पाई गई। इसी तरह मोहनसिंह ने मौके पर अनुपस्थित मजदूरों की भी हाजरी भर रखी थी। मेट नैनूसिंह ने ने 16 से 20 फरवरी तक की हाजरी लाइन से काट रखी थी। महानरेगा कार्य में अनियमितता को लेकर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।

'एकाग्र होकर अध्ययन करें विद्यार्थी'

कुंवारिया । विद्यार्थी एकाग्र होकर अध्ययन करें तो सफलता निश्चित है। ये विचार रेलमगरा प्रधान रेखा अहीर ने बुधवार को पीपली अहीरान गांव के नोडल केन्द्र पर आयोजित इन्सपायर अवार्ड के चेक वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि पीपली अहीरान सरपंच सुन्दरबाई अहीर, विशिष्ट अतिथि रेलमगरा नरेगा कार्यक्रम अधिकारी लेहरूलाल अहीर, नोडल अघिकारी मांगीलाल जाट, हरीश आचार्य, शंकरलाल रेगर, संतोष कुमावत, रेखा गोराणा, ललित चौधरी थे।
नोडल केन्द्र के शिक्षक श्यामलाल जीनगर, शम्भूलाल कुमावत, इन्द्रमल पालीवाल, शंकरलाल अहीर, चन्द्रशेखर शर्मा, हबीब मोहम्मद रंगरेज आदि ने इन्सपायर अवार्ड के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में पीपली अहीरान उप्रावि के डालचन्द सिरवी, प्रेमपुरा उप्रावि देवीलाल भील, उप्रावि संस्कृत विद्यालय के राधेश्याम अहीर, मेघाखेडा उप्रावि नारायण लाल अहीर को इन्सपायर आवार्ड के तहत पांच हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया। खाखलिया का खेडा विद्यालय में समाजसेवी
विजयप्रकाश सनाढय के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम में यशोदा पूर्बिया को चेक प्रदान किया गया। अध्यक्षता संस्था मदनलाल रेगर ने की। संचालन ललित ने किया।
पीपली आचार्यान। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में विज्ञान विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र किशनलाल कुमावत को इंस्पायर अवार्ड का चेक समारोह में प्रदान किया गया। इस अवसर पर सरपंच मनोहरलाल कीर, कृष्णगोपाल नंदवाना, लोभचंद लोहार, नारायण कुमावत, पूरणमल पहाडिया सहित बडी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।

जिला क्रिकेट संघ ने की आतिशबाजी

राजसमंद। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाने पर जिला क्रिकेट संघ की ओर से चौपाटी पर बुधवार शाम आतिशबाजी की गई। संघ अध्यक्ष प्रदीप पालीवाल के नेतृत्व में संघ के पदाघिकारियों एवं क्रिकेट प्रेमियों ने 15 मिनट तक पटाखे फोडे।
क्रिकेट प्रेमियों ने सचिन तेंदुलकर जिंदाबाद, गिरिराज धरण की जय के नारे भी लगाए। इस अवसर पर संघ के सचिव गिरिराज सनाढ्य, संदीप पालीवाल, जयदेव कच्छावा, घनश्याम पालीवाल, ललित सनाढ्य, गोविंद सनाढ्य, प्रदीप तैलंग, फतहलाल टांक, अख्तर मंसूरी, मुकेश पालीवाल, भीमसिंह सहित बडी संख्या में क्रिकेट प्रेमी मौजूद थे।
देलवाडा। सदर बाजार में सचिन तेंदुलकर के दोहरे शतक पर क्रिकेट प्रेमियों ने आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया। मौके पर जयसिंह राठौड, मनीष खत्री, अर्पित राज, मोहित, मनीष सोनी, रवि जसवंत आदि मौजूद थे। युवाओं ने मौके पर मिठाई भी बांटी।

बाल प्रतिभाएं सम्मानित

कुम्भलगढ। कुम्भलगढ ब्लॉक स्तरीय भारतीय संस्कृति परीक्षा के प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान समारोह बुधवार को केलवाडा के महाराणा कुंभा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुआ। मुख्य अतिथि प्रधान सूरतसिंह दसाणा ने ब्लॉक में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को साहित्य, स्मृति चिह्न व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।
अध्यक्षता करते हुए उपखण्ड अधिकारी भगवतसिंह बारहठ ने कहा कि ऎसी परीक्षाओं से बच्चे संस्कारवान बन सकते हैं। कार्यक्रम में 24 छात्र छात्राओं एवं दस अध्यापकों का सम्मान किया गया। कवि माधव दरक, जिला परिषद सदस्य सत्यनारायण बाहेती, प्रधानाचार्य, खण्ड शिक्षा अधिकारी गायत्री परिवार के सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन कुबेरसिंह सोलंकी ने किया।
देवगढ । गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार की ओर से आयोजित संस्कृति ज्ञान परीक्षा का उपखण्डस्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह शक्ति भवन में खण्ड प्रारम्भिक शिक्षा अघिकारी रमेशचन्द्र त्रिपाठी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। अध्यक्षता संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला संयोजक रामचन्द्र पालीवाल ने की। विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त खण्ड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी प्रहलादसिंह कच्छावा, जमनासिंह पंवार ने की।
समारोह में पांचवीं से बारहवीं तक में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले 48 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इन्हें प्रमाण-पत्र, स्मृति चिह्न, इकलाई व प्रथम पुरस्कार के रूप में दो सौ रूपए, द्वितीय को 150 रूपए एवं तृतीय को एक सौ एक रूपए प्रदान किए गए। समारोह को जमनासिंह पंवार, राधेश्याम स्वर्णकार, शान्तिलाल कलाल एवं डॉ. हरिसिंह ने सम्बोधित किया।
राजसमंद। पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह भाटी ने कहा कि संस्कारयुक्त शैक्षिक पाठयक्रम के माध्यम से स्वस्थ समाज व मजबूत राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। बुधवार को गायत्री शक्तिपीठ पर आयोजित भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रतिभा सम्मान में मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त किए।
अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी जगदीशचन्द्र खण्डेलवाल ने की। विशिष्ट अतिथि उप जिला प्रमुख मदनलाल गुर्जर, जिला परिषद सदस्य कूकसिंह, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माशि) मुकेश राही नवोदय विद्यालय प्राचार्य जी.कृष्णाराव, आलोक के प्राचार्य सुनील त्रिपाठी थे। जिला व राजसमंद तहसील स्तर पर श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वाली 48 बाल प्रतिभाओं को स्मृति चिह्न, नकद राशि, प्रमाण-पत्र, उपरना, साहित्य भेंट किए गए। 31 संस्था प्रधानों को श्रेष्ठ उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत किया गया।

बैठक हंगामेदार, नहीं मिले 'जवाब'

राजसमंद। सहकारी उपभोक्ता भण्डार की बुधवार को यहां नाथद्वारा रोड स्थित सुरभि कॉम्पलेक्स में हुई बैठक हंगामेदार रही। बैठक के दौरान कई बार भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों में कहासुनी हुई। भण्डार के महाप्रबंधक भगवतीलाल सोनी एवं अध्यक्ष मांगीलाल राठाी को सदन में सदस्यों की ओर से उठाए गए कई मुद्दों पर खेद व्यक्त कर माफी भी मांगनी पडी।
महाप्रबंधक ने वार्षिक प्रतिवेदन पढा। भाजपा तथा कांग्रेस आदि दोनों ही पक्षों के सदस्यों ने महाप्रबंधक को लगातार सवाल दागे। नाथद्वारा से आए भण्डार के सदस्य निशिकांत भूतडा व मक्खनलाल कुमावत ने वर्ष 07-08 के लेखों में वर्णित यात्रा भत्ता और काउंटर रखरखाव का मुद्दा उठाया, जिसका जवाब देने में महाप्रबंधक नाकाम रहे। इस पर रोष व्यक्त किया गया।
आमसभा प्रतिनिधि मधु प्रकाश लड्ढा ने निविदाएं मांगे बिना फर्नीचर क्रय करने, कम्प्यूटर खरीद एवं वर्ष 2005 से '09 के दौरान फोटो स्टेट की दुकान में लगातार हो रहे घाटे के संबंध में जानकारी चाही लेकिन पुख्ता जवाब नहीं मिला। महाप्रबंधक ने सदन को लाभ की स्थिति की जानकारी दी लेकिन लड्ढा ने सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त की गई रिपोर्ट को हवा में लहराते हुए उन पर झूठ का आरोप मढा। उन्होंने रिपोर्ट को सदन के सामने रखा।

इस पर सदस्यों ने महाप्रबंधक के खिलाफ रोष व्यक्त कर हंगामा किया। अध्यक्ष राठी ने फोटो स्टेट जांच कमेटी का गठन करने का आश्वासन दिया, तब जाकर हंगामा थमा। इससे पूर्व कृष्णकुमार अग्रवाल ने सदन में भण्डार की ओर से विक्रय की जा रही वस्तुओं का मूल्य बाजार की तुलना में अघिक होने का मुद्दा उठाया, जिस पर अध्यक्ष ने मूल्य निर्धारण कमेटी बनाने का आश्वासन दिया। नवनीत काबरा ने मेडिकल स्टोर नाथद्वारा में अनियमितता का आरोप लगाया।
प्रतिवेदन में कई त्रुटियां सामने आने पर महाप्रबंधक सोनी ने खेद व्यक्त किया तो अध्यक्ष राठी ने जून से पूर्व फिर से आमसभा बुलाकर विस्तृत प्रतिवेदन देने की घोषणा की। इस पर भी हंगामा हुआ। बढते हंगामे के चलते एकबारगी स्थिति बैठक स्थगित करने तक पहुंच गई लेकिन समझाइश व आश्वासन के चलते अन्य प्रस्ताव व निर्णय किए गए।
धन्यवाद प्रस्ताव के बाद बैठक समाप्ति की घोषणा की गई। इस दौरान सदस्य रूपेन्द्र कुमावत, मोहन पुरोहित, प्रवीण नंदवाना, चुन्नीलाल पंचौली, लता मादरेचा, राजेन्द्र सनाढ्य, लक्ष्मीनारायण पालीवाल, नटवर नागर, सुरेश पालीवाल, रामचंद्र पालीवाल, दयाशंकर पालीवाल, अजय देवपुरा, पुरूषोत्तम राठी आदि मौजूद थे। बैठक में गत आमसभा की कार्रवाई की पुष्टि कर नए वित्तीय वर्ष 2010-2011 के बजट की स्वीकृति दी गई।

Tuesday, February 23, 2010

दूसरे दिन भी कुएं से नहीं निकला रोजडे का शव

गिलूण्ड। मालीखेडा गांव के एक कुएं में गिरे रोजडे की वन कर्मियों की लापरवाही के कारण हुई मौत के बाद मंगलवार को दूसरे दिन भी मृत रोजडे के शव को कुएं से बाहर नहीं निकाला जा सका।
सोमवार को वन कर्मियों का दल घटना स्थल पर पहुंचा, लेकिन शव को निकालने के लिए किसी प्रकार के भी सार्थक प्रयास नहीं किए जा सके। 22 फरवरी से समाचार प्रकाशित होने के बाद मौके पर वन कर्मियों के पहुंचने से पूर्व ही रोजडे की मौत हो गई थी।
ग्रामीणों ने मृत रोजडे के शव को कुएं से बाहर निकालने के लिए वनकर्मियों से गुहार भी की, लेकिन मुंडेर पर बैठी मधुमक्खियों के खौफ से वनकर्मियों ने शव को बाहर निकालने से इनकार कर दिया।
दूसरी ओर कुएं में से मृत रोजडे के शव को दूसरे दिन भी नहीं निकाले जाने से कुएं के आस-पास के क्षेत्र में दुर्गध फैल गई है, जिससे ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि वनकर्मी प्रयास करते तो कुएं में गिरे रोजडे को समय रहते जिंदा निकाला जा सकता था।

ट्रैक्टर चोरी के आरोपी पुलिस रिमाण्ड पर

खमनोर। कस्बे से गत दिनों एक ट्रैक्टर चुराने के मामले में गिरफ्तार तीन अभियुक्तों को न्यायालय ने पुलिस रिमाण्ड पर सौंपा है। अनुसंधान अघिकारी देवेन्द्र सिंह ने बताया कि मामले में लकडवास (उदयपुर) निवासी रतनलाल पुत्र कूका डांगी, लोगर पुत्र भज्जा डांगी एवं वेणीराम पुत्र केशा डांगी को सोमवार को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से सभी आरोपियों को गुरूवार तक पुलिस रिमाण्ड पर रखने का आदेश दिया गया।

पेराफेरी का नियम बना सिरदर्द

कुंवारिया। समीपवर्ती भावा ग्राम पंचायत क्षेत्र के कुछ गांव पेराफेरी नियम के तहत नगरपालिका में चले जाने से ग्रामीण भूखण्ड के पट्टे सहित अन्य दस्तावेजों के लिए ग्राम पंचायत व नगरपालिका के बीच चक्कर काटने को विवश हैं।
भावा ग्राम पंचायत क्षेत्र में जनसंख्या के वृद्धि के साथ वर्षो पहले ग्रामीणों ने तरसिंगडा, बाघपुरा, प्रतापपुरा सहित अन्य गांवों में बसना शुरू कर दिया था। फिलहाल ये गांव पेराफेरी नियम के तहत नगरपालिका क्षेत्र में हैं।
तरसिंगडा के ग्रामीण बंशीलाल ने बताया कि उनके मकान तो ग्राम पंचायत क्षेत्र में है व उसका पट्टा सहित अन्य दस्तावेज बनाने का कार्य नगरपालिका करे तो कार्य काफी दुविधापूर्ण हो जाता है। इससे ग्राम पंचायत के आय के स्रोत भी टूट जाएंगे तथा बस्ती का विकास रूक जाएगा।
बाघपुरा के मोहनसिंह ने बताया कि पांच दशक से पुराने मकानों के पट्टे सहित अन्य परिवर्तन कराने का कार्य पंचायत न करके नगरपालिका कर रही है। ऎसे में ग्रामीण अनावश्यक आर्थिक बोझ उठाने को विवश हैं।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री को पत्र प्रेषित करके ऎसे गांव व बस्तियां जो नगर पालिका क्षेत्र से काफी दूर बसी है, जहां नगरपालिका की सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। ऎसे गांव व बस्तियों के पट्टे व अन्य दस्तावेजों के निर्माण का अधिकार ग्राम पंचायत को देने व पेराफेरी नियम में संशोधन करने की माग की है।
ग्राम पंचायत भाव के भूभाग के पट्टे, दस्तावेजों का निर्माण सहित अन्य कार्य ग्राम पंचायत भावा को ही करने देना चाहिए जिससे ग्राम पंचायत में आय के स्त्रोत भी बढेंगे।
शंकरीदेवी जाट, सरपंच

तीसरे दिन आग पर काबू

कुंभलगढ। लगभग तीन दिन पूर्व स्थानीय वन्यजीव अभयारण्य में धधकी आग पर मंगलवार को तीसरे दिन काबू पाया जा सका। गौरतलब है कि अभयारण्य के पालर, कोटार वल्ला, कांच की घाटी व सिंयाल खादरा क्षेत्र में लगी आग सोमवार को उस समय लगभग 200 से ज्यादा हेक्टेयर क्षेत्र में फैल गई, जब तेज हवाएं चलने लगीं। अभयारण्य में लगी आग की लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। यहां तक कि कुंभलगढ दुर्ग से भी जंगल की आग का नजारा दिखाई दे रहा था, जिससे यहां पहुंचे पर्यटकों ने भी दुर्ग जल्दी खाली कर दिया।
आग की सूचना के बाद क्षेत्रीय वन अघिकारी भंवरसिंह के नेतृत्व में वनपाल महेन्द्रसिंह झाला, वनरक्षक माधोसिंह, देवीसिंह, भरतसिंह, केसर व सोनाराम सहित करीब पचास से साठ ग्रामीणों ने मौके पर जाकर सोमवार को ही आग बुझाने का कार्य शुरू कर दिया था, जो मंगलवार दोपहर तक जारी रहा।
दोपहर लगभग एक बजे आग पर काबू पाया जा सका। फायर बिग्रेड के मौके पर नहीं पहुंचने के कारण ग्रामीण व वनकर्मी प्राकृतिक साधनों से आग पर काबू पाने के प्रयास करते नजर आए। वनकर्मी व क्षेत्र के गवार, आरेट व खरनी टांकडी के ग्रामीण हरे पेड की टहनियों व अन्य साधनों से आग बुझाते नजर आए।
आग पर काबू पाए जाने के बावजूद आधा दर्जन वनकर्मियों के अलावा 60-70 ग्रामीण अभी भी मौके पर ही डेरा डाले हुए हैं। ग्रामीणों में भय है कि तेज चल रही हवाओं से आग दुबारा धधक नहीं जाए। अभयारण्य में आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।

'उचित मूल्य की दुकान पीडीएस हब'

कुंभलगढ। उचित मूल्य की दुकान पीडीएस का हब सेन्टर है जहां गांव के उपभोक्ता का सम्पर्क रहता है। ये विचार जिला रसद अघिकारी उम्मेदसिंह पूनिया ने मंगलवार को तहसील राशन विक्रेताओं की परमहंस धाम केलवाडा पर आयोजित बैठक में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि गांव के हर उपभोक्ता का सम्पर्क उचित मूल्य की दुकान पर रहता है, इसलिए डीलर की पहली प्राथमिकता है कि वो उन्हें मिलने वाली खाद्य समग्री सही समय पर दे ताकि वितरण व्यवस्था सुचारू रहे। इस दौरान पूनिया ने राज्य सरकार के अगले माह से वितरण व्यवस्था के तहत दुकानदारों को एक से पन्द्रह तारीख तक सभी खाद्य सामग्री थोक विके्रता से उठा दुकान पहुंचाने व 20 से 30 तारीख तक वितरण करने के नए निर्देश की जानकारी दी।
उन्होंने दुकान के बाहर राशन सामग्री के सूचना पट्ट के साथ जिला कलक्टर व जिला रसद अघिकारी के फोन नम्बर लिखने के लिए तीन दिन का समय दिया। उन्होंने कहा कि ऎसा नहीं करने वाले विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मेवाड युवा मंडल ने सौंपा ज्ञापन
केलवाडा में नाथद्वारा की गैस एजेन्सी की ओर से पिछले तीन माह से गैस आपूर्ति नहीं करने से नाराज ग्रामीणों ने मेवाड युवा मंडल के अध्यक्ष किशन पालीवाल के नेतृत्व में जिला रसद अघिकारी को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि कस्बे में उक्त गैस एजेन्सी के लगभग 200 से ज्यादा कनेक्शन हैं, लेकिन एजेंसी की ओर से कभी भी समय पर आपूर्ति नहीं की जाती।

Monday, February 22, 2010

खाट से बांधकर ले जाने का प्रयास

देवगढ। दिवेर थाना क्षेत्र के मादा की बस्सी गांव में बीती रात गांव के एक वृद्ध को खेत पर सोते समय दो व्यक्तियों ने खाट पर बांधकर उठा ले जाने का प्रयास किया। इस बीच जाग हो जाने पर 30-40 फीट दूर खाट छोड भागे। मामले का पता सुबह चला जब वृद्ध घर नहीं पहुंचा।
इस पर परिवार वालों ने खोजबीन की। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पीडित को आजाद कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। घटना के पीछे पुरानी रंजिश बताई गई है।
घटना के अनुसार निवर्तमान सरपंच के भाई मांगीलाल पुत्र घीसूलाल माली रविवार रात खेत पर बोई धनिये की फसल की रखवाली के लिए ओडी में खाट पर सो रहे थे, जहां रात करीब 2 से 3 बजे के बीच गांव के छगनलाल पुत्र शेषु माली व अज्ञात व्यक्ति पहुंचे, जिन्होंने उनके दोनो हाथ रस्सी से बांधकर शरीर पर कम्बल ओढा दिया और उसकी पगडी से चारों तरफ से बांधकर उठा ले गए।
ओडी के समीप लोहे की फाटक की आवाज आई और दोनो व्यक्ति खाट सहित उसे छोड भाग खडे हुए। घटना की सूचना सुबह 6 बजे मांगीलाल के घर नहीं पहंुचने पर परिवार वालों ने खोजबीन की। जानकारी मिलने पर गांव के सैकडों महिला-पुरूष मौके पर पहंुचे।
इस संबंध में दिवेर पुलिस को सूचना देने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने खाट पर बंधे मांगीलाल के हाथ-पैर खोलकर उसे आजाद किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर एक आरोपी छगनलाल को गिरफ्तार कर लिया। एक अन्य फरार आरोपी की तलाश जारी है।
पुरानी रंजिश
ग्रामीणों ने बताया कि मादा की बस्सी गांव में माली समाज ने निवर्तमान सरपंच एवं उसके परिवार को समाज से अलग कर रखा है। छह-सात माह पूर्व हटवाए गए अतिक्रमण को लेकर

'लहरों के पार, मेरे मन के तार...'

