राजसमंद। गला काट प्रतिस्पद्र्धा के दौर में व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए ही जीता है ऐसे में परिवार के वृद्ध मुखिया की कदर को भी लोग भुलते जाते है। ऐसे में राजसमंद जिले के धानीन निवासी मोहन सिंह दसाणा ने मात्र तपस्वी द्वारा दिए स्वप्न दर्शन को अपनी प्रेरणा बनाया और माता-पिता को न केवल कावड़ द्वारा चारभुजानाथ के दर्शन करवाए अपितु रथ मेें माता-पिता को सवार करवा रथ अपने हाथों से खेंचते हुए रूणेचा (जैसलमेर) तक यात्रा करवा कर बाबा रामदेव के दर्शन करवाए।मोहन सिंह दसाणा गत 11 अगस्त को धानीन गांव से अपने पिता देवनारायण सिंह दसाणा एवं माता श्रीमती होनी बाई को कावड़ में बैठाकर चार दिवसीय पैदल यात्रा करते हुए 15 अगस्त को चारभुजानाथ पहुंचे और वहां माता-पिता को चारभुजानाथ के दर्शन करवाएंगे। दसाणा ने बताया कि माता-पिता को जिस कावड़ में बिराजमान करवाया उसका वजन 21 किलो था जबकि पिता का वजन 50 किलो एवं माता का वजन 40 किलो था। अलौकिक शक्ति की मदद से कुल 111 किलो वजन उठा कर वह चार दिन तक चलने के उपरांत चारभुजानाथ पहुंचे और दिली ख्वाईश को अंजाम दिया।मोहन सिंह दसाणा ने 15 अगस्त को चारभुजा कस्बे से ही माता-पिता को रिक्शानुमा रथ में सवार करवा कर अपने हाथों से खेंचते हुए रूणेचा जैसलमेर की यात्रा शुरू की। करीब दस दिन तक रथ को खेंचते हुए 24 अगस्त रक्षाबंधन पर्व पर रामदेवरा पहुंचे और वहां पर वृद्ध-माता पिता को बाबा रामदेव के दर्शन करवाए। दर्शन के उपरांत जहां मोहन सिंह दसाणा अपनी इस सफलता के पीछे फूले नहीं समाएं वहीं पिता देवनारायण सिंह दसाणा एवं माता श्रीमती होनी बाई अपने जीवन को सार्थक मानते हुए रह-रह कर मोहन सिंह के इस कर्म पर भगवान का शुक्रिया अदा करते रहे।हर वृद्ध माता-पिता की यह दिली ख्वाईश होती है कि रामायण तथा शास्त्रों में उल्लेखित श्रवण पात्र जैसा बेटा हो ताकि उनका बुढ़ापा अच्छा निकल सके और कम से कम वह भगवान का नाम जाप करते हुए मोक्ष प्राप्त कर सके। हालांकि वर्तमान परिपेक्ष्य में किसी पुत्र के लिए यह काफी कठिन काम है लेकिन इस काम को चुनौति के तौर पर लेते हुए धानीन के मोहन सिंह दसाणा ने अपने वृद्ध माता-पिता को कावड़ एवं रथ यात्रा से रूणिचा बाबा रामदेव के दर्शन करवाने का संकल्प लेते हुए पूर्ण भी किया।तीन वर्ष पूर्व मिली प्रेरणा : मोहन सिंह दसाणा ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व रामदेवरा के लिए बंदर यात्रा पर निकले इस दौरान सुबह आठ से नौ बजे तक तथा शाम छह से सात बजे तक ही बोलने का प्रण लेकर निकले। इस दौरान उन्होंने प्रण किया कि वह खाना भी रूणेचा जाकर ही खाएगा लेकिन झीलवाड़ा पहुंचने पर विश्राम के दौरान स्वप्न में एक संत ने दर्शन देकर कहा कि तेरी यात्रा यही सफल हुई यही से पुन: लौट जा कहकर प्रण तुड़वा दिया लेकिन इसके बाद भी मोहन सिंह के मन में टीस रही और हर बार यही ख्याल आता कि किस तरह अधूरी यात्रा को पूर्ण की जाए।मोहन सिंह ने बताया कि इसके छह माह बाद स्वप्न में उसे एक तपस्वी ने दर्शन दिए और श्रवण की अधूरी यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि माता-पिता को कावड़ से चारभुजानाथ के दर्शन करवाए तो उसकी अधूरी यात्रा का प्रण भी पूरा हो जाएगा। इसके बाद वह कावड़ यात्रा केे लिए अपने आप को तैयार किया।