राजसमंद। राम किसी धर्म के हिस्सा नहीं बल्कि मानवीय चरित्र के उदाहरण है। राम भगवान से पहले एक व्यक्ति है, उन्होंने अपने जीवन में ऐसे कार्य किए है जिन्हें हम दैनिक जीवन में अपना रहे है। यह विचार संत बिहारीदास महाराज ने महाराणा प्रताप सर्कल पूठोल पर आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भगवान राम इस देश के पहले महानायक है और उनके मंदिर बनाने के लिए सभी को सहयोग करना चाहिए। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने हनुमान की छवि के समक्ष पूजन कर शुरूआत की। कार्यक्रम में 11 संगीतमय हनुमान चालीसा के पाठ किए गए। धर्मसभाकी अध्यक्षता चतरसिंह राजपूत ने की। कार्यक्रम में भंवर लाल सेन, जगदीश पालीवाल, नाहर सिंह, प्रकाश सुथार, गणेश पालीवाल, सोहन सिंह, सुमेर सिंह, सुल्तान सिंह, गोविंद सिंह, प्रकाश पालीवाल सहित पूठोल एवं आसपास के गांवों के नागरिक उपस्थित थे।
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