राजसमंद। लाइट, कैमरा, साउण्ड, एक्शन की आवाज के साथ नौ चौकी पाल स्थित छतरी पर परदे के पीछे से मधुर आवाज में 'लहरों के पार, मेरे मन के तार, अब बजने लगे हैं...' गुंजारित हुई तो हरे लिबास में एक युवती और सफेद शर्ट व नीला जींस पहने युवक ने प्रेमिका के समक्ष प्यार का इजहार किया।
मौका था अरिहंत इंडिया मूवी के बैनर तले मनीष देव पालीवाल के निर्देशन में बन रही हिंदी फिल्म जय करधर बावजी की शूटिंग का। सोमवार को करीब सत्तर सदस्यों पर फिल्म के गीत 'लहरों के पार...' के दो अंतरों का फिल्मांकन किया। शूटिंग देखने शहरवासियों का जमघट लग गया।
हरे टॉप में नायिका पारो (सुमन नेगी) और जींस-शर्ट पहने भोला (दीपेन्द्रसिंह) पर ड्रीम गीत का फिल्मांकन हुआ। फिल्म के निर्माता सुभाष लोढा, रमेश बंबोरी, किशन बोहरा व किशन सिंघवी है।
शेष फिल्मांकन मुम्बई में
बडा भाणुजा स्थित करधर बावजी मंदिर में मुहूर्त के बाद इस फिल्म का फिल्मांकन खमनोर, राजसमंद, उदयपुर, नाथद्वारा आदि स्थानों पर किया गया। अब करीब दस दिन और यहां फिल्मांकन किया जाएगा। इसके बाद फिल्म का करीब तीस फीसदी हिस्सा मुम्बई में शूट किया जाएगा। यह फिल्म मई तक सिनेमाघरों में पहुंचेगी। फिल्म के गायक विनोद राठौड व गायिका तनुश्री हैं। डांस निर्देशक शैलेष कोहली व आरती थापा हैं।

इंतजार है रेलवे लाइन का!

राजसमंद/भीम। आर्थिक पिछडेपन से पार पाने को लेकर लडाई लड रहे राजसमंद मुख्यालय सहित भीम, नरवर-दिवेर-मगरा क्षेत्र को रेलवे लाइन का लंबे समय से इंतजार है।
आवागमन का सुगम साधन उस क्षेत्र के आर्थिक विकास में सहायक होता है, इसका जीता जागता उदाहरण तत्कालीन मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाडिया के प्रयासों से जिला मुख्यालय व भीम होकर निकाला गया राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ है। नगरों-महानगरों तक सडक मार्ग से सीधे जुड जाने के चार-पांच दशकों में मार्बल मण्डी व धर्म नगरी के रूप में विख्यात राजसमंद मुख्यालय सहित आसपास के अन्य कस्बों से उस समय पिछडे भीम ने तरक्की की लंबी छलांग लगाई।
अहमदाबाद, मुम्बई, सूरत, जयपुर सहित अन्य कई बडे नगरों से राजमागों से सीधे जुड जाने के कारण राजसमंद, पाली, भीलवाडा तथा अजमेर जिले की संगम स्थली भीम ने जिलों के व्यवसायियों को आकर्षित किया और गिनने लायक दुकानों की संख्या सैकडों में जा पहुंची।
आज कस्बे में आसपास के कस्बों तथा गांवों के व्यवसायी वर्ग के साथ बडा श्रमिक वर्ग भीम में जीविकोपार्जन कर रहा है। अगर भीम को उत्तर में 55 किलोमीटर दूर ब्यावर तथा दक्षिण में 30 किलोमीटर दूर कामली घाट रेलवे मार्ग से भीम को जोड दिया जाए तो संपूर्ण मगरा तथा इससे जुडे मेवाड व मारवाड के क्षेत्र के विकास का नया अध्याय शुरू हो जाएगा।
आमजन को फायदा
राजसमंद, भीम तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के रोजाना आने-जाने वाले लोगों को रेल के रूप में सस्ता-सुगम तथा सुरक्षित साधन मिल जाएगा। सडक ट्रांसपोर्ट की जगह रेलवे से माल ढुलाई सस्ती होने से नए व्यापार केन्द्र के साथ-साथ छोटे-छोटे उद्योगों के लगने की भी संभावनाएं बढ जाएंगी। क्षेत्र के पर्यटन को बढावा मिलेगा, सडक मार्ग पर यातायात के दबाव में कमी से दुर्घटनाओं में कमी आने से जान-माल की क्षति कम होगी। क्षेत्र पर्यटक स्थलों को नई पहचान मिलेगी।
रेलवे को फायदा
सस्ते सुगम तथा सुरक्षित आवागमन के कारण व्यवसायी तथा श्रमिक वर्ग इससे सफर करेंगे। मार्बल मण्डी की माल ढुलाई से रेलवे को करोडों रूपए का राजस्व मिलेगा। इसके अलावा पर्यटकों की आवाजाही के साथ भीम के व्यापार केन्द्र के रूप में पूरी तरह उभर जाने के बाद अन्य स्रोतों से भी रेलवे के राजस्व में हर साल बढोतरी होगी।

तो फिर यह अवैध क्यों!

कुंभलगढ। जिला मुख्यालय से 11 किलोमीटर दूर केलवाडा रोड पर पुठोल के आर. के. तथा पीपलांत्री सर्कल पर महाराणा प्रताप व कंुभा की प्रतिमाओं को अगर वैध माना जाए तो कुंभलगढ के ओधी चौराहे पर लगी महाराणा प्रताप की प्रतिमा अवैध कैसे हो सकती है! इन दिनों कंुभलगढ की वादियों में यह सवाल आमजन को झकझोर रहा है।
आसपास के निवासियों ने बताया कि ग्राम पंचायत मुण्डोल ने पुठोल चौराहा स्थित आर के सर्कल पर महाराणा प्रताप व यहां से तीन किमी के फासले पर पीपलांत्री ग्राम पंचायत की ओर से सडक के बीचों-बीच सर्कल बना कर महाराणा कुंभा की प्रतिमाएं स्थापित की।
आर. के. चौराहे पर लगी प्रतिमा का अनावरण तत्कालीन गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने कर दिया था वहीं पीपलांत्री चौराहे पर लगी महाराणा कुंभा की प्रतिमा को अनावरण का इंतजार है।
ग्रामीणों का कहना है जब दोनों सर्कल व प्रतिमाएं वैध है, तो कुंभलगढ के ओधी चौराहे पर लगी प्रताप प्रतिमा को सरकार ने अवैध क्यों घोषित किया हुआ है। उल्लेखनीय है कि कुंभलगढ के ओधी चौराहे पर दो वर्ष पूर्व महाराणा प्रताप की प्रतिमा को राज्य सरकार ने यह कहते हुए अवैध घोषित कर दिया था कि वह सर्कल के बीचों-बीच है।
कुंभलगढ में स्थापित प्रताप प्रातिमा को जिला व स्थानीय प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया लेकिन कुछ लोगों ने जिद कर प्रशासन के लाख मना करने के बावजूद उक्त विवादित पेडस्टल पर रातोरात प्रतिमा स्थापित कर दी। यही कारण है कि प्रतिमा आज भी राज्य सरकार की सौतेली नीति का शिकार होकर अवैध की गिनती में है।
नागरिकों ने प्रशासन तथा राज्य सरकार पर एक जैसे दो मामलों में अलग-अलग नीतियां अपनाने का आरोप लगाते हुए ओधी चौराहे पर लगी महाराणा प्रताप की पहली प्रतिमा के संबंध में उचित निर्णय लेने की मांग की है।

Sunday, February 21, 2010

फाग में सराबोर श्रद्धालु

नाथद्वारा। वैष्णव नगरी में रविवार को श्रद्धालुओं का भारी जमावडा रहा। दिन भर की झांकियों के समय जहां चौपाटी, मोती महल, मंदिर मार्ग व गांधी रोड पर खूब रौनक बनी रही, वहीं दिल्ली बाजार, सर्राफा बाजार, बोहरवाडी व मुंबई मार्केट की दुकानों पर खूब खरीदारी हुई।
गोस्वामी तिलकायत इन्द्रदमनजी महाराज के जन्मोत्सव के साथ ही रविवार को मथुरेशजी के पाटोत्सव का भाव रूप भी रचा गया। इस मौके पर नंदालय (मोती महल) पर भव्य रोशनी की गई और हवेली में केसर हल्दी से देहरी पूजन कर कदली खंभ लगाए गए। कीर्तनकार समाज ने श्री लक्ष्मण कुल गाइये श्री वल्लभ... गान के साथ बधाइयां गुंजारित की। रसिया गायकों ने फाग संग जन्मोत्सव से जुडे रसियागान कर माहौल को द्विगुणित कर दिया।
दूल्हा बने गोवर्द्धनधारीश्रीजी व लालन सहित मदन मोहन व विट्ठलनाथजी के युगल स्वरूप को उत्सव भाव का साज श्ाृंगार धराया गया। ठाकुरजी को इस मौके पर मेघ श्याम, ठाडे वस्त्र के साथ पतंगी रंगत की सूथन, चाकदार वागा एवं चोली की सेवा धराकर दुमाला सुशोभित किया गया। शीश फूल, मयूराकृत कुण्डल के साथ ठाकुरजी ने पीताम्बर अंगीकार किया। सखी भाव से वेणी को अष्ट पुष्पों से शृंगारित किया गया और सोने व मीना के आभरण धराए गए। ठाकुरजी के श्रीमस्तक पर सेहरा श्ाृंगारित कर दूल्हे का भाव रचा गया। चंवरी व विवाहोत्सव भाव की पिछवई सुसçज्ात कर विवाह के भावों को रचा गया। श्रीनाथ बैण्ड दल ने गोवर्द्धन पूजा चौक में खडे होकर जन्मोत्सव की मंगल स्वर लहरियां गुंजारित की।

नलकूप का देसी मिस्त्री

कुंवारिया। कोई व्यक्ति चाहे कम पढा लिखा क्यों न हो, लगन और मेहनत से किसी कार्य को करने की ललक हो तो उसके लिए असंभव कुछ भी नहीं रहता। कुछ ऎसा ही काम कर दिखाया है समीपवर्ती ओलनाखेडा ग्राम पंचायत के गांव शम्भूपुरा के पांचवीं पास किसान चतुर्भुज कुमावत ने। उसने अपने दिमाग और मेहनत से तैयार औजारों से ऎसा काम किया है, जहां वैज्ञानिकों की ओर से तैयार उपकरणों ने भी जवाब दे दिया था। चतुर्भुज ने अपने हाथों से तैयार औजारों के माध्यम से गांव के चेना कुमावत के बाडे में लगे करीब 600 फीट गहरे नलकूप में 100 फीट की गहराई में अटके लोहे की 100 किलो वजनी व 12 फीट लम्बी शॉफ्ट (राड) निकाल कर सभी को हैरत में डाल दिया।
यह शॉफ्ट कुछ दिन पूर्व नलकूप में पत्थर गिरने के बाद उसे तोडने के लिए चलाई गई थी, जो अन्दर फंस गई। जेसीबी मशीन, टै्रक्टर आदि के माध्यम से शॉफ्ट व पत्थर निकालने के खूब प्रयास किए, लेकिन नहीं निकले। चतुर्भुज ने पांच घंटे के परिश्रम से नलकूप को पूरी तरह से दुरूस्त कर दिखाया। इसकी सूचना पर सरदारगढ के नायब तहसीलदार सूरजपाल सिंह सहित बडी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहंुचे और चतुर्भुज की प्रशंसा की। चतुर्भुज ने इसी तरह का दूसरा काम क्षेत्र के मण्डफरी महादेव मंदिर परिसर स्थित पांच सौ फीट गहरे नलकूप को तैयार करके किया। पेडों की जडे व मिट्टी आने से नलकूप बन्द हो गया था, जिसे उसने अपने देसी औजारों की सहायता से बाहर निकाल दिया।
हुक का कमालचतुर्भुज ने एक ऎसी हुक तैयार की है जिसे नलकूप में डाल कर रॉड से घुमाने पर फंसी हुई सारी जडें कट कर बाहर आ जाती है। इसी तरह एक ऎसी çस्ंप्रग तैयार की है, जिसे नलकूप में डाल पत्थर व टुकडों को बाहर निकाला जा सकता है।

नहीं हटेंगे कम्प्यूटर ऑपरेटर

राजसमंद। राजसमंद जिले में महानरेगा के तहत गत 21 दिसम्बर से नियुक्त कम्प्यूटर ऑपरेटर (मय मशीन) को हटाने पर उच्च न्यायालय की जोधपुर पीठ ने स्थगन लगाते हुए अग्रिम आदेश तक यथास्थिति रखने के निर्देश दिए हैं।
जिले में महानरेगा के तहत सभी 206 ग्राम पंचायतों में गत दिसम्बर माह में 206 कम्प्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति की गई थी। सभी को एक वर्ष के अनुबंध के आधार पर नियुक्ति दी गई थी, लेकिन नियुक्ति देते वक्त राज्य सरकार ने 28 फरवरी 2010 को अंतिम कार्य दिवस घोषित किया था।
महज ढाई माह को एक वर्ष मानने के राज्य सरकार के निर्णय के विरूद्ध सभी कम्प्यूटर ऑपरेटरों ने एकजुट होकर संघर्ष का रूख अपनाते हुए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। प्रार्थी दामोदर प्रसाद मीणा व अन्य बनाम राज्य सरकार और अन्य के मामले में दायर याचिका पर न्यायाधीश संगीता लोढा ने निर्णय सुनाते हुए अग्रिम सुनवाई तक यथास्थिति रखने और नियुक्त सभी कम्प्यूटर ऑपरेटरों को नहीं हटाने के निर्देश दिए।

सरकारी सीमेंट निजी गोदाम मे

कुभलगढ। कुंभलगढ वन्यजीव अभयारण्य (सामाजिक वानिकी) की ओर से वर्ष 2009-10 में स्वीकृत विभागीय निर्माण कार्यो के लिए आए करीब छह हजार सीमेंट के बैग कार्यस्थल के बजाय चिह्नित स्थानों एवं दुकानदारों के यहां उतारने का मामला प्रकाश में आया है।
घटनाक्रम के अनुसार केलवाडा के एक कपडा व्यवसायी के गोदाम में वन विभाग के नोट फॉर सेल ट्रेड वाले सीमेंट बैग रविवार सुबह 10 बजे टर्बो गाडी से उतारे जा रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर पंचायत समिति सदस्य शंभुपूरी गोस्वामी व उपसरपंच मनोहर टांक ने स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी दी। इस पर उपखण्ड अघिकारी भगवतसिंह बारहठ के निर्देशन में वृत्त निरीक्षक दयाराम फडौदा मय जाब्ता घटनास्थल पर पहंुचे और सीमेंट गोदाम को सील कर दिया। बचे सीमेंट बैग सहित गाडी को थाने ले गए। ट्रक में करीब सवा तीन सौ बेग थे।
विभाग की ओर से स्वीकृत निर्माण कार्यो के लिए सीमेंट के 6600 बैग ब्यावर से मंगाए गए हैं, जो नाथद्वारा, कुंभलगढ में कई स्थानों पर जगह के अभाव में उतारे जा रहे हैं।मणिशंकर चौबीसा, क्षेत्रीय वन अघिकारी
इस संबंध में जांच प्रारंभ की गई है। गोदाम सीज कर कट्टे गाडी सहित थाने में है। प्रकरण की जांच बिल्टी कहां के लिए थी व बैग अन्य स्थानों पर उतरने की जांच की जाएगी।भगवतसिंह बारहठ, उपखण्ड अघिकारी, कुंभलगढ

Wednesday, February 17, 2010

'मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करें'

राजसमंद। जिले के प्रभारी सचिव व परिवहन आयुक्त निरंजन आर्य ने विभागीय योजनाओं का सफल क्रियान्वयन कर लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल, चिकित्सा, विद्युत जैसी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। वे बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिलास्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने जलदाय विभाग से पेयजल की स्थिति व इसके वितरण की जानकारी ली तथा कहा कि कम वर्षा से जलस्तर में कमी आई है। विभाग की ओर से लगाए गए ट्यूबवैल व हैण्डपम्पों की मरम्मत कराई जाए तथा पेयजल समस्या वाले क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति की जाए।
अधिशासी अभियंता ने राजसमंद झील, बाघेरी का नाका तथा टैंकरों के माध्यम से की जाने वाली वितरण व्यवस्था की जानकारी दी। आर्य ने सीएमएचओ को नसबंदी के केस बचे समय में पूर्ण करने तथा जननी सुरक्षा सुरक्षा के तहत सभी प्रसव अस्पतालों में कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने नरेगा व अकाल राहत कार्यो के साथ मेडबन्दी जैसे कार्य कराने सहित विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक कुमार, मुख्य कार्यकारी अघिकारी रामपाल शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक सी.पी. शर्मा, जिला परिवहन अघिकारी कन्हैयालाल चौहान, जिला रसद अघिकारी उम्मेदसिंह पुनिया, जिला शिक्षा अघिकारी जगदीशचन्द्र खण्डेलवाल, सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
मिड-डे-मील में होता है समय बर्बाद
जिला कलक्टर ने प्रभारी सचिव को विद्यालयों में समानीकरण तथा नगण्य उपस्थिति वाले विद्यालयों को बंद कर उनके अध्यापकों को आवश्यकता वाले विद्यालयों में लगाने का अधिकार जिला कलक्टर को दिलाने तथा विद्यालयों में बनने वाले मिड-डे-मील से शिक्षण व्यवस्था बाधित होने से मिड-डे-मील पकाने का जिम्मा आंगनवाडी केन्द्रों को सौंपने की बात कही। इस पर उन्होंने राज्य स्तर पर यह बात दर्ज कराने का आश्वासन दिया।