संघ भी चला साथ : मोहन सिंह दसाणा की यात्रा को लेकर उनका स्वयं का संघ भी एक ट्रैक्टर में साथ चला। इस संघ में करीब 50 जने शामिल थे जो जय चारभुजानाथ, जय बाबा री आदि के जयघोष के साथ मोहन सिंह का उत्साहवद्र्धन करते हुए चल रहे थे।गुजरात में कला प्रदर्शन करते है सिंह : आधुनिक श्रवण पुत्र के रूप में ख्यातनाम हुए धानीन निवासी मोहन सिंह दसाणा गुजरात में धार्मिक कार्यक्रमों में अपनी कला का प्रदर्शन करते है।
Thursday, August 26, 2010
राजसमंद शहर में चहुंओर जय बाबा री
राजसमंद। शहर के प्रत्येक प्रमुख मार्ग इन दिनों सुबह से शाम तक जय बाबा री, प्रेम से बोलो जय बााबा की, सारे बोलो जय बाबा री, रूणेचा रा धनिया, अजमाल जी रा... आदि जयघोषों एवं गीत गायन व ढोल नगाड़ों के शोर से अटे हुए है। रामदेव यात्रियों का तड़के से शुरू होने वाले स्वर देर रात तक जारी रहते है।जिला मुख्यालय पर इन दिनों बाबा रामदेव की यात्रा के लिए निकले जातरूओं की काफी चहल-पहल है। दिन भर में चित्तौड़, मध्यप्रदेश के नीमच, झावरा, देवास, इंदोर, भोपाल सहित राजस्थान के भीलवाड़ा, बूंदी, कोटा आदि क्षेत्र के जातरूओं का समूह इसी मार्ग से निकलता है। कई जातरू अपने साथ बाबा रामदेव को परम्परा एवं अपनी मान्यता अनुसार निशान, ध्वज, नेजा, घोडलिया आदि के साथ समूहबद्ध तरीके पैदल-पैदल निकल रहे है। वहीं जिला मुख्यालय के समीपवर्ती गांवों से भी जातरूओं के जाने का दौर शुरू हुआ है। जब भी जातरू बाबा की जय-जयकार करते हुए यहां से निकलते हैं तो वातावरण धर्ममय हो जाता है। श्रद्धालुओं के यहां से निकलने का सिलसिला गुरवार को भी जारी रहा।जगह-जगह लगे राम रसोड़ा : बाबा रामदेव की ओर यात्रा करने वाले जातरूओं की सुविधार्थ जिला मुख्यालय सहित राष्ट्रीय राजमार्ग एवं विभिन्न गांवों में समाजसेवियों एवं धर्म परायण लोगों ने राम रसोड़ा शुरू किया हुआ है। इन राम रसोड़ों में जारूतओं को निशुल्क जलपाल, भोजन एवं विश्राम की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। राम रसोड़ों के समीप से गुजरने वाले पदयात्रियों को मान मनुहार के साथ भोजन व जलपान ग्रहण भी करवाया जा रहा है।गांवों से निकले दल : समीपवर्ती कानादेव का गुढ़ा गांव के ढींकला की भागल से बुधवार को क्षेत्र में पर्याप्त वर्षा की कामना को लेकर मुम्बई प्रवासी अम्बालाल सालवी, खेमराज सालवी, नरेश, हिम्मत लाल, लक्ष्मणलाल, किशन लाल सालवी के नेतृत्व में पदयात्रियों का दल निकला। इधर पीपरड़ा भट्टे से अखिल कालबेलिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकरनाथ नंगाणी के नेतृत्व में 101 पदयात्रियों का दल गाजे-बाजे के साथ रवाना हुआ। नंगानी ने बताया कि संघ की ओर से यह 19 वीं पद यात्रा है।
एनिकट में किशोर डूबा
देलवाडा. गोरेला में बुधवार दोपहर एनिकट में गिरे युवक की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार गोरेला निवासी सुरेश रेबारी गांव के दक्षिण स्थित एनिकट में गिर गया। जानकारी मिलने पर बडी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहंुचे व पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से सुरेश को बाहर निकाला, मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक माता-पिता का इकलौता पुत्र था। उसके एक वर्षीय पुत्र भी है।
