Monday, February 26, 2018

विद्यार्थी मित्रों को अभियान चलाकर ग्राम सहायक के रूप में समायोजित किया जाएगा

 पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि प्रदेश भर के विद्यार्थी मित्रों को अभियान चलाकर ग्राम सहायक के रूप में समायोजित करने का काम किया जाएगा।

श्री राठौड ने शून्यकाल में इस संबंध में उठाये गये मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए बताया कि वर्तमान में 19 हजार 687 विद्यार्थी मित्र ग्राम सहायक के रूप में काम कर रहे है। उन्होंने बताया कि 2013 में 25 हजार 420 विद्यार्थी मित्र नियमित करने की मांग को लेकर न्यायालय में गये। 21 अक्टूबर 2013 को न्यायालय द्वारा विद्यार्थी मित्र योजना को ही असंवैधानिक बता दिया गया। इसके पश्चात् यह मामला सर्वोच्च न्यायालय मंज चला गया एवं वहां भी विद्यार्थी मित्रों की नियुक्ति को असंवैधानिक करार दिया गया। 

पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा इन विद्यार्थी मित्रों को राहत देने के लिए कटारिया समिति का गठन किया गया एवं पंचायती राज अधिनियम में संशोधन कर ग्राम सहायक के रूप में इन विद्यार्थी मित्रों को समायोजित किया गया। 
उन्होंने बताया कि गांवों में मॉडल विद्यालय बनने के पश्चात् नामांकन का स्तर तेजी से बढ़ा है, इसलिए काम की अधिकता को देखते हुए विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति द्वारा इन विद्यार्थी मित्रों का ग्राम सहायक के रूप में चयन किया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में विभिन्न न्यायिक विवाद आए एवं चयन की प्रक्रिया बीच में ही रूक गई। उन्होंने कहा कि अनिता विश्नोई बनाम राजस्थान सरकार केस में न्यायालय द्वारा जो स्टे दिया गया था, वह अब समाप्त हो चुका है। इसलिए बाकी के विद्यार्थी मित्रों को भी जल्द से जल्द समायोजित करने का प्रयास किया जाएगा।

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