होटल में 'घरेलू गैस' जलाने वाले गिरफ्तार

राजसमंद। आवश्यक वस्तु अघिनियम का उल्लंघन कर घरेलू गैस सिलेण्डरों का होटल में व्यावसायिक उपयोग करने के दो आरोपियों को राजनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में रसद विभाग की ओर से करीब पन्द्रह दिन पूर्व राजनगर थाने में मामला दर्ज कराया गया था।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी होटल शिवशक्ति काठियावाड के मालिक वेणीराम कुमावत व मैनेजर पर्वतसिंह की तलाश में दबिश देना शुरू कर दिया था। आखिरकार मंगलवार शाम को पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को दोनों को सक्षम न्यायालय में पेश किया गया।
क्या था मामलाक्
शहर से करीब पांच किलोमीटर दूर बडारडा स्थित होटल शिवशक्ति काठियावाड पर रसद विभाग ने मुखबिर की सूचना पर गत 15 जनवरी को छापा मारा। इस दौरान अनघिकृत रूप से उपयोग में लाए जा रहे पांच घरेलू सिलेण्डरों को जब्त किया गया व प्रतिष्ठान के खिलाफ आवश्यक वस्तु अघिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। होटल में लंबे समय से घरेलू गैस सिलेण्डरों के दुरूपयोग को लेकर रसद विभाग को शिकायतें मिल रही थीं। टीम ने शाम पांच बजे बाद होटल पर छापा मारा। इस दौरान एक सिलेण्डर पर नोजल लगा पाया गया तथा शेष चार वहां रखे पाए गए। टीम ने सभी पांचों सिलेण्डर जब्त कर लिए और होटल संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा
उप निरीक्षक नंदकिशोर मीणा ने बताया कि दोनों गिरफ्तार आरोपियों को शाम को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से आरोपी वेणीराम व पर्वतसिंह को दोषी मानते हुए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।

'सरपंची' के लिए उम्र छिपाने का आरोप

राजसमंद । नाथद्वारा उपखण्ड के उपली ओडन में उप सरपंच पद की एक प्रत्याशी ने कुर्सी के लिए अपनी उम्र के संबंध में रिटर्निग अघिकारी के समक्ष गलत तथ्य प्रस्तुत किए। निर्घारित अर्हता पूरी किए बिना ही वार्डपंच के चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद वह उप सरपंच भी बन गई। इस आशय का एक ज्ञापन उपली ओडन के ग्रामीणों ने जिला निर्वाचन अघिकारी औंकारसिंह को भेजकर पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग की है।
ज्ञापन में उप सरपंच के अध्ययन के दौरान विद्यालय में दर्ज जन्म दिनांक का एक पत्र भी भेजा गया है, जिसमें स्कूली रिकॉर्ड के मुताबिक संस्था प्रधान की ओर से जारी किया गया जन्म तिथि व अन्य जानकारियों का विवरण दिया गया है। संस्था प्रधान की ओर से जारी किए पत्र के मुताबिक उपली ओडन की उप सरपंच राखी पुत्री नारायणलाल पालीवाल ने 4 जुलाई 2005 को विद्यालय में प्रवेश लिया था तथा 10 जून 2009 को 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण कर विद्यालय का परित्याग किया था। पत्र में उनकी जन्म तिथि 2 जून 1989 है। इस आधार पर उप सरपंच राखी 21 वर्ष की आयु पूरी नहीं कर पाई है।

आशीर्वाद के सहारे कैसे पार लगेगी नैयाक्

राजसमंद । 'हमारा आशीर्वाद आपके साथ है। आप सभी अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हों और विद्यालय व अपने माता-पिता का नाम रोशन करें।' इन आशीर्वचन के साथ विद्यालयों में दसवीं व बारहवीं बोर्ड में प्रविष्ट होने वाले विद्यार्थियों को विदाई देने का सिलसिला शुरू हो गया है लेकिन बच्चों के अभिभावक मात्र शुभकामनाओं के सहारे नाम रोशन करने की बात पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि बच्चों को सत्र में अब तक 48 हजार किताबें नहीं मिल पाई। ऎसे में बच्चे पूरी पढाई तक नहीं कर पाए।
सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को सरकार की ओर से पाठ्यपुस्तकें नि:शुल्क देने का प्रावधान है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सत्र आरंभ के साथ जुलाई में पहली खेप विद्यालयों को भेज दी, तब भी मांग और आपूर्ति का अनुपात ध्यान नहीं रखा गया था। अगस्त के बाद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों में पाठ्यपुस्तकें भेजी ही नहीं।
ऎसे में 18 मार्च से शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षा की नैया कैसे पार करेंगेक् विद्यार्थी ही जानें। नामांकन की तुलना में आधी किताबें मुहैया कराने के सरकारी नियम के चलते सत्रारंभ में ही पाठ्यक्रम बदलने की 'अफवाह' के चलते नई पुस्तकों का प्रकाशन नहीं किया गया। ऎसे में बोर्ड ने उपलब्ध पुस्तकें चार खेप में विद्यालयों को उपलब्ध कराई, लेकिन यह तादाद मांग की तुलना में आधी ही थी। यह खेप अगस्त में ही आपूर्ति कर दी गई थी।
मांग जारी है
सितम्बर में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अघिकारियों से अतिरिक्त मांग की सूचनाएं तो मंगवाई, लेकिन मांग पत्रों पर कोई गौर नहीं किया। नतीजतन अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के बाद अब सिर पर वार्षिक परीक्षा की तलवार भी लटक गई, लेकिन पुस्तकों का अता-पता नहीं है।
68 स्कूलों में एक भी किताब नहीं
जिले में उ"ा माध्यमिक स्तर के कुल 269 विद्यालय संचालित हैं। इनमें से 221 सरकारी व शेष 48 गैर सरकारी विद्यालय हैं। गत वर्ष 68 उ"ा प्राथमिक स्कूलों को माध्यमिक में क्रमोन्नत किया गया, लेकिन पुस्तकों की आपूर्ति के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। यही कारण है कि सितम्बर से अब तक माध्यमिक शिक्षा कार्यालय की ओर से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सचिव को चार पत्र मांग पत्र भेजने के बावजूद पुस्तकों की आपूर्ति नहीं की गई।
इनका कहना है
शिक्षण सत्र बीतने तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से पुस्तकें उपलब्ध नहीं कराना व्यवस्थाओं में भारी चूक को दर्शाता है। यह अनदेखी विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड है।प्रभु गिरि गोस्वामी, पूर्व अध्यक्ष, राशिसं (राष्ट्रीय)

लाखों पर हाथ साफ

नाथद्वारा। शहर के व्यस्ततम सिंधी कॉलोनी में रोड पर स्थित एक मकान पर मंगलवार रात को एक मकान में चोरी हो गई जिसमें चोरों ने गहने आदि चुरा लिए। जानकारी के अनुसार सिंधी कॉलोनी में मोहनलाल तेली अपने परिवार सहित मंगलवार को कांकरोली स्थित ससुराल पक्ष में शादी में गया हुआ था। रात्रि के समय पर घर पर कोई नहीं होने पर चोरों ने मैनगेट का ताला तोडकर अन्दर प्रवेश किया तथा भूतल पर बने एक कमरें में रखी पेटियों व दीवार में बनी अलमारी का ताला तोडकर अन्दर रखे गहने आदि चुरा लिए।
चोरों ने प्रथम मंजिल पर बने दो कमरों में भी ताला तोडकर वहां रखी अलमारी में रखे गहने आदि चुरा लिए। पीडित के पुत्र कैलाश ने बताया कि चोर सोने की चार चेन, गले के दो हार व रखडी, कानों की झुमकियां सहित एक पेटी में रखी नकदी आदि चुरा ले गए। इधर, मोहल्लेवासियों ने रात्रि के समय गश्त बढाने की प्रशासन से मांग की है। चोरी की घटना पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच कर दी है।
दुकानों से नकदी व सामान चोरी
भीम । कस्बे के ट्रक स्टैण्ड स्थित दो दुकानों से चोर नकदी, रिचार्ज कूपन तथा सोने की अंगूठी चुरा ले गए। जैन टेली सॉल्यूशन तथा सांखला शू स्टोर के शटर के ऊपर लगे रोशनदान को तोडकर चोरों ने दुकान में घुसकर हजारों का माल साफ कर दिया। जैन टेली सॉल्यूशन के मालिक किरण गन्ना ने बताया कि चोर दुकान से 11 हजार रूपए नकद, दो हजार रूपए के रिचार्ज कूपन चुरा ले गए। इसी तरह इनके पडोसी शू-मेकर दुर्गाप्रसाद की दुकान से करीब बारह हजार रूपए नकद तथा छह ग्राम वजनी सोने की अंगूठी चुरा ले गए। थानाधिकारी सुन्दरलाल सोनी ने बताया कि कस्बे में गश्त के प्रबन्ध और पुख्ता किए जा रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

Tuesday, February 16, 2010

कलक्टर ने किया शिविर का अवलोकन

नाथद्वारा। प्रशासन शहरों के संग अभियान के अन्तर्गत पालिका के वार्ड 12 में मंगलवार को आयोजित शिविर का जिला कलक्टर ओंकारसिंह ने अवलोकन किया। राजकीय माध्यमिक विद्यालय नई हवेली में आयोजित शिविर में कलक्टर ने प्रत्येक काउन्टर पर जाकर जानकारियां ली।
उन्होंने नल कनेक्शन की एनओसी उपभोक्ताओं को हाथों-हाथ देने व पेंशन प्रकरण को तीन दिन में पूर्ण कर जारी करने के निर्देश दिए। सिंह ने अस्पताल की व्यवस्था के बारे में कार्यवाहक चिकित्सा अघिकारी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा से चर्चा की। शिविर में पालिकाध्यक्ष गीता शर्मा, उपखण्ड अघिकारी गौरव बजाज, कार्यवाहक आयुक्त एन. एल. पांचाल, तहसीलदार हेमशंकर दशोरा, विद्युत निगम के सहायक अभियंता दिनेशचन्द्र सोनी, चन्दनसिंह भाटी, जलदाय विभाग के सहायक अभियंता राजीव सिंघल, पार्षद परेश सोनी, भरत बागोरा, भूपेन्द्र जोशी आदि उपस्थित थे।

देसी बच्चे, विदेशी शिक्षक

देवगढ। समीप के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, चितरडाई में पिछले एक माह से दो विदेशी शिक्षक ग्रामीण बच्चों को पढा रहे हैं। इससे विद्यार्थियों में पढने की ललक बनी हुई है और विद्यालय शैक्षिक नवाचार से ओतप्रोत हो गया है।
जानकारी के अनुसार ब्रिटेन के नीक लीडर व आयरलैण्ड की लिरेन पिछले 25 जनवरी से विद्यालय में छात्र-छात्राओं को सभी विषयों में शिक्षण कार्य करा रही हैं। ब्रिटेन की पीपुल एण्ड पैलेस संस्था से जुडे दोनों शिक्षकों को देवगढ की जसवन्त चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से आगामी वर्षो में भी अध्ययन सुविधा मुहैया कराई जाएगी। ये दोनों अध्यापक 19 फरवरी को देवगढ से विदा होंगे। दोनों ने एक माह के दौरान पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा का ज्ञान दिया। अंग्रेजी माहौल में रहने के कारण अब ग्रामीण बच्चों में भी भाषा के प्रति लगाव बढा है तथा वे धारा प्रवाह अंग्रेजी बोलने का प्रयास करते हैं।
यही नहीं, वे शुद्ध अभिव्यक्ति के बल पर अंग्रेजी का प्राथमिक वार्तालाप भी करने लगे हैं। ग्रामीण छात्र-छात्राओं को शिक्षकों ने खेलों के माध्यम से भी शिक्षा दी। एक माह के दौरान विदेशी शिक्षक गांव वालों से भी घुल-मिल गए व उनके नाम तक जानने लग गए। विदेशी शिक्षक इस दौरान टूटी-फूटी हिन्दी भी सिख गए।
इस अवसर पर जसवन्त चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से विद्यालय में दोनों विदेशी शिक्षकों का सोमवार को एक सादे समारोह में सम्मान किया गया। समारोह की अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष नाहरसिंह रावत ने की। समारोह में भूरत्न प्रभा, पूर्व मंत्री मानधाता सिंह, नम्रता कुंवर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अघिकारी- प्रारम्भिक मुकेश राही, अतिरिक्त जिला शिक्षा अघिकारी माध्यमिक मुकुट बिहारी शर्मा, खण्ड शिक्षा अघिकारी रमेशचन्द त्रिपाठी, अतिरिक्त खण्ड शिक्षा अघिकारी प्रहलादसिंह कच्छावा, सरपंच दाऊराम सहित बडी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। विद्यालय के छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं। संयोजन संस्था प्रधान देवेन्द्रसिंह कच्छावा ने किया।

बिना किताब, हुई पढाई

राजसमंद। जिले में आठवीं बोर्ड के करीब साढे 18 हजार से अघिक विद्यार्थियों की वार्षिक कसौटी को लेकर प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने युद्ध स्तर पर तैयारियां कर शुरू कर दी हैं, लेकिन इन बच्चों ने सत्र के दौरान क्या पढा, कैसे सीखा, क्या लिखेंगे, इस दिशा में सोचने की शायद किसी को नहीं पडी है। यही कारण है कि कई माह पूर्व पाठ्य पुस्तक मण्डल को भेजे गए मांग पत्र पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है।
सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए सरकार ने एक नियम बना रखा है कि जितने विद्यार्थी विद्यालय में नामांकन कराते हैं, उनकी तुलना में सत्र के दौरान आधी पुस्तकें ही भेजी जाएंगी। पचास फीसदी के इस खेल का सीधा खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड रहा है। दिलचस्प पहलू यह कि इस नियम की पालना कितनी हो रही है, इसकी खैर खबर लेने वाला भी कोई नहीं है। स्थिति यह है कि जिले के 15000 से अघिक विद्यार्थियों में से कितनों के पास किताबें पहुंचीं, यह भी पुख्ता जानकारी किसी के पास नहीं है।
कडी दर कडी चूकविद्यार्थियों को किताबें उपलब्ध कराने का पहला जिम्मा संबंघित संस्था प्रधानों का है। संस्था प्रधान मांग पत्र बनाकर संबंघित नोडल केन्द्राध्यक्षों तक भिजवाते हैं। यहां से जानकारी खण्ड शिक्षा अघिकारी कार्यालय पहुंचती है। कार्यालय से जानकारी प्रारंभिक शिक्षा अघिकारी कार्यालय तथा वहां से पाठ्य पुस्तक मण्डल को भेजी जाती है। इस उबाऊ तथा लम्बी प्रक्रिया के चलते मांग पत्र कई बार मार्ग में ही कहीं 'खो' जाते हैं तो कई बार दफ्तर की फाइलों में अटक जाते हैं।
10 हजार कम आई पुस्तकेंशिक्षा विभाग सूत्रों ने बताया कि आरंभ में पाठ्य पुस्तक मण्डल को 1 लाख 34 हजार पुस्तकों के लिए मांग पत्र भेजा गया, लेकिन वहां से इस मांग पत्र में पहले ही 10 फीसदी की कमी कर दी गई और मात्र 1 लाख 24 हजार सेट भेजे गए। इधर, प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने आगामी शिक्षण सत्र के लिए भी अभी से मांग पत्र मंगाने शुरू कर दिए हैं।

जिलेभर में सावों की धूम

राजसमंद। जिलेभर में इन दिनों सावों की धूम है। सावों के चलते पुष्प विक्रेताओं, बर्तन व वस्त्र व्यापारियों के चेहरों पर रौनक है तो हलवाई, केटरिंग से जुडे लोग भी व्यस्त हो गए हैं। बाजारों में खरीदारों की भीड उमडने लगी है। मंगलवार को फुलेरा दूज के चलते जिले भर में सावों की धूम रही।
नए साल के विवाह सत्र में शास्त्रीय विवाह मुहूर्तो की कमी के कारण फुलेरा दूज को सबसे बडा सावा माना गया है। इधर, जिला मुख्यालय के एकमात्र मुख्य मार्ग पर सावों की धूम के बीच अव्यवस्थाएं भी होने लगी हैं।
मुख्यालय पर भी विभिन्न वाटिकाओं को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मांगलिक आयोजनों के चलते ज्वैलरी, बर्तन, वस्त्र आदि से जुडे बाजारों में चहल-पहल बढ गई है, वहीं आतिशबाजी की दुकानों पर भी दिनभर खरीदारों की भीड रहने लगी है।
कुंवारिया । कस्बे सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र में सोमवार व मंगलवार को सावों की धूम के चलते बाजारों में अन्य दिनों की अपेक्षा अघिक भीड रही।

विवाह से पूर्व पहुंचे श्रीजी के द्वार

नाथद्वारा। मुम्बई के उद्योगपति के पुत्र की उदयपुर में हो रही शादी के विवाह बंधन मे बंधने से पूर्व दूल्हा-दुल्हन मंगलवार को प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन करने नाथद्वारा पहुंचे। उदयपुर स्थित लीला रीजेंसी में परिणय सूत्र में बंधने वाले वर वरूण व वधू नेहा ने मंगलवार को प्रभु श्रीनाथजी के दर पर मत्था टेकने पहुंचे।
दोनों ने आराध्य प्रभु श्रीनाथजी के ग्वाल की झांकी के दर्शन किए। इस दौरान लडकी व लडके के माता-पिता के अलावा मंदिर मंडल सदस्य व वधू पक्ष के रिश्तेदार आर्किटेक्ट निरंजन हीरानंदानी पहुंचे। कई अन्य रिश्तेदार, विदेशी व प्रवासी भारतीय मेहमान व दोनों पक्षों के मित्र, अन्य परिचित भी उनके साथ थे।
सभी ने प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन के पश्चात मंदिर विस्तार योजना के प्रथम चरण का अवलोकन किया। दूल्हा-दुल्हन दर्शन के बाद वापस उदयपुर प्रस्थान कर गए। इससे पूर्व श्रीनाथजी मंदिर के तिलकायत राकेश महाराज पुत्र विशाल बावा व श्रीकृष्ण भंडार के अघिकारी सुधाकर शास्त्री आदि भी सोमवार रात उदयपुर में विवाह कार्यक्रम में शरीक हुए। तिलकायत ने वहां नेहा व वरूण को आशीर्वाद प्रदान कर उपरना ओढाया। इस दौरान कई फिल्मी हस्तियां व उद्योगपति भी मौजूद थे।