खेल से आत्मानुशासन संभव
राजसमंद । 20वीं राजसमंद क्षेत्रीय उच्च प्राथमिक विद्यालयी खलेकूद प्रतियोगिता का उद्घाटन मोरचना में गुरूवार को हुआ। मुख्य अतिथि जिला प्रमुख किसनलाल गमेती ने कहा कि खेल से जीवन में आत्मानुशासन संभव है। खिलाडी खेल को खेल की भावना से खेलकर सारे अवसाद दूर करें।
खेल बंधुता का एक मेल है इससे लक्ष्य के प्रति समर्पण का भाव बढता है। खेलों से समग्र व्यçक्त्व का विकास होता है। उन्होंने विद्यालय में खेल मैदान की चारदीवारी निर्माण कराने का भी आश्वासन दिया। अध्यक्षता उपखण्ड अधिकारी रामनारायण बडगुर्जर ने की। विशिष्ट अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक जगदीशचन्द्र खण्डेलवाल, खण्ड शिक्षा अधिकारी मोहनलाल पालीवाल, समाजसेवी रमजान खान, लीलाधर पालीवाल, नारायणलाल गुर्जर, मांगूसिंह थे। अतिथियों ने खिलाडियों को जीत-हार से अधिक उसमें भाग लेने की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
प्रारंभ में खण्ड शिक्षा अधिकारी मोहनलाल पालीवाल, उपप्रधान सुरेश जोशी, उपसरपंच पर्वतसिंह आशिया ने अतिथियों का स्वागत किया। केन्द्राध्यक्ष सोहनलाल पालीवाल, श्यामसिंह, दिनेश श्रीमाली ने भी विचार व्यक्त किए।
अतिथियों का इकलाई साफा पइनाकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने खेल ध्वज फहराकर खेल भावना की शपथ दिलाई, जबकि उपखण्ड अधिकारी ने विधिवत उद्घाटन की घोषणा की। उद्घाटन मैच में धोइन्दा ने पिपलांत्री की टीम को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। दोपहर में निबंध व वाद विवाद प्रतियोगिताएं हुई। प्रतियोगिता में जनरल रेफरी दिनेशचन्द्र श्रीमाली, कुंजबिहारी गुर्जर, कुलदीप चौधरी के नेतृत्व में शारीरिक शिक्षकों ने निर्णायक की भूमिका अदा की।
खेल बंधुता का एक मेल है इससे लक्ष्य के प्रति समर्पण का भाव बढता है। खेलों से समग्र व्यçक्त्व का विकास होता है। उन्होंने विद्यालय में खेल मैदान की चारदीवारी निर्माण कराने का भी आश्वासन दिया। अध्यक्षता उपखण्ड अधिकारी रामनारायण बडगुर्जर ने की। विशिष्ट अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक जगदीशचन्द्र खण्डेलवाल, खण्ड शिक्षा अधिकारी मोहनलाल पालीवाल, समाजसेवी रमजान खान, लीलाधर पालीवाल, नारायणलाल गुर्जर, मांगूसिंह थे। अतिथियों ने खिलाडियों को जीत-हार से अधिक उसमें भाग लेने की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
प्रारंभ में खण्ड शिक्षा अधिकारी मोहनलाल पालीवाल, उपप्रधान सुरेश जोशी, उपसरपंच पर्वतसिंह आशिया ने अतिथियों का स्वागत किया। केन्द्राध्यक्ष सोहनलाल पालीवाल, श्यामसिंह, दिनेश श्रीमाली ने भी विचार व्यक्त किए।
अतिथियों का इकलाई साफा पइनाकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने खेल ध्वज फहराकर खेल भावना की शपथ दिलाई, जबकि उपखण्ड अधिकारी ने विधिवत उद्घाटन की घोषणा की। उद्घाटन मैच में धोइन्दा ने पिपलांत्री की टीम को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। दोपहर में निबंध व वाद विवाद प्रतियोगिताएं हुई। प्रतियोगिता में जनरल रेफरी दिनेशचन्द्र श्रीमाली, कुंजबिहारी गुर्जर, कुलदीप चौधरी के नेतृत्व में शारीरिक शिक्षकों ने निर्णायक की भूमिका अदा की।
