Saturday, August 16, 2014

देश के पहले आजीविका कौशल विकास केन्द्र का शुभारंभ

उदयपुर, 16 अगस्त। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा है कि देश को आगे ले जाने के लिए दो ही मार्ग है एक विकास और दूसरा गुड गवर्नेन्स, इसलिये हम सबको मिलकर प्रदेश के विकास में बाधक बन रहे जातिवाद, साम्प्रदायिकवाद और क्षेत्रवाद से लड़ना होगा। उन्होंने साफ कहा कि सरकार प्रदेश में सबको रोजगार के अवसर उपलब्ध करवायेगी, इसके बावजूद झगडे़ की स्थिति क्यों पैदा की जा रही है? मुख्यमंत्री ने कहा कि संकल्प के साथ विकास में व्यवधान पैदा करने वाले ऐसे लोगों के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देना होगा, तब ही हम तरक्की की राह पर चलकर आगे बढ़ सकंेगे। 
श्रीमती राजे आज उदयपुर में ’आजीविका स्किल परियोजना’ के अन्तर्गत देश के पहले ’आजीविका कौशल विकास केन्द्र’ का उद्घाटन करने के पश्चात आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रही थीं।
यह पूरे प्रदेश के लिए गौरव का क्षण था जब मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने शनिवार को उदयपुर के एसआईएस संस्थान में देश के पहले आजीविका कौशल विकास केन्द्र का शुभारम्भ किया। इसी के साथ राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जिसने आजीविका स्किल परियोजना की शुरूआत की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम युवाओं को रोजगार देने, उन्हें स्वरोजगार के जरिए आत्म निर्भर बनाने का काम आजीविका मिशन के तहत चालू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश को प्रगति पथ पर आगे ले जाने के लिए दो ही प्रमुख मार्ग हैं गुड गवर्नेन्स और डवलपमेंट। इन्हीं के बल पर हमें प्रगति पथ पर आगे बढ़ना होगा।
श्रीमती राजे ने कहा कि अभी राजस्थान की संस्कृति, महल तथा किले देखने आने वाले पर्यटक आने वाले समय में हमारे आर्थिक विकास तथा यहां के दक्ष नौजवानों का कौशल एवं उनकी सफलता देखने आएंगे। उन्होंने कहा कि पांच साल में 15 लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के वादे पर हम खरा उतरेंगे। दुनिया बदल गई है। अब सरकारी व प्राइवेट नौकरी के साथ ही स्वरोजगार का जमाना आ गया है।
श्रीमती राजे ने कहा कि उदयपुर के बाद अब हम आने वाले तीन महिनों में राज्य के सभी 33 जिलों में ऐसे ही 200 आजीविका कौशल विकास केन्द्र स्थापित करेंगे। युवाओं को काबिल बनाने की दिशा में यह हमारा महत्त्वपूर्ण कदम होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को कौशल विकास से जोड़ने के लिए हमारी सरकार ने 40 कम्पनियांे के साथ एमओयू किया है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न रोजगार एजेंसियों के माध्यम से युवाओं को विविध क्षेत्रों में दिये जाने वाले रोजगार प्रशिक्षण एवं कौशल उन्नयन विकास कार्याें से संबंधित एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और इस संस्थान में प्रशिक्षण व्यवस्था का भी जायजा लिया।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया, मुख्य सचिव राजीव महर्षि, आरमोल के चेयरमैन मिठालाल मेहता, श्रम विभाग के शासन सचिव रजत मिश्र, आरमोल के प्रबंधक निदेशक गौरव गोयल भी मौजूद थे।

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