Monday, February 15, 2010

नई हवेली में बिराजे गोवर्द्धननाथ

नाथद्वारा। धर्मनगरी की विस्तार योजना के तहत धार्मिक स्थलों के स्थान परिवर्तन की कवायद सोमवार के दिन मूर्त रूप ले पाई। अवसर था, गुर्जरपुरा के प्राचीन दरवाजे के समीप वर्षो से विराजमान गोवर्द्धननाथजी (लालाजी) के नवीन हवेली में विराजमान होने का मंदिर के मुखिया ललित वैरागी ने वैष्णव स्वरूप को छैली सेवा धराई और सुबह नौ बजे श्ृंगारित लालजी को जरी के वस्त्रों से रूपांकित सुखपाल में विराजमान कराया गया।
ठाकुरजी के द्वार गुर्जरपुरा के बाशिन्दों के साथ समाज के लोग एवं गुजराती वैष्णवजन भी लालाजी की शोभायात्रा में सम्मिलित हुए। बैण्ड की मंगल स्वर लहरियों के साथ लालाजी के स्थल से शुरू हुई शोभायात्रा में बृजवासी संस्कृति खूब मुखरित हुई। धोती बगलबण्डी व वृन्दावनी टोपी के साथ केसरिया उपरणा पहने श्रद्धालु गिरिराज धरण के जैकारे लगाते रहे और जगह-जगह नगरवासियों ने पुष्प वर्षा कर लालाजी के दर्शन किए।
गुर्जरपुरा से रवाना होकर शोभायात्रा पिंजाराघाटी होती हुई बडा बाजार, मंदिर परिक्रमा कर नया बाजार होती हुई लाल दरवाजे से सीधी ठाकुरजी के द्वार पहंुची। ठाकुरजी का जैकारा लगाकर शोभायात्रा मंदिर मार्ग होकर चौपाटी पहुंची जहां व्यापारियों ने फल फूल व भेंट प्रसाद चढाकर लालाजी का जैकारा लगाया। इस अवसर पर नगर की श्रीवल्लभ संगीत मण्डली के गायकों ने ढोलक व झांझ के साथ भजन गान कर सभी को रससिक्त किया। उपस्थित वैष्णव श्रद्धालुओं ने भी भजन गान के साथ नृत्य का आनंद लिया।
पीठाधीश ने उतारी आरतीगोवर्घननाथजी की सुसज्जित नई हवेली में प्राकट्य स्वरूप को ठाठ बाट से विराजमान कराया गया। मंदिर के पुरोहित के.के. पण्ड्या के साथ ही बच्चू महाराज, शंकर व मुकेश उपाध्याय, अक्षय तथा चन्द्रशेखर ने विवि विधानपूर्ण पाट पर थापना की। इस अवसर पर श्रीकृष्ण भण्डार के अघिकारी सुधाकर उपाध्याय व सौभाग्यमल सिंघवी आदि उपस्थित थे। इसके उपरांत वल्लभ पीठाधीश गोस्वामी तिलकायत राकेश महाराज एवं विशाल बावा ने गोवर्द्धननाथजी के स्वरूप को गुलाल अबीर से फाग खिलाया और आरती की सेवा धराई।

धुएं में मत उडाओ 35 हजार

राजसमंद। शहर में 17 मार्च से पांच दिन तक नगर पालिका की ओर से गणगौर पर्व मनाया जाएगा। इसके लिए नगरपालिका ने स्वीकृत बजट में 15 फीसदी इजाफा भी किया है लेकिन शहरवासियों ने केवल आतिशबाजी को गणगौर मेले का आधार नहीं बनाने की अपील की है। हर वर्ष की तरह इस बार भी मेले की तैयारियां शुरू कर दी गई है।
इसे भव्यता देने के लिए स्वीकृत बजट में 15 फीसदी की बढोतरी कर खर्च सीमा करीब 10 लाख रूपए कर दी गई है। इसमें आतिशबाजी के लिए 35 हजार रूपए का बजट रखा गया है। आतिशबाजी का ठेका देने के लिए निविदाएं भी आमंत्रित की गई हैं। पांच दिन तक चलने वाले मेले में इस बार पालिका ने लाफ्टर चैलेंज के कलाकारों को बुलाने, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के कलाकारों की प्रस्तुतियां आदि का भी प्रावधान रखा है।
शहर खस्ताहालमहज दो किलोमीटर लंबी सडक के इर्द-गिर्द बसा शहर खस्ताहाल हो चला है। पिछले तीन सालों के दौरान एकमात्र सडक का नवीनीकरण को दूर, पैबंद तक नहीं लगाए गए हैं, सफाई व्यवस्था को तो मानों सांप सूंघ गया है, ऎसे में आतिशबाजी के नाम पर धन खर्च करने का शहरवासियों ने विरोध किया है।
कलक्टर से अपीलइस आशय का एक आग्रह पत्र बकेश सनाढ्य के नेतृत्व में नगर पालिका आयुक्त नारायणसिंह सांदू व जिला कलक्टर औंकारसिंह के नाम भी भेजा गया। इसमें पर्यावरण की दुहाई देकर आतिशबाजी रोकने की अपील की गई है।
इनका कहना हैगणगौर मेले में आखिरी दिन आतिशबाजी का कार्यक्रम रखने की योजना है। अगर विरोध होता है तो इस दिशा में विचार-विमर्श किया जाएगा। नारायणसिंह सांदू, आयुक्त, नगरपालिका

पत्थरों से तोडा ताला

कुंवारिया। कस्बे के खाखलिया का खेडा बस्ती स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के मुख्य द्वार सहित कक्षाकक्ष के ताले नहीं खुलने से विद्यार्थी काफी समय तक ताले खुलने की प्रतीक्षा करते रहे। इंतजार लंबा होता देख विद्यार्थियों का सब्र टूटने लगा तो बाद में पत्थरों से ताला तोडा गया। जानकारी के अनुसार खाखलिया का खेडा उच्च प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थी व अन्य अध्यापक निर्धारित समय पर विद्यालय पहुंच गए लेकिन संस्था के मुख्य द्वार व कक्षाकक्ष के दरवाजों के ताले नहीं खुलने से विद्यार्थी यहां-वहां भटकते रहे।

सूचना पर कुंवारिया पटवारी लालूराम लोहार, महासतियों की मादडी पटवारी नत्थू खान आदि कर्मचारी मौके पर पहंुचे। संस्था प्रधान मदनलाल रेगर भी करीब 11 बजे विद्यालय में पहुंच गए व अतिरिक्त चाबियां होने से कक्षा-कक्ष के ताले तो खोल दिए गए, लेकिन मुख्य गेट की चाबियां नहीं होने से दरवाजा बंद ही रहा। दोपहर बारह बजे तक संस्था के मुख्य दरवाजे का ताला नहीं खुलते देख पटवारी ने पत्थर से ताले को तोडकर गेट को खोला।
विद्यालय पर ताला लगे होने की सूचना पर नोडल केन्द्र प्रभारी जसवंत पुरी गोस्वामी, खण्ड शिक्षा अघिकारी मोहनलाल पालीवाल, केशुलाल बुनकर आदि अधिकारी मौके पर पहंुचे और घटना की जानकारी ली।

पूर्व मंत्री राठौड के खिलाफ समन

राजसमंद। पूर्व सिंचाई मंत्री सुरेन्द्रसिंह राठौड के खिलाफ न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम वर्ग) ने बलवा करने, आपराधिक गृह अतिचार करने, भयाक्रांत करने के उद्देश्य से बल प्रदर्शन करने आदि के मामले में प्रसंज्ञान लेकर समन जारी करने का आदेश दिया। हालांकि समन अभी जारी होना बाकी है।
उल्लेखनीय है कि 13 फरवरी, 2007 को परिवादी योगेन्द्रसिंह ने प्रस्तुत परिवाद में बताया कि वह छह-सात वर्षो से कुंदनसिंह की खदान पर कार्य करता है। करीब एक वर्ष से सुरेन्द्रसिंह राठौड व कुंदनसिंह के बीच निर्झरना स्थित खनन पट्टे को लेकर न्यायालय में विवाद चल रहे थे। 24 नवम्बर, 2006 को परिवादी योगेन्द्रसिंह जयपुर गया। परिवाद में आरोप है कि पीछे से तत्कालीन मंत्री सुरेन्द्रसिंह, गोविंदसिंह सारंगदेवोत, ज्ञानेन्द्रसिंह, भंवरसिंह व शिवराजसिंह आदि नशे में धुत्त होकर परिवादी के घर में घुसे व परिवादी की पत्नी व उनके बच्चों के साथ अपशब्दों का प्रयोग किया। साथ ही उन्हें धमकाया और राजसमंद व आमेट छोडकर नहीं जाने पर जान से मारने की धमकी दी।
न्यायालय ने परिवादी के गवाहों के बयान कलमबद्ध करने के बाद परिवाद को जांच के लिए पुलिस थाना आमेट भेज दिया। थाने की ओर से बनाई गई जांच रिपोर्ट को दबाव में आकर झूठी बताते हुए परिवादी ने अधिवक्ता के माध्यम से विरोध याचिका पेश की। न्यायालय ने आरोपियों पूर्व मंत्री सुरेन्द्रसिंह, गोविंदसिंह, भंवरसिंह, शिवराज सिंह व ज्ञानेन्द्रसिंह के विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 147, 448 व 506 के तहत प्रथम दृष्टया अपराध साबित मानते हुए प्रसंज्ञान लिया और समन जारी करने के आदेश दिए।

उद्योगपतियों का जमावडा

नाथद्वारा। प्रभु श्रीनाथजी को सोमवार को अरोगाए गए छप्पनभोग के अवसर पर शहर में उद्योग जगत की कई नामी हस्तियों का जमावडा रहा। छप्पनभोग के दर्शन के अवसर पर उद्योगपति व नवनीत मोटर्स, मुम्बई के सीएमडी शरद भाई, सनफार्मा के निदेशक सुधीर संघवी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के करीबी माने जाने वाले विजय भाई व परेश भाई आदि यहां पहुंचे। मंदिर मंडल के सदस्य विनोद भाई गोरडिया व मुंबई के कई उद्योगपति तथा बडी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावडा रहने से श्रीनाथजी की नगरी में रौनक रही।
रोथरेस गोस्ट की लांòचिंग मार्च में
प्रसिद्ध उद्योगपति नवनीत मोटर्स, मुम्बई के सीएमडी शरद भाई ने बताया कि बी. एम. डब्ल्यू कार रॉथरेस गोस्ट मार्च में बाजार में उतारी जाएगी। शरद भाई ने सोमवार को प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन करने नाथद्वारा आगमन पर राजस्थान पत्रिका से विशेष बातचीत में बताया कि गोस्ट की प्रथम डिलेवरी मार्च में की जाएगी। इसकी कीमत ढाई करोड रूपए होगी। उन्होंने बताया कि गत दो वर्ष से बाजार डाउन था, उसका असर देश के बाजार पर भी पडा लेकिन कुछ महीनों बाद इस स्थिति में सुधार होता गया। कम्पनी की ओर से बेची जाने वाली 800 सीसी से लेकर आठ हजार सीसी की गाडियों की बिक्री पर उस दौरान कुछ प्रभाव
जरूर पडा था।
टीना अंबानी ने किए श्रीजी के दर्शन
रिलायंस समूह के अनिल अंबानी की पत्नी टीना मुनीम अंबानी ने सोमवार को प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन किए। उदयपुर में उद्योगपति की पुत्री नेहा की शादी में हिस्सा लेने आई टीना अपनी महिला मित्रों के साथ दोपहर में यहां पहुंचीं, जहां प्रभु श्रीनाथजी के छप्पनभोग मनोरथ के दर्शन किए।
टीना ने आम दर्शनार्थियों की तरह श्रीजी मंदिर के कमल चौक स्थित तिबारियों में सजाकर रखे छप्पनभोग के प्रसाद का दर्शन करने के बाद श्रीनाथजी के राजभोग की झांकी के दर्शन किए। यहां कीर्तनियां गली में निरंजन गुर्जर ने अगवानी की। श्रीनाथजी के द्वितीय मुखिया इन्द्रवर्द्धन गिरनारा ने टीना को श्रीजी के धराई हुई प्रसादी माला व पान बीडा प्रदान किया। सभी का कृष्ण भण्डार में मंदिर की स्वागत परंपरानुसार भण्डारी श्याम सुन्दर ने उपरना ओढा प्रसाद भेंटकर स्वागत किया। टीना यहां से मोतीमहल पहंुची, वहां से कार में सवार होकर धीरजधाम पंहुचीं, जहां कुछ देर विश्राम के बाद उदयपुर प्रस्थान कर गई। यहां पहंुचने पर मंदिर के प्रशासनिक अघिकारी दिनेश जोशी, सुरक्षा अघिकारी प्रतापनाथ, जुगल सनाढ्य आदि ने स्वागत किया।

Sunday, February 14, 2010

'हर हाल में होंगे विकास कार्य'

कुंवारिया। रेलमगरा पंचायत समिति की नवनिर्वाचित प्रधान रेखा अहीर ने कहा कि पंचायत समिति क्षेत्र में विकास के कार्यो में धन की कमी आडे नहीं आने दी जाएगी।
वे रविवार को समीपवर्ती पीपली अहीरान गांव के चारभुजा मंदिर परिसर में अभिनंदन समारोह को संबोघित कर रही थी। उन्होंने कहा कि पंचायत समिति के हर गांव व छोटी से छोटी बस्ती का विकास कराया जाएगा।
ग्रामीणों की पेयजल की समस्या का प्राथमिकता से समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा। अभिनदंन समारोह की अध्यक्षता हीरालाल जैन ने की। विशिष्ट अतिथि जिला परिषद सदस्य हरलाल खटीक, रेलमगरा सरपंच प्रकाश चौधरी, बंशीलाल अहीर, पीपली अहीरान सरपंच सुन्दर देवी अहीर आदि ने विचार भी व्यक्त किए। अभिनंदन समारोह से पूर्व क्षेत्र के गोगाथला, प्रेमपुरा, मोर्रा, मालीखेडा, पीपली अहीरान, मेघाखेडा आदि गांवों से बडी संख्या में ग्रामीणों के साथ नवनिर्वाचित जनप्रतिघियों का जुलूस निकाला गया।

मिर्ची मांगी तो लट्ठ मारे

राजसमंद। शहर के कृषि उपज मण्डी में रविवार को मिर्चीबडा खाते समय अतिरिक्त मिर्च की मांग करने पर ठेला चालक ने अन्य साथियों के साथ मिलकर युवक पर लट्ठ से पिटाई कर दी। घटना में युवक के हाथ व सिर पर गम्भीर चौटे आई। जानकारी के अनुसार भैरूलाल (18) पुत्र कूकाबा गाडियां लोहार निवासी मुखर्जी चौक भीलवाडा रोड रविवार शाम को कृषि उपज मंडी क्षेत्र में एक ठेले पर मिर्चीबडा खाने गया। वहां बडा खाते समय उसने ठेला संचालक से अतिरिक्त मिर्ची की मांग की।
एक बार तो खोमचा संचालक ने मिर्च दे दी, दुबारा अतिरिक्त मिर्च की मांग की तो खोमचा चालक भडक गया। इस बीच दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। आवाज सुन वहां कई अन्य लोग भी एकत्र हो गए। इस दौरान खोमचा चालक के चार-पांच अन्य सहयोगियों ने युवक पर लट्ठ से वार शुरू कर दिए, जिससे भैरू घायल हो गया।

छिपते-छिपाते पहुंचे अपने वेलेंटाइन के पास

राजसमंद। वेलेंटाइन-डे पर रविवार को युवा अपने परिवार जनों और परिचितों से छिपते-छिपाते अपने वेलेंटाइन के पास पहुंचे और एकांत और खुशनुमा माहौल में जाकर अपने प्यार का इजहार किया। युवक-युवतियों ने चाहने वालों के साथ ही रिश्तेदारों और दोस्तों को भी दिनभर बधाइयां दी। कइयों ने अपने-अपने वेलेंटाइन को यादगार तोहफे दिए। गिफ्ट गैलेरियों और फूलों की दुकानों पर खासी भीड रही। इस बार दो प्यार करने वालों के लिए अच्छी बात यह रही कि जिलेभर में कहीं भी वेलेंटाइन-डे का विरोध करने वाला नहीं मिला।
मुख्यालय स्थित एरिगेशन गार्डन और नौ चौकी पाल पर नव विवाहित जोडे और फ्रेण्ड्स ने एक-दूसरे के साथ सुनहरे पल बिताए। अपने प्यार को मजबूती देने के लिए तोहफे भी आदान-प्रदान किए। सुबह करीब दस बजे बाद एरिगेशन पाल व गार्डन के अलावा नौचौकी पाल की ओर बाइक पर सवार युवक-युवतियों के पहुंचने का क्रम शुरू हुआ। ऎसी ही चहल-पहल ढलते सूर्य के साथ सुहानी रोशनी के संग भी नजर आई। कई लोगों ने अपने प्यार को बरकरार रखने की दुआ मांगने के लिए मंदिरों और आराधना स्थलों की ओर कदम बढाए और वंदना कर सात जनमों तक का साथ मांगा। शहर सहित जिलेभर में युवाओं में इस अवसर पर त्योहारी उत्साह नजर आया।
खूब बिके कार्ड और फूल वेलेंटाइंन डे के चलते शहर में गुलाब सहित अन्य फूलों और गुलदस्तों की जमकर बिक्री हुई तो गिफ्ट शॉप पर भी पसंदीदा काड्र्स व उपहार खरीदने वालों का तांता लगा रहा। मोबाइल पर मैजेस भेजने का सिलसिला भी दिनभर चला।
किया प्यार का इजहारएरिगेशन गार्डन और नौचौकी पाल पहुंचने वालों में अघिकतर नव विवाहित जोडे थे, जो चार पहिया व दो पहिया वाहनों पर सवार होकर पहुंचे। विरोध जैसी किसी भी आशंका से दूर युवक-युवतियों ने खुलकर अपने प्रेम का इजहार किया और पसंदीदा होटलों-रेस्तरांओं पर जाकर व्यंजनों का लुत्फ उठाया।

कम्प्यूटरों का कर्ज, गरीबी का मर्ज

राजसमंद। जिले की सभी 206 ग्राम पंचायतों में दो माह पूर्व नरेगा के तहत नियुक्त कम्प्यूटर ऑपरेटरों की स्थिति सिर मुंडाते ही ओले जैसी हो गई है। कम्प्यूटर खरीदने वाले बेरोजगार वापस कम्प्यूटर बेचने को मजबूर हो गए हैं।
हुआ यूं कि गत अक्टूबर-नवम्बर में कार्यालय जिला कार्यक्रम समन्वयक (राग्रारोगा) एवं जिला कलक्टर की ओर से 206 कम्प्यूटर ऑपरेटर मय मशीन के आवेदन मांगे गए। कई शर्तो के साथ एक वर्ष के लिए लिखित परीक्षा और योग्यता के आधार पर 21 दिसम्बर को 206 ऑपरेटरों की नियुक्ति की गई। तब एक वर्ष के अनुबंध का भी स्पष्ट उल्लेख था। दूसरा महीना बीतने के बावजूद उन्हें अब तक मानदेय भुगतान नहीं किया गया। बैठे थे मानदेय के इंतजार में, लेकिन 8 फरवरी को ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की ओर से 28 फरवरी के बाद घर का रास्ता देखने का फरमान आ गया।
घर में बढा कलहअभ्यर्थियों ने बताया कि अभिभावकों को कम्प्यूटर खरीदने के लिए किसी तरह राजी किया था। इनमें से कइयों के कंधों पर वृद्ध माता-पिता का तो कई विवाहितों पर घर-गृहस्थी चलाने का भी बोझ है। करीब 21 से अधिक आयु वर्ग के इन कंप्यूटर ऑपरेटरों में कई ऎसे हैं जो पूर्व में निजी संस्थानों, कंपनियों में कार्यरत थे। वहां से नौकरी छोडने के बाद यह नौकरी भी हाथ से जाती देख, अब रोजी-रोटी का संकट हो गया है। इस स्थिति के चलते अब घरों में भी कलह बढने लगा है।
पहले ही लगा दी थी रोकराज्य सरकार ने कम्प्यूटर ऑपरेटर मय मशीन की भर्तियों पर पहले ही रोक लगा दी थी। यह रोक कला वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए लगाई गई थी। राजसमंद जिले में आवेदन मांगे गए। नियुक्ति देते समय एक वर्ष के अनुबंध की बात कही गई लेकिन 21 दिसम्बर के बाद ढाई माह भी पूरे नहीं हुए।
काम निकल गयाशर्त यह थी कि किसी भी माह में चार कार्य दिवस से अधिक कंप्यूटर बंद नहीं रखा जाएगा। यह भी पूर्व में सूचना देकर ही किया जा सकेगा। इससे अधिक समय तक कम्प्यूटर बंद रहने पर चाहे वह ऑपरेटर की गैर हाजरी के कारण या किसी खराबी के कारण हो तो देय राशि में से प्रतिदिन 200 रूपए की कटौती की जाएगी। इस आधार पर सब से करीब दो वर्ष पुराना रिकॉर्ड भी 'अपडेट' कराया गया।
हमने ब्याज पर करीब 35000 हजार रूपए जुटाकर कंप्यूटर, यूपीएस, प्रिंटर आदि खरीदे। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्ति के कारण वहां कमरा भी किराए पर ले लिया। अब तक पहला मानदेय भी नहीं मिला है और नौकरी से निकालने का फरमान सुना दिया गया।घनश्याम पालीवाल, कंप्यूटर ऑपरेटर, अंटालिया
राज्य सरकार ने भर्ती पर कोई रोक नहीं लगाई थी। यह नया आदेश पूरे राज्य के लिए लागू होगा, इसलिए राजसमंद जिले से भी सभी कंप्यूटर ऑपरेटर मय मशीन का अनुबंध 28 फरवरी को समाप्त किया जाएगा।औंकारसिंह, कलक्टर व जिला कार्यक्रम समन्वयक, राजसमंद