स्कूल पर लगाया ताला
राजसमंद । निकटवर्ती नमाणा गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पर गुरूवार को ग्रामीणों ने शिक्षकों पर देरी से आने का आरोप लगाते हुए विद्यालय पर ताला लगा दिया। जानकारी के अनुसार उाच माध्यमिक स्तर के विद्यालय में प्रधानाध्यापक सहित शिक्षक के समय पर विद्यालय नहीं आने व आपसी खींचतान के चलते विद्यालय में शिक्षण कार्य बाधित होने पर रोष व्यक्त करते हुए ग्रामीण एकजुट होकर सुबह विद्यालय पहंुचे। स्थानीय उदयलाल प्रजापत, मांगीलाल प्रजापत, भीमराज गायरी, शंभूसिंह, रामसिंह, सोहनलाल सोनी, भैरूलाल जैन, कालूलाल शर्मा ने विद्यालय पर ताला लगा दिया।
इससे दिन भर शिक्षण कार्य बाधित रहा और विद्यार्थी स्कूल नहीं जा पाए। ग्रामीणों की सूचना पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी मदनलाल टेलर मौके पर पहंुचे और ग्रामीणों से समझाइश कर ताला खुलवा। उन्होंने प्रधानाध्यापक सहित सभी अध्यापकों को विद्यालय में समय पर उपस्थित रहने के लिए पाबन्द किया।
इससे दिन भर शिक्षण कार्य बाधित रहा और विद्यार्थी स्कूल नहीं जा पाए। ग्रामीणों की सूचना पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी मदनलाल टेलर मौके पर पहंुचे और ग्रामीणों से समझाइश कर ताला खुलवा। उन्होंने प्रधानाध्यापक सहित सभी अध्यापकों को विद्यालय में समय पर उपस्थित रहने के लिए पाबन्द किया।
झूमकर बरसे बदरा
राजसमंद । मुख्यालय सहित जिले भर में सावन के बीतने के साथ ही फीके हुए मानसून ने करीब सप्ताह भर के अन्तराल के बाद गुरूवार से फिर दस्तक दी। सुबह आसमान खुला होने व तेज उसम से परेशान लोगों को दोपहर में घिर आए बादलों ने राहत दी और दोपहर साढे 12 बजे बाद तेज बरसात शुरू कर दी।
इस दौरान करीब आधे घंटे बादल जमकर बरसे। झमाझम बरसात के दौरान शहर की नालियां उफान पर आ गई और नालियों की सारी गन्दगी सडकों पर आ गई। लोगों ने भी तेज बरसात को देख अपनी दुकानों व घरों से बाहर जमा नालियों का कचरा साफ किया। बरसात के दौरान कांकरोली शहर का सारा पानी व गन्दगी बहाव के साथ हाथीनाडा क्षेत्र में बहकर गई जिससे हाथीनाडा क्षेत्र की गली ने नदी का रूप धारण कर लिया।
सडकें भी नदी नाले की तरह उफान पर बहती रही। करीब दो घंटे तक पानी के बहाव में आम लोगों ने भी बरसात का मजा लिया। गुरूवार सुबह आठ बजे आमेट तहसील में 13 मिली मिलीमीटर बरसात हुई जबकि भीम में 30 मिली तथा राजसमंद में डेढ इंच बरसात हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में अलसुबह हुई हल्की बरसात से मौसम खुशगवार रहा। राजसमंद शहर में हुई बरसात के दौरान ही जिले भर के अधिकतर स्थानों पर तेज बरसात हुई जिससे किसानों ने भी राहत की सांस दी और खुशनुमा हुए मौसम का आनंद लिया।
गत वर्ष की तुलना में अब तक अच्छी बारिश होने से लोगों में खुशी का आलम है। जिले के करीबन सभी छोटे-बडे तालाब तलैया भर चुके हैं वहीं सबसे बडी बात यह रही कि काफी पहले ही बाघेरी का नाका और नंदसमंद बांध छलक चुके हैं। बाघेरी नाका बांध पर चादर चल रही है, वहीं नंदसमंद के ओवर फ्लो होने से गत दिनों ही खारी फीडर व बनास में पानी छोड दिया गया था।