मारवाड-मावली रेलमार्ग उपेक्षा व राजनीतिक दबाव के अभाव में बदहाली के हालात में

देवगढ। पश्चिमी रेलवे का मारवाड-मावली रेलमार्ग रेलवे अघिकारियों की उपेक्षा व राजनीतिक दबाव के अभाव में बदहाली के हालात में पहुंच चुका है। अस्सी के दशक तक यह रेलमार्ग खूब फला फूल था। तब प्रतिदिन हजारों यात्री इस रेलमार्ग पर यात्रा करते थे, लेकिन आज यह मार्ग गर्त में समाता जा रहा है।
एक घंटे में चलती है 25 किमी
सन 1932-33 में निर्मित इस खण्ड के मारवाड से मावली तक 153 किलोमीटर के फासले को तय करने में करीब 6 घंटे से भी अघिक का समय लगता है। इसकी औसत 25 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार है। ऎसे में आज हर यात्री जल्दी से जल्दी पंहुचने के चक्कर मे अन्य साधनों का उपयोग करने लगा है, जिससे इस मार्ग की यात्री गाडियों में कई बार सौ से भी कम सवारियां होती हैं।
बंद हुए कई स्टेशन
नब्बे के दशक में इस मार्ग पर 13 में से 3 रेलवे स्टेशनों कुंवारिया, लावा सरदारगढ व कुंवाथल को पूर्ण रूप से बन्द कर कार्यालयों को सील कर दिया गया, जबकि देवगढ रेलवे स्टेशन को फ्लैग स्टेशन बनाकर स्टेशन मास्टर के पद को तोडकर बुंकिंग प्रभारी लगा दिया गया। इन स्टेशनों की रेल पटरियों की साइडिंग हटाकर दुर्गति कर दी गई है। पहले यहां तीन-तीन रेल साइडिंग पटरियां थीं, जिसमें से दो को हटाकर एक ही कर दी है, जिनसे इन स्टेशनो पर रेलगाडियो की क्र ॉसिंग नहीं हो सकती है। मावली से गाडी छूटने के बाद नाथद्वारा, कांकरोली, आमेट, कामलीघाट, गौरमघाट, फुलाद में ही क्रॉसिंग संभव है।
ब्रॉडगेज की दरकार
मावली से नाथद्वारा तक ब्रॉडगेज बनाई जा रही है। इससे आगे करीब 130 किलोमीटर का मार्ग ही ब्रॉडगेज नहीं है, अगर इसे भी ब्रॉडगेज बना दिया जाये तो जोधपुर का उदयपुर, चित्तौड व मुम्बई से सीधा सम्पर्क हो जाएगा। दूसरी ओर मावली से बडी सादडी रेलमार्ग को मावली-मारवाड रेल लाइन से जोड दिया जाए तो आगे नीमच तक के लिए यह मार्ग सबसे सुगम व छोटा होगा।
खण्डहर हुए क्वाटर्स और गोदाम
अस्सी के दशक में रेल प्रशासन ने इस खण्ड से मालगाडियों का आवागमन भी बन्द कर दिया, जिससे आमेट, कुंवारिया, लावा सरदारगढ व कांकरोली जैसे कस्बे में निकलने वाले मार्बल की ढुलाई नहीं हो सकती, मालगाडियां बन्द कर दिए जाने से इन स्टेशनो के बडे-बडे माल गोदाम की छतो के परतो को हटाकर बाहर ताला लगा दिया गया। ऎसी दशा में माल गोदाम खण्डहर होते जा रहे हैं। इन स्टेशनों के बन्द कर दिए जाने अथवा फ्लैग स्टेशन कर देने के बाद साठ से भी अघिक सरकारी क्वार्टर खण्डहर हो रहे हैं और अनैतिक कार्यो के अड्डे बन गए हैं।
गांव में छाई वीरानी
रेलवे के नाम से आबाद रहे कामलीघाट रेलवे स्टेशन से लोको एवं अन्य विभाग हटा दिए जाने से इस गांव में विरानी छा सी गई है। जहां सैकडों रेलवे कर्मचारी कार्य करते थे आज वहां कुछ नहीं है। क्षेत्र के पचासो रेलवे क्वाटर्स, गेस्ट हाउस एवं लोको शैड जहां कभी चार-चार भाप के इंजन ठीक किए जाते थे, आज धुलधुसरित हो रहे हैं। रामदेवरा मेले के समय मालवा क्षेत्र के हजारो तीर्थ यात्री दर्शन करने रामदेवरा मेले जाते हैं। उस वक्त इस मार्ग की रेलगाडियों के अंदर के साथ छतों और यहां तक कि इंजन तक पर यात्रियो के लिए पैर रखने की भी जगह नहीं होती है, लेकिन उसके बावजूद आज तक इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई।

Wednesday, February 10, 2010

महिला सदस्य को लेकर कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने

जिला प्रमुख चुनाव के दौरान भाजपा की एक महिला सदस्य को लेकर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। पुलिस ने बीच बचाव कर दोनों पक्षों को शांत किया। पुलिस दखल से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ड्यूटी पर मौजूद पुलिस उपाधीक्षक सी.पी. शर्मा के खिलाफ नारेबाजी की। जिला परिषद के वार्ड 14 से विजयी भाजपा की श्रीमती गणेशी देवी गुर्जर अन्य सदस्यों के साथ मतदान कर बाहर निकली तो उनके पति छोगालाल गुर्जर ने उनसे बात करनी चाही तो भाजपा नेताओं ने उन्हें रोका तथा उनके साथ भेजने से इंकार कर दिया। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवकीनंदन गुर्जर और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच तू तू- मैं मैं हो गई। भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़, जिलाध्यक्ष नंदलाल सिंघवी, भाजपा चुनाव प्रभारी प्रमोद सामर, पालिकाध्यक्ष अशोक रांका, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुनील जोशी, पूर्व सरपंच श्यामसुंदर पुरोहित आदि भाजपा नेताओं ने अपनी पार्टी के सदस्यों को वाहन में बैठाकर ले जाने लगे तो कांग्रेस नेता देवकीनंदन गुर्जर, हरिसिंह राठौड़, नगर कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सनाढ्य एवं पार्षद चुन्नीलाल पंचोली आदि ने वाहन को रोकने का प्रयास किया इस दौरान दोनों ओर से धक्का-मुक्की शुरू हो गई। पुलिस ने बीच-बचाव कर वाहन को निकाला। कांग्रेस नेताओं ने वाहन को रोकने के लिए सामने खड़े हो दीवार बना ली लेकिन पुलिस जाप्ते ने उन्हें हटा दिया वरना बड़ी दुर्घटना होने में कोई कसर बाकी नहीं रही थी। भाजपा सदस्यों के चले जाने के बाद कांग्रेस नेता देवकीनंदन गुर्जर एवं राजसमंद डिप्टी के बीच बोलचाल हो गई जो करीब 20-25 मिनट जारी रही। इस दौरान पुलिस रवैये को लेकर गुर्जर आक्रोश व्यक्त करते रहे। कांग्रेस नेता देवकीनंदन गुर्जर के साथ भाजपा सदस्य गणेशी देवी गुर्जर के पति छोगालाल गुर्जर कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से मिले और अनुरोध किया कि उनकी पत्नी को जबरन कैद कर रखा है उसे मुक्त करवाया जाए। इधर दूसरी ओर छोगालाल के परिजन विधायक श्रीमती किरण माहेश्वरी के साथ पुलिस अधीक्षक से मिले और बताया कि छोगालाल का कांग्रेस नेता अपहरण कर ले गए है। उसे अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराया जाए ताकि वृद्ध माता-पिता की परेशानी कम हो और वह तनाव मुक्त हो सके। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दुव्र्यवहार की कड़ी निंदाराजसमंद। भारतीय जनता पार्टी ने जिला प्रमुख चुनाव के समय कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई अभद्रता की कड़े शब्दों में भत्र्सना की है। घटनास्थल पर मौजूद भाजपा जिलाध्यक्ष नंदलाल सिंघवी, चुनाव प्रभारी प्रमोद सामर, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़, महामंत्री महेश पालीवाल, भाजपा मीडिया प्रभारी मधुप्रकाश लड्ढ़ा ने संयुक्त बयान जारी किया कि नव निर्वाचित जिला परिषद सदस्य श्रीमती गणेशी से कांग्रेस नेता देवकीनंदन गुर्जर एवं करीब सौ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने दुव्र्यवहार कर रास्ता रोक लिया। कांग्रेसी नेताओं की इस तरह की अभद्रता निंदनीय है। बयान में जाहिर किया कि कांग्रेस शासन के घमण्ड में कांग्रेसी नेता माफिया गिरोह की तरह हरकते कर रहे है। भाजपा यह कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा ने कांग्रेसी नेता द्वारा पुलिस के लिए इस्तेमाल किए गए अपशब्दो का भी कड़े शब्दों में निंदा की है।

'कविता की भूमिका बरकरार'

नाथद्वारा। समाज में कविता की भूमिका अब भी बरकरार है जिसे नवोदित कवि संवेदनाओं के साथ आगे बढा रहे हैं। मन-मानस की सहज अभिव्यक्ति की क्षमता ही काव्य में उजागर होती है।
यह बात वरिष्ठ साहित्य नंद भारद्वाज ने कही। वे बुधवार को राजस्थान साहित्यकार परिषद कांकरोली की ओर से धर्मनगरी में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। शुरूआत मां सरस्वती के माल्यार्पण के साथ हुई। श्री वल्लभ संगीत नृत्य अकादमी के कलाकारों ने सरस्वती व गजानन वंदना को नृत्य रूप में प्रस्तुत किया। इस अवसर साहित्यकार परिषद के अध्यक्ष अब्दुल हमीद शेख, गोपालकृष्ण खण्डेलवाल, माधव नागदा, जवानसिंह सिसोदिया, राधेश्याम सरावगी ने समारोह के अध्यक्ष व मुख्य अतिथियों का उपरणा, प्रसाद व श्रीजी की चित्र छवि प्रदान कर स्वागत किया। आयोजकों ने पीपा क्षत्रिय समाज की राष्ट्रीय संयोजिका दमयंती सोलंकी को विशेष सम्मान प्रदान किया। स्वागताध्यक्ष मधुसूदन पण्ड्या ने परिषद के उद्देश्यों को बताते हुए छोटे स्थलों पर रचनाकारों की सक्रियता को समाज के लिए अहम बताया।
लोकार्पणनगर की साहित्य प्रतिभा एम. डी. मनेरिया के दूसरे काव्य संग्रह अपना बनाकर देखो.. का लोकार्पण श्रीजी के बडे मुखिया नरहरि ठक्कर, डॉ. भगवतीलाल व्यास, कमर मेवाडी, माधव नागदा, शेख अब्दुल हमीद, इन्द्रप्रकाश श्रीमाली एवं गौरव बजाज ने किया।
सम्मान समारोहपरिषद् की ओर से नगर के रचनाधर्मी डॉ. सदाशिव श्रोत्रिय, मृणिशिल्पी डॉ. गगन दाधीच, डॉ. इन्द्रप्रकाश श्रीमाली, डॉ. कमला मुखिया, डॉ. धर्मचन्द्र मेहता, भगवतसिंह तथा दुर्गाशंकर मधु को शाल, स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।

शिवरात्रि की तैयारियां जोरों पर

राजसमन्द। उपनगर धोईदा में कैलाश मित्र मण्डल के तत्वावधान में आयोजित महाशिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां जोरों पर है। मित्र मण्डल के रामलाल कुमावत ने बताया कि महोत्सव के तहत 12 फरवरी को रात्रि आठ बजे कैलाश चौराहा पर भजन संध्या होगी, जिसमें मध्यप्रदेश के भजन गायक एस. एल. गोयल, राजकुमार मेघवंशी व अन्य गायक भजन प्रस्तुतियां देंगे। श्री कृष्ण ग्रुप सौ फीट रोड की ओर से बालाजी नगर वीर हनुमान मन्दिर स्थित ऊंकारेश्वर महादेव मन्दिर प्रांगण में महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।
प्र्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से गुरूवार को शाम पांच बजे आदर्श नगर राजमहल होटल में त्रिमूर्ति महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। ब्रrाकुमारी पूनम बहन ने बताया कि महोत्सव में उदयपुर संभाग की संचालिका रीटा बहन, राजस्थान जयपुर सब जोन की संचालिका राजयोगिनी पूनम दीदी अमृत वचनों से श्रद्धालुओं को लाभान्वित करेंगी।
चारभुजा। कस्बे के मंडी महादेव में महाशिवरात्रि की तैयारियां जोरों पर हैं। मंदिर में रंगरोगन सहित सफाई अभियान चल रहा है। मंदिर पर विद्युत सज्ाा, तोरणद्वार व गांव तक एक किलोमीटर के मार्ग में रोशनी की व्यवस्था की गई है। इसी तरह दूधेश्वर महादेव पाल पर भी मंदिर में रात्रि जागरण व भजन कीर्तन के कार्यक्रम होंगे।
महाशिवरात्रि पर कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त जिला मजिस्ट्रेट ओंकारसिंह ने शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर कानून व्यवस्था को लेकर कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं। आदेश के अनुसार उपखण्ड नाथद्वारा, राजसमन्द, रेलमगरा, भीम, कुम्भलगढ एवं आमेट सम्पूर्ण उपखण्ड क्षेत्र के लिए कार्यपालक मजिस्ट्रेट होंगे। इसी प्रकार तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट नाथद्वारा, राजसमन्द, रेलमगरा, देवगढ एवं आमेट को सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र संबंधित तहसील के लिए कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। उक्त कार्यपालक मजिस्ट्रेट आवंटित क्षेत्र में कानून व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी होंगे।