नाथद्वारा (कासं). शहर में गुरूवार को प्रचण्ड गर्मी व उमस के दौर के साथ तेज धूप ने शहरवासियों को परेशान किया। सुबह से ही मौसम में तेज उमस व गर्मी के कारण हाल बेहाल जनता को उस समय आस जगी जब दोपहर में काली घटायें छा गई परंतु छींटे क्षणिक गिरने के बाद बंद हो गए और उमस पसर गई।
इस दौरान करीब आधे घंटे बादल जमकर बरसे। झमाझम बरसात के दौरान शहर की नालियां उफान पर आ गई और नालियों की सारी गन्दगी सडकों पर आ गई। लोगों ने भी तेज बरसात को देख अपनी दुकानों व घरों से बाहर जमा नालियों का कचरा साफ किया। बरसात के दौरान कांकरोली शहर का सारा पानी व गन्दगी बहाव के साथ हाथीनाडा क्षेत्र में बहकर गई जिससे हाथीनाडा क्षेत्र की गली ने नदी का रूप धारण कर लिया।
सडकें भी नदी नाले की तरह उफान पर बहती रही। करीब दो घंटे तक पानी के बहाव में आम लोगों ने भी बरसात का मजा लिया। गुरूवार सुबह आठ बजे आमेट तहसील में 13 मिली मिलीमीटर बरसात हुई जबकि भीम में 30 मिली तथा राजसमंद में डेढ इंच बरसात हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में अलसुबह हुई हल्की बरसात से मौसम खुशगवार रहा। राजसमंद शहर में हुई बरसात के दौरान ही जिले भर के अधिकतर स्थानों पर तेज बरसात हुई जिससे किसानों ने भी राहत की सांस दी और खुशनुमा हुए मौसम का आनंद लिया।
गत वर्ष की तुलना में अब तक अच्छी बारिश होने से लोगों में खुशी का आलम है। जिले के करीबन सभी छोटे-बडे तालाब तलैया भर चुके हैं वहीं सबसे बडी बात यह रही कि काफी पहले ही बाघेरी का नाका और नंदसमंद बांध छलक चुके हैं। बाघेरी नाका बांध पर चादर चल रही है, वहीं नंदसमंद के ओवर फ्लो होने से गत दिनों ही खारी फीडर व बनास में पानी छोड दिया गया था।
नाथद्वारा (कासं). शहर में गुरूवार को प्रचण्ड गर्मी व उमस के दौर के साथ तेज धूप ने शहरवासियों को परेशान किया। सुबह से ही मौसम में तेज उमस व गर्मी के कारण हाल बेहाल जनता को उस समय आस जगी जब दोपहर में काली घटायें छा गई परंतु छींटे क्षणिक गिरने के बाद बंद हो गए और उमस पसर गई।
Wednesday, August 4, 2010
चारभुजा . नायब तहसील क्षेत्र की झीलवाडा व मानावतों का गुडा ग्राम पंचायत के दर्जनों लोगों ने क्षेत्र में अनियमित बिजली कटौती को लेकर कडा विरोध व्यक्त क
राजसमंद । नगर के वार्ड 11 स्थित चन्द्रदीप कॉलोनी के वाशिन्दों ने मंगलवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर कॉलोनी के साठ फीट चौडे मार्ग व पास की चरागाह भूमि पर कुछ लोगों के अतिक्रमण को हटाने की मांग की। कॉलोनीवासियों की ओर से दिए हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन में बताया कि अतिक्रमण कर किया गया निर्माण हटाकर मार्ग चौडा कर नागरिकों को राहत देने का आग्रह किया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे निवासियों को परेशानी का सामना करना पड रहा है।
बिजली कटौती पर फूटा गुस्सा