कांग्रेस के 4, भाजपा के 3 प्रधान

राजसमंद। पंचायत चुनाव के तहत बुधवार को जिले की सात पंचायत समितियों में प्रधान के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को 4 व भाजपा को 3 सीटों पर सफलता मिली। राजसमंद पंचायत समिति में भाजपा की देऊबाई प्रधान निर्वाचित हुई। देऊ ने कांग्रेस की सीमा कुंवर को तीन मतों से शिकस्त देकर जीत हासिल की।
कुंभलगढ पंचायत समिति में कांग्रेस के सूरतसिंह दसाणा, खमनोर में कांग्रेस के पुरूषोत्तम माली एवं आमेट पंचायत समिति में भाजपा के कालूलाल निर्विरोध निर्वाचित हुए। रेलमगरा पंचायत समिति में कांग्रेस की रेखा अहीर 13 मतों के साथ प्रधान बनीं जबकि प्रतिद्वंद्वी भाजपा की भंवर कुंवर को मात्र 4 मत मिले। देवगढ में कांग्रेस के हमीरसिंह ने 8 मत हासिल कर प्रधान की कुर्सी पर कब्जा जमाया। इस सीट से भाजपा के कौशलेन्द्रसिंह को 7 मत मिले तथा भीम पंचायत समिति से भाजपा की दीपिका प्रधान निर्वाचित हुई। दीपिका को नौ तथा कांग्रेस की रसियाबाई को सात मत मिले।
माली निर्विरोध निर्वाचित, जुलूस निकालानाथद्वारा। खमनोर पंचायत समिति के प्रधान पद के लिए बुधवार को कांग्रेस के पुरूषोत्तम माली निर्विरोध निर्वाचित हुए। माली ने निर्वाचन अधिकारी गौरव बजाज के समक्ष प्रधान के लिए नामांकन प्रस्तुत किया। किसी अन्य के आवेदन नहीं करने पर माली के नामांकन पत्र की जांच के बाद उनके निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की गई। बाद में माली को शपथ दिलाई गई। माली के नाम की घोषणा के साथ ही उनके समर्थक झूम उठे और उन्हें फूलमालाओं से लाद दिया। फिर जुलूस निकाला गया, जिसमे नवनिर्वाचित पंचायत समिति सदस्य भंवरसिंह मलीदा, मांगीलाल पालीवाल तथा अन्य सदस्य उपस्थित थे।
प्रधान बनने पर हर्ष पंचायत समिति, खमनोर के प्रधान पद पर कांग्रेस के पुरूषोत्तम माली के आसीन होने का कांगे्रसियों ने स्वागत किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवकीनंदन गुर्जर, पालिकाध्यक्ष गीता शर्मा, उपाध्यक्ष श्यामलाल गुर्जर, प्रधान मन्नूदेवी पालीवाल, उप प्रधान रामेश्वर खटीक, नगर कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण गुर्जर, हेमंत दवे, पार्टी प्रवक्ता गणेश वसीटा, पार्षद श्रैणिक जैन आदि ने हर्ष जताया। इधर, नवनिर्वाचित प्रधान पुरूषोत्तम माली ने अपनी जीत के लिये क्षेत्र के मतदाताओं का आभार जताते हुए कहा कि विकास की गति में नए आयाम स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे।
उमडे ग्रामीणखमनोर। जिला कांगे्रस के महामंत्री पुरूषोत्तम माली के खमनोर प्रधान पद पर आसीन होने से खमनोर कस्बे सहित समीपवर्ती गांवों में हर्ष की लहर छा गई। शपथ ग्रहण करने के पश्चात माली का कस्बे में जुलूस निकाला गया। ग्रामीणों ने ब्रrापुरी, रेगर मोहल्ले, सोनी मोहल्ले एवं बस स्टैण्ड पर माल्यार्पण कर स्वागत किया। जुलूस में खमनोर सहित मोलेला, सेमल, उनवास, सलोदा, मचीन्द, फतहपुर सहित विभिन्न गांवों से बडी तादाद में ग्रामीण मौजूद थे।
देऊ पहली भाजपा प्रधानराजसमन्द पंचायत समिति में एससी महिला के लिए आरक्षित प्रधान पद के लिए बुधवार को हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी देऊबाई ने जीत हासिल कर पंचायत समिति में पहली बार 'शुद्ध भाजपा' बोर्ड बनाने का इतिहास रचा। देऊबाई को दस व कांग्रेस प्रत्याशी सीमा कंवर को 7 मत मिले। प्रधान के लिए कुल दो नामांकन प्राप्त हुए थे। पंचायत समिति के कुल 17 सदस्यों में से भाजपा के 10 व कांग्रेस के सात उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी।
बंद गाडियों में लाए सदस्यों कोप्रधान पद के लिए अपने-अपने पक्ष में मतदान कराने भाजपा एवं कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता व पदाघिकारी पंचायत समिति सदस्यों को मतदान के निर्धारित समय पर एकान्तवास से बन्द गाडियों में बैठाकर पूरी सुरक्षा के साथ मतदान स्थल पंचायत समिति कार्यालय परिसर तक लाए तथा मतदान के तुरन्त बाद उसी सुरक्षा के साथ पुन: गाडियों में बैठाकर एकान्तवास ले गए ताकि गुरूवार को होने वाले उपप्रधान के चुनाव तक सदस्यों को कोई दूसरा गुमराह न कर पाए।
रहा मजमाप्रधान पद के लिए बुधवार को हुए चुनाव को लेकर सुबह नामांकन से परिणाम घोषित होने तक पंचायत समिति कार्यालय के बाहर भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों के कार्यकर्ताओं का मजमा रहा। भाजपा की ओर से जहां फरारा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच बहादुरसिंह राठौड, पूर्व ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष श्रीकृष्ण पालीवाल, सत्यनारायण पूर्बिया, भूपेन्द्र पालीवाल, जवाहर जाट, हितेश पालीवाल सहित अन्य थे तो कांगे्रस के कार्यकर्ता ही पहुंचे थे।
दसाणा बने कुंभलगढ प्रधानकुंभलगढ । कुंभलगढ पंचायत समिति के प्रधान पद पर बुधवार को हुए चुनाव में कांग्रेस के सूरतसिंह दसाणा निर्विरोध प्रधान निर्वाचित हुए। पंचायत समिति में कांग्रेस को 13 व भाजपा को चार सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने दसाणा को पार्टी प्रत्याशी घोषित किया था। जानकारों के अनुसार पंचायत समिति के इतिहास में पहली मर्तबा भाजपा ने अपना कोई प्रत्याशी प्रधान पद के लिए खडा नहीं किया, जिसके चलते सूरतसिंह का एकमात्र नामांकन जमा हुए। दसाणा ने सुबह सवा दस बजे समर्थकों वदरीसिंह खखड व शंभूपुरी गोस्वामी के साथ उपखण्ड अघिकारी भगवतसिंह बारहठ के समक्ष नामांकन पेश किया। सुबह 11 बजे तक किसी अन्य के नामांकन पेश नहीं करने पर जांच प्रक्रिया शुरू की गई।
दोपहर सवा बजे निर्वाचन अघिकारी ने सूरतसिंह दसाणा के निर्विरोध प्रधान निर्वाचन की घोषणा की गई। बाद में केलवाडा में बैंडबाजों के साथ जुलूस निकाला गया। मौके पर जिला उपाध्यक्ष नंदकिशोर देवपुरा, कांग्रेस कार्यकर्ता रामलाल सुथार, देवीसिंह, चुन्नीलाल लोहार, लालसिंह झाला, रूपसिंह दसाना सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। कुम्भलगढ पंचायत समिति में कांगे्रस को बहुमत मिला था लेकिन राजस्थान पत्रिका में मंगलवार व बुधवार को भूलवश भाजपा को बहुमत मिलना बता दिया गया था।
वदरीसिंह का उप प्रधान बनना तयकांग्रेस कार्यकर्ताओं की करणी पैलेस में बुधवार सुबह बैठक हुई जिसमें विधायक गणेशसिंह परमार ने प्रधान के लिए पार्टी प्रत्याशी की घोषणा की। प्रधान के निर्विरोध निर्वाचन के बाद प्रधान पद के अन्य दावेदार वरदीसिंह का उपप्रधान बनना तय माना जा रहा है। सूरतसिंह के प्रधान बनने के बाद दो दिन से चल रही उठापटक समाप्त हो गई और बुधवार को वरदीसिंह, सूरतसिंह दसाणा के साथ-साथ रहे। प्रधान पद के एक अन्य दावेदार पूर्व प्रधान किशनलाल गुर्जर बुधवार को कांग्रेस खेमे में कहीं नजर नहीं आए। हां, उनके कुछ समर्थक सुबह करणी पैलेस होटल के बाहर हंगामा करते जरूर नजर आए, लेकिन पुलिस की सख्ती को देखते हुए वहां से खिसक भी लिए।
पंचायत समिति बनी सैनिक छावनीप्रधान के चुनाव को लेकर पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के माकूल प्रबंध किए गए। वृत्त निरीक्षक दयाराम फडौदा के नेतृत्व में एमबीसी के 70 जवानों ने परिसर को घेरे में ले लिया। चुनाव प्रक्रिया निर्विरोध हो जाने से दोपहर डेढ बजे तक सभी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्थाएं समाप्त कर दी गई।
करणी पैलेस में खूब हुई आतिशबाजीनवनिर्वाचित प्रधान दसाणा की केलवाडा स्थित होटल करणी पैलेस में सैकडों की संख्या में उपस्थित उनके समर्थकों ने आतिशबाजी कर दसाणा के प्रधान बनने का जश्न मनाया।
दीपिका बनीं भीम प्रधानभीम। प्रधान पद के लिए बुधवार को हुए निर्वाचन में कांग्रेस की रसियाबाई को शिकस्त देते हुए भाजपा की दीपिका रावत ने प्रधान कुर्सी हथिया ली। दसवें प्रधान के रूप में चुनी गई भाजपा की दीपिका को 9 तथा कांग्रेस की रसिया को 7 मत मिले। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर थानाधिकारी सुंदरलाल सोनी के नेतृत्व में पुलिस जाब्ता तैनात था।
सुबह दस बजे नामांकन प्रक्रिया आरंभ होने के बाद भाजपा की दीपिका ने नामांकन दाखिल किया। इसके कुछ देर बाद पहुंची रसियादेवी ने भी दो नामांकन पेश किए। नाम वापसी के दौरान भाजपा कार्यकर्ता राजसमंद के पूर्व विधायक बंशीलाल के नेतृत्व में परिस्थितियों पर नजर रखे थे, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्व विधायक लक्ष्मणसिंह के पुत्र सुदर्शनसिंह के नेतृत्व में मोर्चा संभाले थे। मतदान परिसर के बाहर जमा उत्सुक लोगों में जोड-तोड की चर्चाएं भी थीं। करीब तीन बजे पुलिस जवानों ने अवरोधक लगाकर रास्तों को बंद कर दिया तथा वहां एकत्र भीड को खदेडा। शाम करीब पांच बजे परिणाम की घोषणा में दीपिका को विजयी घोषित किया गया। जीत की घोषणा के साथ ही भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी शुरू कर दी। इस दौरान विधायक हरिसंह रावत, पूर्व विधायक बंशीलाल तथा अन्य ने नव निर्वाचित प्रधान को पुष्प मालाओं से लादकर कस्बे में विजयी जुलूस निकाला।]
कांग्रेस के हमीरसिंह बने प्रधानदेवगढ । प्रधान पद के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस के हमीरसिंह ने भाजपा के कौशलेन्द्रसिंह को एक मत से पराजित कर प्रधान पद पर कब्जा कर लिया। 15 सदस्यों वाली पंचायत समिति में भाजपा व कांग्रेस के सात-सात एवं 1 निर्दलीय सदस्य हमीरसिंह के निर्वाचित होने के बाद निर्दलीय सदस्य को पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत कांग्रेस के पक्ष में करने में सफल रहे। बुधवार सुबह कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराकर काफिले के साथ साढे दस बजे नामांकन-पत्र निर्वाचन अधिकारी आशीष कुमार शर्मा के समक्ष पेश किया। वहीं, भाजपा की ओर से भी पूर्व मंत्री मानधातासिंह के पुत्र कौशलेन्द्रसिंह ने नामांकन पेश किया।
तीन बजे मतदान के समय पंचायत समिति परिसर के आसपास भाजपा एवं कांग्रेस के समर्थकों की भीड के बीच आमेट रोड से भाजपा के नवनिर्वाचित 7 सदस्यों को दो जीपों में भाजपा नगर अध्यक्ष अजय सोनी एवं केसरीमल कडी सुरक्षा में लेकर पहुंचे। उनके पहुंचते ही भाजपा समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की। भाजपा सदस्य मतदान कर ही रहे थे कि करीब सवा तीन बजे सात-आठ गाडियों के काफिले के साथ पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेस के नवनिर्वाचित 8 सदस्य मतदान के लिए पहुंचे जिन्हें कडी सुरक्षा के बीच तहसील के बरामदे में मतदान के लिए इन्तजार करना पडा। इस बीच बाहर भाजपा एवं कांगे्रस के सदस्य अपने-अपने समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर रहे थे, जिन्हें कई बार पुलिस ने दूर खदेडा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गाडियां खडी करने को लेकर पुलिस से भाजपा कार्यकर्ता उलझते रहे। करीब साढे तीन बजे मतगणना हुई। निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस के हमीरसिंह के पक्ष में 8 मत एवं कौशलैद्रसिंह के पक्ष में 7 मत की घोष्ाणा की। नवनिर्वाचित प्रधान को कार्यकर्ताओं ने पुष्प मालाओं से लाद कर कांग्रेस के पक्ष में जमकर नारेबाजी की एवं मिठाई वितरित की।
कुण्डेली का जवान जीताप्रधान हमीरसिंह कुण्डेली गांव के मूल निवासी हैं। उनके समर्थन में गांव से करीब तीन सौ से अधिक लोग नारे लगाते हुए पंचायत समिति कार्यालय के बाहर सुबह दस बजे से ही डटे हुए थे। हालांकि अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक वासुदेव भट्ट, देवगढ थानाधिकारी लीलाधर मालवीय, दिवेर थानाधिकारी भैयालाल आंजना, मेवाड भील कोर के जवान सहित पुलिस लाइन का जाब्ता लगाया गया था।
टेम्पो चालक हैं हमीरसिंहकांग्रेस के नवनिर्वाचित प्रधान 28 वर्षीय हमीरसिंह आठवीं उत्तीर्ण हैं तथा कुण्डेली से देवगढ के बीच अपना टेम्पो चलाकर आजीविका चलाते हैं।

Tuesday, February 9, 2010

महिला की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार

राजसमंद समीपवर्ती कुरज गांव में एक महिला की हत्या करने के आरोप में पुलिस रिमाण्ड पर चल रहे आरोपी युवक को अदालत में न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए है। वहीं केलवा थाना पुलिस ने उसे गत वर्ष अप्रेल माह में हुई हत्या के मामले में प्रोडक्शन वारंट के तहत गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार कुरज निवासी श्रीमती कमला भील की गत जनवरी माह में गला घोंट कर हत्या करने के आरोप में पुलिस ने चून सिंह उर्फ सोहन सिंह को गिरफ्तार किया था। पुलिस रिमाण्ड अवधि के दौरान चून सिंह से आभूषण एवं अन्य सामान बरामदी एवं घटनास्थल की तस्दीक करवाई गई। रिमाण्ड अवधि समाप्त होने पर सोमवार को अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। केलवा थानाधिकारी महावीर शर्मा ने बताया कि गत छह अप्रेल 09 को धांयला मार्ग पर वीराने में गुड़ली निवासी श्रीमती मांगी बाई कुमावत की हत्या के आरोप में चून सिंह उर्फ सोहन सिंह को प्रोडक्शन वारंट के तहत गिरफ्तार किया। चून सिंह से घटनास्थल की तस्दीक करवाई गई है।

महिला का पांव तोडऩे का आरोपी जेल में

राजसमंद। कुम्भलगढ़ क्षेत्र के तलाई का भीलवाड़ा गावं में गत जनवरी माह में एक महिला का पांव तोडऩे का आरोपी को अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। थानाधिकारी दयाराम फडोदा ने बताया कि तलाई का भीलवाड़ा निवासी चेनाराम पुत्र नोजाराम ने रिपोर्ट दी कि गत 20 जनवरी को गांव का भैरा पुत्र वरदा भील उसके घर आया और उसकी पत्नी से तकरार करते हुए उसका पांव तोड़ दिया। पुलिस ने अनुसंधान करते हुए भैरा भील को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।

धधकी पहाडियां

देलवाडा। निकटवर्ती बिलोता की पहाडियों में मंगलवार को अचानक आग धधकने से सनसनी फैल गई। आग का पता चलते ही सैकडों की संख्या में ग्रामीण मौके पर जा पहुंचे तथा आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए। ग्रामीणों की कडी मशक्कत के बाद लगभग तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। घटना के अनुसार बुधवार दोपहर बिलोता की पहाडियों पर घास के बीडों में अज्ञात कारणों से अचानक आग लग गई। क्षेत्र में पिछले दिनों से चल रही हवा से आग ने शीघ्र ही विकराल रूप धारण कर लिया। पहाडी से आग की लपटें उठती देख बडी संख्या में ग्रामीणों के साथ स्थानीय विद्यालय के विद्यार्थी तथा अध्यापक भी आग बुझाने के लिए दौड पडे।
जिसके हाथ जो आया उससे लगा बुझानेआग को बढता देख क्षेत्रीय ग्रामीणों के हाथ में आग बुझाने के लिए जो भी आया उससे उसने प्रयास करने शुरू कर दिए। ग्रामीणों ने बताया कि पहाडी क्षेत्र होने के कारण अग्निशमन वाहन का पहुंचना संभव नहीं है इसलिए आग लगने पर स्वयं को ही हर संभव प्रयास करने होते हैं।

दुर्घटना में ट्रैक्टर चालक की मृत्यु

रेलमगरा। निकटवर्ती ओडा गांव में बनास नदी के पेटे से बजरी का दोहन कर रहे एक ट्रैक्टर चालक के गंभीर घायल हो जाने के बाद उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
थानाधिकारी योगेश चौहान ने बताया कि खेमराज पुत्र ओंकार गमेती निवासी खेमली बनास नदी के पेटे से बजरी का दोहन कर रहा था। इस दौरान ट्रैक्टर के पिछले पहिये बजरी में धंस गए। चालक खेमराज के उन्हें निकालने का प्रयास करने के दौरान ट्रैक्टर उछल कर अगले दो पहियों पर खडा हो गया जिससे वह गंभीर घायल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही उसे तुरंत उदयपुर ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पहली बार बनेगा भाजपा का बोर्ड

राजसमंद। आजादी के बाद पहला मौका है जब राजसमंद पंचायत समिति में भाजपा का बोर्ड बनेगा। वर्ष 1959 में बनी पंचायत समिति पर अब तक कांग्रेस समर्थित या विचारधारा के प्रत्याशी ही प्रधान बनते रहे हैं, लेकिन इस बार पंचायत समिति की कई पंचायतों में कांग्रेस पुराना प्रदर्शन नहीं दोहरा पाई। हाल यह कि वार्ड एक से सात तक तो एक भी कांग्रेस प्रत्याशी खाता नहीं खोल पाया। इन चुनाव में इस पंचायत समिति के कुल 17 वार्डो में से भाजपा ने 10 वार्डो में स्पष्ट बहुमत हासिल कर प्रधान पद पर कब्जे का मार्ग प्रशस्त कर लिया।
देऊबाई का प्रधान बनना तयइस बार पार्टी के भीतर प्रधान पद के लिए किसी प्रकार की खींचतान का कोई भय नहीं है। एससी महिला के लिए आरक्षित प्रधान के पद पर भाजपा की ओर से एकमात्र विजयी प्रत्याशी देऊबाई ने जीत हासिल कर भाजपा के पहले बोर्ड का प्रधान बनने का गौरव हासिल करने का दावा कर लिया है।
अब तक का सफरपंचायत समिति में पहले प्रधान के रूप में आए ठाकुर दौलतसिंह ने अक्टूबर 1959 से अगस्त 1966 तक लगातार तीन बार काम किया। इसके बाद पृथ्वीसिंह ने अगस्त 1966 से अगस्त 1977 तक कार्यवाहक प्रधान के रूप में कार्य किया। इनके बाद गुणसागर कर्णावट ने कमान संभाली। यह दिसंबर 1981 से जुलाई 1988 तक इस पद पर रहे। इनके बाद केलवा के रघुवीरसिंह राठौड ने जुलाई 1988 से जुलाई 1991 तक कार्य किया।
इसके बाद फरवरी 1995 से अक्टूबर 1998 तक डॉ. शिप्रा रही इस पद पर रही। इनके खिलाफ अविश्वास आने के बाद इनके पद से हटने से उपप्रधान देवीसिंह भाटी ने कार्यवाहक प्रधान के रूप में फरवरी 2000 तक कार्य किया। फरवरी 2000 में कांग्रेस में पडी फूट के बाद भाजपा के समर्थन से रघुवीरसिंह ने एक बार फिर पंचायत की कमान संभाली, यह सिर्फ दो वर्ष ही वर्ष 2002 तक कार्य कर पाए। इनके खिलाफ भी अविश्वास आने से उपप्रधान भाजपा के भानू पालीवाल ने कार्यवाहक प्रधान केे रूप में 2003 तक कार्य किया। इसके बाद हुए चुनाव में शांतिलाल कोठारी इस पद पर रहे यह फरवरी 2005 तक रहे। इनके बाद फरवरी 2005 से कांग्रेस के गणेशलाल भील अब तक इस पद पर बने हुए थे।
... लेकिन तब तक शपथ ले लीभाजपा को उस वक्त मायूसी का सामना करना पडा जब वह पुनर्गणना का आवेदन लेकर प्रशासन के पास पहुंचे, लेकिन उन्हें पता चला कि विजयी घोषित कांग्रेस की प्रत्याशी ने शपथ ले ली। मामला जिला परिषद के वार्ड 13 से जुडा था। वार्ड से कांग्रेस के गणेशलाल भील 139 मतों से विजयी घोषित किए गए। देर रात घोषित परिणाम के बारे में जब भाजपा नेताओं को पता चला कि जीत का अंतर महज 139 मत है तो उन्होंने पुनर्गणना की मांग की। उन्होंने अपने अभिकर्ता को तलाशा, लेकिन वह घर जा चुका था। आनन-फानन में ही वार्ड के अभिकर्ता को पुनर्गणना के आवेदन के लिए बुलाया गया लेकिन तब तक कांग्रेस की ओर से वहां मौजूद नेताओं ने विजयी घोषित गणेशलाल को बुलाकर शपथ दिलवा दी।
'मैडम प्लीज... आप के लिए मनाई है'मतगणना स्थल के मुख्य द्वार पर विधायक किरण माहेश्वरी की उस वक्त बडी अजीब स्थिति हो गई जब द्वार पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। पुलिसकर्मियों ने विधायक से कहा 'मैडम प्लीज... आप के लिए मनाही है।' पंचायत समिति के विजयी घोषित प्रत्याशियों को शपथ दिलाने के लिए भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी वाहनों के काफिले के साथ मतगणना स्थल पर पहुंची थी। प्रत्याशियों के मतगणना स्थल पर प्रवेश के साथ जब विधायक वहां प्रवेश करने लगी तो द्वार पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। प्रत्याशी के शपथ लेकर आने तक विधायक गेट पर ही इंतजार करती रहीं।
लेनी पडी पुलिस की शरणमतगणना स्थल पर उस वक्त अजीब स्थिति बन गई जब कांग्रेस व भाजपा के नेताओं की खींचतान से बचने के लिए एक निर्दलीय प्रत्याशी को कलक्टर कक्ष में शरण लेनी पडी। बाद में इसे पुलिस संरक्षण में रवाना किया गया। मामला देवगढ पंचायत समिति से जुडा है। हुआ यूं कि पंचायत समिति में कुल 15 सीटों के मुकाबले भाजपा व कांग्रेस की सात-सात सीटें आई। अब मामला एक सीट पर आकर टिक गया।