चारभुजा . नायब तहसील क्षेत्र की झीलवाडा व मानावतों का गुडा ग्राम पंचायत के दर्जनों लोगों ने क्षेत्र में अनियमित बिजली कटौती को लेकर कडा विरोध व्यक्त करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन दिया। इस दौरान करीब 200 से अधिक ग्रामीणों ने ने चारभुजा स्थित विद्युत निगम के कार्यालय पर धरना देते हुए अधिकारियों का घेराव किया।
जानकारी के अनुसार मानावतों का गुडा व झीलवाडा गांव में तीनों से बिजली गुल रहने को लेकर मंगलवार को बडी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हुए और सरपंच सुरेश परमार व सुखीबाई के नेतृत्व में चारभुजा स्थित विद्युत निगम के कार्यालय पहंुचे। वहां मौजूद कर्मचारियों को जेईएन के बारे में पूछा गया तो मौके पर कर्मचारी ने दूरभाष विभाग को अधिकारी को बुलाया। ग्रामीणों ने विद्युत निगम के अधिकारी दिलीप सांखला को खरी-खोटी सुनाई। ग्रामीणों ने बताया कि यहां कार्यरत कर्मचारी बिजली की शिकायत करने पर संतोषप्रद जवाब नहीं देते हैं या फिर फोन नहीं उठाते।
बाद में अधिकारियों की समझाईश व गांव दो लाइनमैन की नियुक्ति शीघ्र कराने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार भगवानदास को ज्ञापन देकर चार दिन में समस्याओं का समाधान नहीं होने पर चारभुजा-जोधपुर मार्ग पर चक्का जाम के साथ प्रदर्शन की चेतावनी दी। ग्रामीणों के अनुसार कई दिन से अघोषित बिजली कटौती चल रही है। तीन दिन से दोनों ग्राम पंचायत के दर्जनों गांव अंधेरे में हैं। विभाग को शिकायत के बावजूद बिजली की समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। पिछले 12 माह से तो लाइनमैन भी नदारद है।
जानकारी के अनुसार मानावतों का गुडा व झीलवाडा गांव में तीनों से बिजली गुल रहने को लेकर मंगलवार को बडी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हुए और सरपंच सुरेश परमार व सुखीबाई के नेतृत्व में चारभुजा स्थित विद्युत निगम के कार्यालय पहंुचे। वहां मौजूद कर्मचारियों को जेईएन के बारे में पूछा गया तो मौके पर कर्मचारी ने दूरभाष विभाग को अधिकारी को बुलाया। ग्रामीणों ने विद्युत निगम के अधिकारी दिलीप सांखला को खरी-खोटी सुनाई। ग्रामीणों ने बताया कि यहां कार्यरत कर्मचारी बिजली की शिकायत करने पर संतोषप्रद जवाब नहीं देते हैं या फिर फोन नहीं उठाते।
बाद में अधिकारियों की समझाईश व गांव दो लाइनमैन की नियुक्ति शीघ्र कराने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार भगवानदास को ज्ञापन देकर चार दिन में समस्याओं का समाधान नहीं होने पर चारभुजा-जोधपुर मार्ग पर चक्का जाम के साथ प्रदर्शन की चेतावनी दी। ग्रामीणों के अनुसार कई दिन से अघोषित बिजली कटौती चल रही है। तीन दिन से दोनों ग्राम पंचायत के दर्जनों गांव अंधेरे में हैं। विभाग को शिकायत के बावजूद बिजली की समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। पिछले 12 माह से तो लाइनमैन भी नदारद है।
कांग्रेस को आम आदमी की चिंता नहीं
देवगढ . नगर पालिका चुनाव को लेकर भाजपा शीर्ष कमेटी की बैठक स्थानीय गौरी वाटिका में पूर्व परिवहन मंत्री यूनुस खान की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर टिकट के चाहने वाले अनेक लोगो ने अपने समर्थको के साथ कमेटी के समक्ष शक्ति परीक्षण कर टिकट की मांग की। इससे पूर्व पार्टी के कार्यकर्ताओ की बैठक को सम्बोघित करते हुए पूर्व मंत्री यूनुस खान ने कहा पार्टी कार्यकर्ताओ को पालिका चुनावो क्षेत्रीय के साथ अन्य 'वलंत मुद्दों को भी भुनाना है।