कांग्रेस 13 व भाजपा का 12 पर कब्जा

राजसमंद। राजसमंद जिला परिषद के घोषित परिणामों में कुल 25 सीटों में से 13 पर कांग्रेस तथा 12 पर भाजपा ने कब्जा जमाया है। परिणामों की वार्डवार स्थिति इस प्रकार रही। वार्ड 1 कांग्रेस के सत्यनारायण ने भाजपा के नवलसिंह को 3083 मतों से, वार्ड 2 में कांग्रेस के हरीशकुमार ने भाजपा के दीनदयाल को 2618 मतों से, वार्ड 3 में कांग्रेस के मदनलाल गुर्जर ने भाजपा के शिवराजसिंह को 1324 मतों से, वार्ड 4 में भाजपा की भूरी बाई ने कांग्रेस की भंवरी बाई 102 मतों से, वार्ड 5 में कांग्रेस के भंवरलाल ने भाजपा के ललित तिवारी को 4680 मतों से, वार्ड 6 में कांग्रेस के कूकसिंह ने रमेशचन्द्र श्रीमाली को 6083 मतों से, वार्ड 7 में कांग्रेस की वरजू ने भाजपा की रेखा को 1885 मतों से, वार्ड 8 में कांग्रेस के महेश प्रतापसिंह ने भाजपा के सत्यनारायण को 4774 मतों से, वार्ड 9 में कांग्रेस के किशनलाल भील ने भाजपा के केसुलाल को 1439 मतों से, वार्ड 10 में कांग्रेस की गीतादेवी ने भाजपा की प्यारी बाई को 4440 मतों से, वार्ड 11 में कांग्रेस के हरलाल ने भाजपा के श्यामलाल को 1956 मतों से, वार्ड 12 से कांग्रेस की प्रेमीदेवी ने भाजपा की कमला देवी को 987 मतों से, वार्ड 13 में कांग्रेस के गणेशलाल भील ने भाजपा के मदनलाल को 139 मतों से, वार्ड 14 में भाजपा की गणेशी गुर्जर ने कांग्रेस की नंदू देवी को 14 मतों से, वार्ड 15 में भाजपा की संतोषी देवी ने कांग्रेस की नानकी बाई को 882 मतों से, वार्ड 16 में भाजपा की अनिता देवी ने कांग्रेस की हसीना बानू को 2804 मतों से, वार्ड 17 में भाजपा के बंशीलाल ने कांग्रेस के मांगीलाल को 724 मतों से, वार्ड 18 से भाजपा की सविता ने कांग्रेस की दिव्या को 2939 मतों से, वार्ड 19 में भाजपा की सागर कुंवर ने कांग्रेस की गजराज कुंवर को 2168 मतों से, वार्ड 20 से भाजपा की राजीबाई ने कांग्रेस की दुर्गा देवी को 1051 मतों से, वार्ड 21 से भाजपा के दयाराम ने कांग्रेस के घीसा को 782 मतों से, वार्ड 22 से कांग्रेस की अहिल्या देवी ने भाजपा की बसंता देवी को 1274, वार्ड 23 से भाजपा गनी मोहम्मद ने कांग्रेस भंवरसिंह को 1099 मतों से, वार्ड 24 में भाजपा के कालूसिंह ने कांग्रेस के विवेक को 2483 मतों से तथा वार्ड 25 में भाजपा की सुशीला देवी ने कांग्रेस की प्यारीदेवी को 1176 मतों से हराया।
जिला प्रमुख एवं प्रधानों का निर्वाचन आज पंचायत आम चुनाव 2010 के तहत जिला प्रमुख एवं प्रधानों का निर्वाचन बुधवार को होगा तथा उप जिला प्रमुख एवं उप प्रधानों का निर्वाचन गुरूवार को होगा। जिला निर्वाचन अघिकारी (कलक्टर) ओंकारसिंह के अनुसार जिला प्रमुख एवं प्रधानों के लिए बुधवार सुबह बैठक होगी। नाम निर्देशन पत्र सुबह 11 बजे तक प्रस्तुत किए जा सकेंगे तथा उनकी संवीक्षा सुबह साढे 11 बजे तक की जाएगी। अभ्यर्थी अपने नाम इसी दिन दोपहर एक बजे तक वापस ले सकेंगे। इसके बाद चुनाव चिह्नों का आवंटन किया जाएगा और आवश्यक होने पर तीन से शाम पांच बजे तक मतदान होगा तथा इसके तुरन्त पश्चात मतों की गणना की जाकर विजयी प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी। उप जिला प्रमुख एवं उप प्रधानों का निर्वाचन 11 फरवरी को होगा।

Monday, February 8, 2010

खण्डेल के युवक की मुम्बई में मृत्यु

कुंवारिया। समीपवर्ती खण्डेल गांव के एक युवक की मुम्बई में छत से गिरने से मृत्यु हो गई। जानकारी के अनुसार खण्डेल निवासी मदनलाल लोहार (34) रविवार को दिन में मुम्बई में फर्नीचर का कार्य करते समय छत की खिडकी से गिर गया।
छत से गिरने से मदन के सिर में गम्भीर में चोट पहुंची जिससे उसकी मृत्यु हो गई। खण्डेल के युवक की मुम्बई में मृत्यु होने की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर छा गई।

हादसे में बच्चे की मृत्यु

देवगढ। भीम थाना क्षेत्र के टोगी गांव के हनुमान मन्दिर पर खेल रहे बच्चे के पेट में लोहे की कील घुस जाने के बाद सोमवार को अजमेर के चिकित्सालय में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।
पुलिस के अनुसार लोकेश (6) पुत्र प्रकाश प्रजापत रविवार को गांव के हनुमान मन्दिर पर खेल रहा था। इस दौरान वह मन्दिर के बाहर बनी फाटक के ऊपर झूल रहा था कि अचानक फिसल गया एवं फाटक पर लगी लोहे की कील पेट में घुस जाने से गम्भीर रूप से घायल हो गया।
बालक के परिजन तुरंत उसे उपचार के लिए ब्यावर ले गए जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे अजमेर रेफर कर दिया गया जहां सोमवार को उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया।

हत्या का आरोपी न्यायिक अभिरक्षा में

कुंवारिया। समीपवर्ती कुरज गांव में अकेली रहने वाली महिला की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार युवक को न्यायालय ने न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। उल्लेखनीय है कि कुरज गांव में जूणदा रोड पर रहने वाली महिला की गला घोंटकर हत्या करके उसके गहने लूटने के आरोप में गिरफ्तार चूनसिंह उर्फ सोहनसिंह निवासी पाली की निशानदेही पर पुलिस ने रविवार को सोने का दूसरा मादलिया बरामद करने के साथ आरोपी से घटनास्थल की मौका तस्दीक भी कराई थी।
पुलिस ने सोमवार को पुलिस रिमाण्ड की अवधि समाप्त होने पर रेलमगरा न्यायालय में पेश किया, जहां से आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।

नौकर ले गया 55 हजार रूपए

देवगढ। निकटवर्ती लसानी गांव में व्यक्ति के घर में चौकीदारी करने वाला उनका नौकर ने 55 हजार रूपए लेकर फरार हो गया। थानाधिकारी लीलाधर मालवीय ने बताया कि लसानी निवासी शंकरलाल पुत्र पृथ्वीराज दक ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि गत 4 दिसम्बर को उन्होंने बेंगलुरू जाते समय घर की रखवाली के लिए अमरसिंह उर्फ पप्पूसिंह पुत्र धन्नासिंह रावत को ढाई हजार रूपए मासिक नौकरी पर रखा था।
उन्होंने बताया कि उनके बेंगलुरू जाने के दौरान 55 हजार रूपए पलंग के नीचे छिपाकर रखे थे, वापस आने पर उन्हें रूपए नहीं मिले। अमरसिंह से टेलीफोन पर पूछताछ की तो उसने पैसे ले जाना स्वीकार कर लिया, लेकिन अब वह पैसे देने में आनाकानी कर रहा है। पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

जीते तो जिंदाबाद, हारे तो खिसक लिए

राजसमंद। सातों पंचायत समितियों की 118 सीटों के 189 प्रत्याशियों का मतदान परिणाम जानने को लेकर दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों और प्रत्याशियों से अधिक उत्सुकता आमजनों में रही। पुलिस छावनी में तब्दील कांकरोली के राजकीय उच्च माध्यमिक बालकृष्ण विद्याभवन स्टेडियम में तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं को धता बताते हुए सुबह से लोगों का हुजूम मतगणना परिसर में जा घुसा। महिलाओं की तादाद भी कम नहीं थी। परिणामों का रूझान दोपहर एक बजे बाद आना शुरू हुआ। 'आगे' व 'पीछे' के रूझानों को देखकर पार्टी पदाधिकारियों के चेहरों का रंग उडता दिखाई देता तो कभी रौनक छा जाती।
सबसे पहले दोपहर करीब तीन बजे आमेट पंचायत समिति के परिणामों की घोषणा होना शुरू हुई। आरंभिक पांच में से चार सीटें पर भाजपा के खाते में जाने की जानकारी पाकर कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता और प्रत्याशी भी इधर-उधर झांकने लगे लेकिन खमनोर में प्रारंभिक रूझानों में तकरीबन सभी वार्डो में एकतरफा कांग्रेस के आने की खबर सुन वरिष्ठ पदाधिकारी पुन: नजर आने लगे।
जिंदाबाद-जिंदाबादशाम करीब पांच बजे बाद जीत की आधिकारिक घोषणा होना शुरू हुई। इस दौरान बालकृष्ण स्टेडियम में लोगों की भीड उमड पडी। देवगढ के परिणामों को लेकर जिलेभर में उत्सुकता बनी रही। मतगणना परिसर में सर्वाधिक फोन देवगढ क्षेत्र से आए जहां तमाम उम्मीदों को लेकर बार-बार जानकारियां ली जा रही थीं। दोनों राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के समर्थक बडी संख्या में बालकृष्ण स्टेडियम में जमा होने के कारण शाम साढे पांच बजे बाद रह-रह जिंदाबाद-जिंदाबाद, हमारा नेता कैसा हो... जैसे गगनभेदी नारों से गुंजायमान होता रहा।
चाय-नाश्ते ने कराई देरीसुबह के वक्त आमेट के अलावा तकरीबन तमाम टेबलों पर गणक पर्यवेक्षक टेबल छोडकर चाय-नाश्ता करते रहे। यह स्थिति राजसमंद, भीम, रेलमगरा और खमनोर पंचायत समिति के गणना कक्षों में अधिक रही। ऎसे में माइक से बार-बार उद्घोषणा कर कार्मिकों को टेबल पर पहुंचने के निर्देश दिए जाते रहे। कई बार दोनों धडों प्रत्याशी भी अपनी टेबलों पर नहीं होने के कारण गणना में देरी हुई। चाय-नाश्ते और भोजन के पैकेट लगातार कक्षों में पहुंचते रहे। कार्मिक दोपहर करीब एक बजे तक मतपत्रों के बण्डल बनाने में ही लगे रहे।
आमेट में भाजपा का कब्जाआमेट। पंचायत राज चुनाव के तहत आमेट पंचायत समिति के पंचायत समिति सदस्यों की कुल 15 सीटों में से 9 पर भाजपा एवं 6 पर कांगे्रस विजयी रही। चुनाव परिणाम आने के साथ भाजपा खेमे में खुशहाली की लहर दौड गई। भाजपा की जीत पर शानदार आतिशबाजी की और मिठाई वितरित की गई। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाई।
तीसरी बार बनेगा भाजपा का प्रधानआमेट पंचायत समिति में दस वर्ष से भाजपा का कब्जा कायम है। अब भी भाजपा का प्रधान बनना तय है। इससे पूर्व भाजपा के मोहनलाल चन्देल व महिपालसिंह राठौड इस पंचायत क्षेत्र में प्रधान बने हैं। गत चुनाव में 15 सीटों में से 10 पर भाजपा व पांच पर कांगे्रस विजयी हुई थी, तब भाजपा के विधायक पूर्व सिंचाई राच्यमंत्री सुरेन्द्रसिंह राठौड थे जबकि वर्तमान में क्षेत्र से कांगे्रस के विधायक गणेशसिंह परमार है।
कौन बनेगा प्रधानआमेट पंचायत समिति प्रधान की सीट एसटी पुरूष की है। भाजपा ने एसटी पुरूष के दो उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। संयोग से भाजपा के दोनों उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। संयोग से भाजपा के दोनों उम्मीदवार वार्ड सात से बंशीलाल भील एवं वार्ड 11 से कालू भील चुनाव जीत गए हैं।
भाजपा का खाता भी नहीं खुलानाथद्वारा। पंचायत समिति खमनोर पर आजादी के बाद से एकछत्र राज कर रही कांगे्रस के लिए वर्ष 2010 के चुनाव और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। कांग्रेस ने अपने अभेद्य गढ में भारतीय जनता पार्टी को घुसने नहीं दिया। यहां के राजनीतिक समीकरण ने विधानसभा चुनाव मे पलटी दी। क्षेत्र से पार्टी का नेतृत्व कर रहे विधायक कल्याणसिंह चौहान ने जीत हासिल की लेकिन लोकसभा चुनाव में आए उलट परिणामों को देखकर हर किसी को आश्चर्य हुआ था। एक बार फिर पंचायत चुनाव के नतीजों ने भाजपा को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
जनता ने जो परिणाम दिया है, वह स्वीकार्य है। लोकतंत्र में जनता का अपना स्वयं का मत होता है। कल्याण सिंह चौहान विधायक नाथद्वारा
ऎसे परिणाम की आशा नहीं थी, परंतु जनता ने जो निर्णय दिया है, उसे ध्यान में रखते हुए गहन मंथन कर आगे की रणनीति तय करनी चाहिए। पार्टी के प्रति लोगों की अब भी पूरी आस्था है।शिवदानसिंह चौहान, पूर्व देवस्थान एवं पंचायतराज मंत्री नाथद्वारा
जनता का कांगे्रस के प्रति जो ऎतिहासिक उत्साह है, वह केन्द्रीय मंत्री डॉ. सीपी जोशी के किए गए विकास कार्यो का परिणाम है। उनके एक मत से हारने के बाद भाजपा को खमनोर में जीत का भ्रम था, जनता ने उसे समाप्त कर दिया। वीरेंद्र वैष्णव, कांगे्रस प्रदेश कार्यसमिति सदस्य
भाटी जीते 1241 मतों सेराजसमंद पंचायत समिति के वार्ड 10 से कांगे्रस के यादवेन्द्रसिंह भाटी 1241 मतों के अन्तर से जीते। इसी प्रकार वार्ड एक से भाजपा के शंभूसिंह 238 से, वार्ड दो से भाजपा की ब्रजलता 218 से, वार्ड तीन से भाजपा के सुरेश जोशी 833 से, वार्ड चार से भाजपा के नैना 152 से, वार्ड छह में भाजपा की मंजुकुंवर 616 से, वार्ड सात में भाजपा की देऊबाई 266 से, वार्ड आठ से कांगे्रस की धापू 473 से, वार्ड नौ से कांगे्रस की सीमा कंवर 347, वार्ड 11 से भाजपा के जवाहर 605, वार्ड 12 से कांगे्रस के भगवतसिंह 538 से, वार्ड 13 से कांगे्रस की ममता कुंवर 464 से, वार्ड 14 से कांगे्रस की मिठूबाई 404 से, वार्ड 15 से भाजपा के भगवानलाल 263, वार्ड 16 से भाजपा की पानीबाई 471 से तथा वार्ड 17 से कांगे्रस की कमलाबाई 215 मतों के अंतर से विजयी रही।
वरदीसिंह जीते 1533 मतों सेकुंभलगढ पंचायत समिति में वार्ड छह से कांगे्रस के वरदीसिंह ने 1533 मतों के अन्तर से रिकॉर्ड जीत दर्ज की। इसी प्रकार वार्ड एक से कांगे्रस के जालूराम 804 से, वार्ड दो से कांगे्रस की फेंसीबाई 705 से, वार्ड तीन से कांगे्रस के सूरतसिंह 376, वार्ड चार से कांगे्रस के केसाराम 252 से, वार्ड पंाच से कांगे्रस की हंजाबाई 1291 से, वार्ड सात से कांगे्रस की दरियाव कुंवर 765 से, वार्ड आठ से कांगे्रस की राजकी बाई 698 से, वार्ड नौ से कांगे्रस की राधादेवी 788 से, वार्ड 10 से कांगे्रस के शंभुपूरी 912 से, वार्ड 11 से कांगे्रस के किशनलाल 465 से, वार्ड 12 से कांगे्रस की मीरा 643 से, वार्ड 13 से भाजपा के भैरूसिंह 636 से, वार्ड 14 से भाजपा के मोहनलाल 132 से, वार्ड 15 से भाजपा के शंकरलाल 70 से, वार्ड 16 से भाजपा की ससी 302 से तथा वार्ड 17 से कांगे्रस की मगनी ने 207 मतों के अन्तर से जीत दर्ज की।
निर्दलीय प्रत्याशी बनाएगा बोर्डदेवगढ। पंचायत समिति देवगढ में प्रधान की सीट सामान्य घोषित होने व 15 सदस्य पंचायत समिति के लिए हुए चुनाव में भाजपा एवं कांग्रेस को सात-सात सीटे मिलने से प्रधान पद के लिए दोनों पार्टियां पद हथियाने के लिए ऎडी-चोटी का जोर लगाए है। प्रधान का भाग्य अब एकमात्र विजयी निर्दलीय के हाथ में है।
वार्ड एक से भाजपा की लक्ष्मी ने 397 मत से, वार्ड दो से निर्दलीय हमीरसिंह, वार्ड तीन से भाजपा कौशलेन्द्रसिंह, वार्ड चार से कांग्रेस के लक्ष्मण ने 92 मत से, पांच से कांग्रेस की प्रेकमकुंवर ने 71 मत से, वार्ड छह से कांग्रेस के शंकर ने 69 मत से, वार्ड सात से भाजपा की कंचन कुंवर ने 372 मत से, वार्ड आठ से भाजपा के लादू ने 923 से, वार्ड नौ से भाजपा की टीपू ने 461 मत से, वार्ड दस से भाजपा की नंदू ने 113 मत से, वार्ड ग्यारह से कांग्रेस के बाबूलाल ने 80 मत से, वार्ड बारह से कांग्रेस की मनभरी ने 96 मत से, वार्ड तेरह से कांग्रेस के नगजी ने 86 मत से, वार्ड चौदह से कांग्रेस की धापू ने 81 मत से तथा वार्ड पन्द्रह से भाजपा के सत्यनारायण ने 245 मत से हराया।
'पप्पूडी' ने बनाई रिकॉर्ड जीतआमेट पंचायत समिति के वार्ड दस से भाजपा की पप्पूडी कुमावत ने रिकॉर्ड 1637 मतों से कांग्रेस की अणछी बाई कुमावत को शिकस्त दी। वार्ड बारह से पप्पू देवी कुम्हार ने सबसे कम 79 मतों से कांग्रेस की लक्ष्मी गुर्जर को मैदान से बाहर किया। वार्ड एक से भाजपा लोकेन्द्रसिंह राठौड 808 मतों से, दो से कांग्रेस की पवन कुंवर, तीन से भाजपा के नारायणसिंह 277, चार से कांग्रेस के मुकेश खटीक 151, पांच से कांग्रेस के जयसिंह जाट 239, छह से कांग्रेस के विमला कुंवर 94, सात से भाजपा के बंशीलाल भील 490, आठ से कांग्रेस के लाड कुंवर 540, नौ से कांग्रेस के गणपत चौधरी 119, दस से भाजपा की पप्पुडी कुमावत रिकॉर्ड 1637, ग्यारह से भाजपा के कालू भील 1119, बारह से भाजपा की पप्पूदेवी कुम्हार 79, तेरह से भाजपा रतनी देवी गुर्जर 537, चौदह से भाजपा के बाबूदास वैरागी 757 व पन्द्रह से भाजपा की कैलाशी देवी 477 मतों के अंतर से जीतीं।

Sunday, February 7, 2010

सईद-सलाहुद्दीन जैसे नहीं हैं ठाकरे : पीसी

गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की तुलना पाकिस्तानी आतंकवादियों से करना ठीक नहीं है। शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जैसे संगठनों से उनके गुण-दोष के आधार पर सख्ती से निपटा जाएगा। आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिदंबरम से पूछा गया कि जिस तरह लश्कर-ए-तैबा के मुखिया हाफिज सईद और हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन से निपटने का ऐलान सरकार ने किया है, क्या उसी तरह ठाकरे जैसे नेताओं से भी निपटा जाएगा? इसके जवाब में गृह मंत्री ने कहा कि ठाकरे की तुलना सईद और सलाहुद्दीन से करना अनुचित है। हमें उम्मीद है ऐसे संगठनों के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार कड़े कदम उठाएगी। गुजकोक नामंजूर : गुजरात कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम (गुजकोक) को हरी झंडी देने की मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की मांग को ठुकराते हुए चिदंबरम ने कहा है कि हम किसी राज्य के ऐसे कानून को इजाजत नहीं दे सकते जो संसद की भावना के खिलाफ हो।
मोदी बार-बार यह दलील दे रहे हैं कि जब महाराष्ट्र में मकोका को अनुमति दी जा चुकी है तो गुजरात को क्यों नहीं। लेकिन जब मकोका को हरी झंडी दी गई थी, तब देश में पोटा लागू था। अब पोटा को खत्म किया जा चुका है, ऐसे में केंद सरकार गुजकोक पर दस्तखत करने की राष्ट्रपति से सिफारिश नहीं कर सकती। गुजकोक में भी ऐसे प्रावधान है, जो पोटा में थे और जिनके आधार पर उसे निरस्त किया गया था। बता दें कि गुजकोक को मंजूरी न दिए जाने पर मोदी ने अपने भाषण के दौरान सख्त नाराजगी जताई थी। कसाब कमजोरी नहीं : एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 26/11 अटैक मामले के आरोपी अजमल कसाब को सीधे सजा देने के बजाय निष्पक्ष अदालत में मुकदमा चलाकर और उसे अपना पक्ष रखने का मौका देकर हमने दिखाया है कि भारत एक सभ्य देश है और यहां कानून का शासन चलता है। यह हमारी कमजोरी नहीं, मजबूती का उदाहरण है। आतंकवादी हरकतें करने वालों को पहले भी मुकदमे चलाकर सजा दी गई हैं, कसाब के मामले में भी ऐसा ही होगा।

चावला पर लगे आरोप बेपर्दा

कानून मंत्रालय ने तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त एन. गोपालस्वामी द्वारा अपने साथी चुनाव आयुक्त नवीन चावला को पद से हटाने के लिए राष्ट्रपति को लिखा गया पत्र जारी किया है। हालांकि, राष्ट्रपति भवन ने इस दस्तावेज को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया था। सूचना के अधिकार कानून के तहत कानून मंत्रालय में अपील पंचाट ने राजस्थान के भीलड़वाड़ा निवासी एस. एस. रानावत की अपील को स्वीकार कर लिया, जिन्होंने पिछले साल जनवरी में गोपालस्वामी द्वारा की गई सिफारिशों को सार्वजनिक किए जाने की मांग की थी। 93 पेजों की रिपोर्ट में गोपालस्वामी ने चावला की ओर से 'पक्षपातपूर्ण व्यवहार ' किए जाने ने के कई उदाहरण गिनाए थे जो निष्पक्षता का अभाव दर्शाते थे। बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी और 179 सांसदों द्वारा दाखिल गई गई एक याचिका पर कार्रवाई करते हुए तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा था कि संविधान के तहत उन्हें चावला को हटाने की सिफारिश करने का अधिकार है। सांसदों ने चावला के खिलाफ पक्षपात के आरोप लगाए थे। सरकार ने हालांकि सिफारिश को खारिज कर दिया और चावला को मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त कर दिया। गोपालस्वामी ने 16 जनवरी 2009 के पत्र में कहा था कि संविधान के अनुच्छेद 324 (5) के प्रावधानों के तहत मुझे दिए गए अधिकारों के तहत मैं श्री नवीन बी. चावला को चुनाव आयुक्त के पद से हटाने की सिफारिश करता हूं। उन्होंने 12 मिसालों का जिक्र करते हुए कहा कि इन पर अलग-अलग विचार करने से चावला के राजनीतिक पक्षपात के संकेत मिलते हैं। गोपालस्वामी ने कहा कि इन मामलों से प्रतीत होता है कि वह एक पार्टी के साथ लगातार संपर्क में हैं जिससे उनकी राजनीतिक निष्पक्षता को लेकर गंभीर संदेह पैदा होता है। इससे आगे, उनमें न सिर्फ राजनीतिक निष्पक्षता की कमी प्रतीत होती है बल्कि चुनाव आयुक्त डॉ. कुरैशी को प्रभावित करने का उनका प्रयास और भी घातक था। गोपालस्वामी ने कहा कि कई मौकों पर कुरैशी ने कहा था कि उन पर दबाव था। इस क्रम में उन्होंने कर्नाटक चुनाव का भी जिक्र किया था। कुरैशी ने उन्हें चावला का वह बयान बताया था जिसमें चावला ने कहा था, 'वे आपसे इसलिए नाराज नहीं हैं कि चुनाव आयोग की ओर से सोनिया गांधी के जन्मदिन के मौके पर नोटिस (मौत का सौदागर संबंधी बयान पर नोटिस जारी किए जाने के संदर्भ में) जारी करने में वह सक्रिय थे, बल्कि वह इसलिए नाराज हैं कि हिमाचल प्रदेश में चुनाव की तारीख बढ़ाने में आपने मुख्य चुनाव आयुक्त का पक्ष लिया। 2007 में उत्तर प्रदेश चुनावों की घोषणा के मामले में चावला राष्ट्रपति शासन की संभावना के बीच घोषणा टालने के पक्ष में थे और कांग्रेस भी ऐसी ही मांग कर रही थी। यह मामला तत्कालीन राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के संज्ञान में लाया गया था।

ठाकरे के सामने पवार सरेंडर!

मुंबई/नई दिल्ली। लगता है अब इस देश में क्रिकेट शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के रहमोकरम पर है। तभी तो रविवार को एक केन्द्रीय मंत्री और बीसीसीआई अध्यक्ष आईपीएल-3 पर ठाकरे की मुहर के लिए उनके दरबार पहुंचे। कृषि मंत्री शरद पवार व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर रविवार को ठाकरे के आवास मातोश्री गए। उनकी ठाकरे से करीब एक घंटे तक बातचीत हुई।
बैठक में ठाकरे ने फरमान सुनाया कि आईपीएल के बारे में वह फैसला करेंगे। पवार आईपीएल में आस्ट्रेलियाई खिलाडियों को न खेलने देने की शिवसेना की धमकी के संदर्भ में मिलने गए थे।
ठाकरे को देंगे ब्योरा
बैठक के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने पत्रकारों को बताया कि बाल ठाकरे ने आईपीएमल के लिए बनी टीमों की पूरी लिस्ट मांगी है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाडी किस टीम में खेल रहे हैं, इसका ब्योरा मांगा है। इसके बाद पत्रकारों से चर्चा में शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी कहा कि आईपीएल के बारे में बाल ठाकरे फैसला करेंगे। वह पूरी लिस्ट देखने के बाद फैसला लेंगे।
ठाकरे की अनुमति जरूरी
राकांपा नेता तारिक अनवर ने कहा कि बाल ठाकरे की पार्टी इस देश की बहुत बडी पार्टी है। महाराष्ट्र में उनकी पार्टी का काफी दबदबा है। ठाकरे खुद बडी राजनीतिक शख्सियत हैं। क्रिकेट सही तरीके से चले, इसके लिए उनसे चर्चा जरूरी हो जाती है। उल्लेखनीय है आस्ट्रेलिया में पिछले कुछ समय से भारतीयों पर हो रहे हमलों को देखते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा था कि आस्ट्रेलियाई खिलाडियों को आईपीएल में नहीं खेलने दिया जाएगा।
कहां गए दावे
हाल ही में मुंबई दौरे पर गए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाने की कोशिश की थी। राहुल के दौरे को सफल बताते हुए कांग्रेस ने कहा था कि ठाकरे की धमकियों की हवा निकल गई। लेकिन अब कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार का एक मंत्री जब उसी ठाकरे से आईपीएल के बारे में अनुमति मांगे तो इसका मायना तो यही निकलता है कि आईपीएल अब ठाकरे के रहमोकरम पर निर्भर हो गया है।

सुरक्षा की चुनौतियों को देखते हुए राजस्थान का विशेष ध्यान

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को केन्द्र सरकार से कहा कि राज्य से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा व पर्यटन सुरक्षा की चुनौतियों को देखते हुए राजस्थान का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही अजमेर स्थित दरगाह शरीफ की सुरक्षा के लिए केन्द्र सरकार से केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की तर्ज पर सुरक्षा बल एवं अतिरिक्त 'इण्डिया रिजर्व बटालियन' के गठन सम्बंधी राज्य के प्रस्ताव को मंजूर किया जाए।
गहलोत रविवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री डॉं. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में 'आन्तरिक सुरक्षा' पर आयोजित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश में सुरक्षा के लिए किए जा रहे इन्तजाम की विस्तृत जानकारी भी दी।
दरगाह शरीफ में तैनात हो सीआईएसएफ गहलोत ने केंद्र से कहा कि अजमेर शरीफ दरगाह की सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों को तैनात किया जाए। इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। फिलहाल यहां राज्य पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि दरगाह में बडी संख्या में लोग आते हैं। वर्ष 2007 में यहां आतंककारी हमला भी हुआ था।
जयपुर भी चर्चा मेंजयपुर को मेगासिटी पुलिसिंग योजना का लाभ देने की वकालत करते हुए गहलोत ने कहा कि जिस गति से गत वर्षों में जयपुर शहर का विकास हुआ है और नगरीय क्षेत्र की जनसंख्या 51 लाख तक पहुंच चुकी है। भारी संख्या में प्रवासी और फ्लोटिंग जनसंख्या, वाहनों में अप्रत्याक्षित बढोतरी और संगठित अपराधों की सम्भावना आदि 'मेगासिटी' जैसी समस्याएं बढी हैं, उसके मद्देनजर जयपुर को इस योजना में शामिल किए जाने की आवश्यकता है। बैठक के बाद तीन दिन का दिल्ली दौरा पूरा कर मुख्यमंत्री रविवार रात जयपुर लौट आए।

ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए नहीं पृथक मंच

राजसमंद। वर्तमान में क्रिकेट को देश का धर्म व जुनून नाम दिया जाता है। आज इस खेल में पैसे व राजनीति दोनों का वर्चस्व बढ गया है, जिससे छोटे गांवों व ढाणियों की ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए पृथक मंच नहीं होने से ग्रामीण प्रतिभाएं गांव में ही उभर कर ठहर जाती है। इन प्रतिभाओं के लिए जिला व राज्य स्तर पर पृथक मंच नहीं होने से उनका समुचित विकास नहीं हो पा रहा है।
ऎसे हो सकता है विकासग्रामीण प्रतिभाओं को अवसर देने के लिए प्रत्येक तहसील स्तर पर ग्रामीण क्रिकेट प्रतियोगिता हो। इन प्रतियोगिता में उन्हीं खिलाडियों को खेलने का अवसर मिले, जो इन ग्राम पंचायत क्षेत्र के हों। बाद में जिला व राज्य स्तर पर भी इसी प्रकार के आयोजन हो तो ग्रामीण क्षेत्र के क्रिकेट खिलाडियों को भी आगे आने का स्वर्णिम अवसर मिलेगा।
मैदानों का भी हो सुधारगांव की प्रतिभाओं को तराशने के लिए सुलभ खेल मैदान होंगे तो खेल गतिविघियां बारह माह चलेगी, जिससे मैदानों में धीरे-धीरे सभी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी।
अपने बूते पर करते हैं प्रयासफिलहाल ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न क्लबों के माध्यम से क्रिकेट प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें ग्रामीण प्रतिभाएं पूरा दमखम दिखाते हुए शहरी टीमों को भी आईना दिखा देती हैं। इन प्रतियोगिताओं को कोई भी मान्यता नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्र के टूर्नामेंट मात्र औपचारिकता बन कर ही रह जाते हैं।ग्रामीण खिलाडियों से बने जिला ग्रामीण टीमतहसील स्तर पर ग्रामीण क्रिकेट प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों का चयन कर जिला ग्रामीण टीम का चयन किया जाता है तो यह कार्य ग्रामीण खेल प्रतिभाओं के लिए मिल का पत्थर साबित होगा।
ग्रामीण क्षेत्र में क्रिकेट को बडावा देने के लिए योजना बनानी चाहिए, जिससे ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर मिल सके। राजसमंद तहसील के क्रिकेट खिलाडी विजय तेली, अजय प्रजापत
क्रिकेट के खेल में ग्रामीण आयोजनों में जिला क्रिकेट संघ को भाग लेते हुए ग्रामीण प्रतिभाओं को तराशने के लिए सहयोग देना चाहिए। रेलमगरा तहसील क्षेत्र के खिलाडी सुनील पाराशर, राजेश टेपण
क्रिकेट की ग्रामीण प्रतिभाओं को वर्तमान में प्रोत्साहन व वित्तीय सुविधा की नितांत आवश्यकता हो रही है।आमेट तहसील के खिलाडी सुरेश कुमावत, हिमांशु
ग्रामीण क्षेत्र के लिए पृथक से वित्तीय कोष उपलब्ध हो जाए तो ग्रामीण क्षेत्र में क्रिकेट का अच्छा विकास होगा।क्रिकेट खिलाडी, जितेन्द्र सनाढ्य
गत वर्ष भी जिले की सभी तहसीलों में ग्रामीण क्रिकेट प्रतियोगिताओं का आयोजन करने का प्रस्तावित था। इस कार्य के लिए डेढ लाख रूपए भी खर्च के लिए प्रस्तावित थे, लेकिन प्रर्याप्त टीमे नहीं आने से आयोजन नहीं हो सका। इस वर्ष जुलाई से सितम्बर माह के मध्य में ग्रामीण क्रिकेट प्रतियोगिताओं का आयोजन करके ग्रामीण क्षेत्र में क्रिकेट को बढावा देने का प्रयास किया जाएगा।बीसीसीआई में विशेष आमंत्रित सदस्य गिरिराज सनाढ्य
देश की अघिकांश आबादी ग्रामीण क्षेत्र में बसती है ऎसे में राज्य सरकार, केन्द्र सरकार व जिला क्रिकेट संघों को भी ग्रामीण क्षेत्र में क्रिकेट को बढावा देने का प्रयास करना चाहिए तभी इस खेल में ग्रामीण प्रतिभाएं आगे आ सकेंगी। राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी

बनी रही फाग की रंगत

राजसमंद। नाथद्वारा ठाकुरजी के पाटोत्सव के एक दिन बाद रविवार को भी गुजरात, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का भारी जमावडा रहा। दिन भर की झांकियों के दर्शनार्थ मंदिर परिसर, नक्कारखाना व मोती महल में श्रद्धालुओं की रेलमपेल तो नगर के बाजारों में खरीदारों की भारी रौनक बनी रही। यही नहीं, सुबह के समय चौपाटी एवं दिल्ली बाजार तथा संध्या से देर रात तक माणक चौक की रौनक भी बरकरार रही। राजभोग की झांकी के समय नक्कारखाना से लेकर मंदिर मार्ग तक श्रद्धालुओं की भीड बनी रही।
फाग का भावफाग माह की सेवानुरूप वैष्णव स्वरूपों को धवल रंगत के अंग वस्त्र धराकर पुष्पाभूषण धराए गए। श्रीजी व लालन के साथ ही मदनमोहनजी, द्वितीय पीठ के युगल स्वरूप यमुनाजी तथा गुर्जरपुरा के लालाजी के प्राकट्य स्वरूपों को धवल वस्त्र अंगीकार कराकर चौवा चंदन की टिपकियां रूपांकित की गई। राजभोग की झांकी के समय वैष्णव स्वरूपों को गुलाल-अबीर से खूब फाग खिलाया गया। कन्दरा के संग सुसज्जित पिछवई खण्ड पर मुखिया बाबा ने चंदन जल का छिडकाव किया और चुटकियों में गुलाल-अबीर लेकर कतारबद्ध चिडियाओं को रूपांकित कर फाग सेवा का भाव रचा। कीर्तनकार समाज ने ताल धमार में विविध वाद्य यंत्रों की संगत के साथ रसिया क शृंगारिक पदावलियां गुंजारित की।
रसिया गानबृजवासी रसिया दल ने राजभोग झांकी के समय रतन चौक में खडे होकर चंग की थाप पर खडे रसिया एवं डोल तिबारी में खडे होकर बैठे रसिया का गान किया। गोपाल छोटे, ललित गुर्जर, शंकर भाई आदि ने अपनी टोली के साथ घंटे भर तक रसिया गान किया। संध्या के समय बाल गोपालों ने देवी-देवताओं के स्वांग बनकर मण्डलाकार नृत्य कर वैष्णवों का मन मोहा।
यातायात रहा बाघितरविवार के अवकाश के मद्देनजर सैकडों गुजराती वैष्णव अपने चारपहिया वाहनों से ठाकुरजी की नगरी पहंुचे। रिसाला चौक का पार्किग वाहनों से पैक रहा तो गोविन्द चौक से गोशाला मार्ग तथा गांधी रोड पर कुम्हारवाडा में वाहनों की कतारें लगी रहीं ओर कई बार यातायात बाघित रहा। उल्लेखनीय है कि नगर में छोटे-छोटे चारपहिया वाहनों के लिए एक ही पार्किग स्थल है तथा बडे वाहनों के लिए पार्किग का कोई तयशुदा स्थल नहीं होने से यातायात बाघित रहता है।