इस अवसर पर विधायक हरिसिंह रावत ने देवगढ. में पानी की समस्या के स्थाई समाधान का आश्वासन दिया, एवं भाजपा के निवर्तमान कार्यकल में हुए विकास कार्यो को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। बैठक के बाद सभी सम्भावित उम्मीदवारो से राय जानने के साथ संभावित सभापति के नाम की जानकारी ली गई। बैठक में जिलाध्यक्ष नदंलाल सिघंवी, पर्यवेक्षक प्रमोद सामर, नवल सुराणा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
इस अवसर पर विधायक हरिसिंह रावत ने देवगढ. में पानी की समस्या के स्थाई समाधान का आश्वासन दिया, एवं भाजपा के निवर्तमान कार्यकल में हुए विकास कार्यो को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। बैठक के बाद सभी सम्भावित उम्मीदवारो से राय जानने के साथ संभावित सभापति के नाम की जानकारी ली गई। बैठक में जिलाध्यक्ष नदंलाल सिघंवी, पर्यवेक्षक प्रमोद सामर, नवल सुराणा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
ग्रामीणों की जागरूकता से बचे दो एनिकट
क्षेत्र में सोमवार दोपहर हुई झमाझम वर्षा में सोमवार रात कई एनिकट खतरे से ऊपर बहे। ऎसे में दो एनिकटों को ग्रामीणों की जागरूकता से टूटने से बचा लिया गया। जानकारी के अनुसार सोमवार रात करतवास एनिकट की चादर चार फीट से भी अधिक चली। ऎसे में पानी चादर के समीप से मिट्टी की पाल का कटाव शुरू हो गया।
विद्यालय बना टापू
कुंवारिया । समीपवर्ती वणाई ग्राम पंचायत क्षेत्र के ओडिया भील बस्ती स्थित प्राथमिक विद्यालय के चारो ओर चार से पांच फीट पानी भर जाने से विद्यालय भवन टापू बनकर रह गया है। जानकारी के अनुसार वणाई ग्राम पंचायत क्षेत्र के ओडिया भील बस्ती स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में सोमवार दोपहर आई वर्षा में विद्यालय परिसर में तीन-चार फीट तक पानी भर गया व विद्यालय के कमरों तक पानी पहुंच गया। विद्यालय में पानी भरा होने के कारण दुर्घटना की आशंका को देखते हुए विद्यार्थियों को छुट्टी दे दी गई। विद्यालय में पानी भरने की सूचना पर वणाई सरपंच कैलाशचन्द्र रेगर, सचिव पंकज आचार्य, कुंवारिया नायब तहसीलदार रामसिंह राजावत, वणाई पटवारी नारूलाल रेगर आदि ने मौके पर पहुच कर संस्था प्रधान बंशीलाल गुर्जर से पूरी जानकारी ली गई।
ग्राम पंचायत ने श्रमिकों व जेसीबी मशीन के माध्यम से नाला खोदकर विद्यालय परिसर से पानी की निकासी का कार्य मंगलवार की दोपहर को शुरू कराया गया।
पुलिया बने तो बच्चे पहंुचें विद्यालय
समीपवर्ती बिनोल ग्राम पंचायत क्षेत्र के कर्णपुरिया से कॉलोनी बस्ती के मध्य नाले में बहते पानी के कारण मंगलवार को कॉलोनी का कोई ब"ाा विद्यालय नहीं पहंुच पाया। जानकारी के अनुसार सोमवार शाम हुई बरसात के कारण कर्णपुरिया तालाब में पहाडियों से आने वाले पानी के कारण दो स्थानों पर बरसाती नाले में गहरी खाई बन गई।
इससे कई ग्रामीणों ने ब"ाों को मंगलवार को विद्यालय नहीं भेजा। ग्रामीणों की शिकायत पर मंगलवार दिन में नायब तहसीलदार रामसिंह राजावत, बिनोल सरपंच सोहनीदेवी गुंजल, सचिव हरनारायण पालीवाल, भंवरलाल गुंजल, पटवारी प्यारेलाल, नारूलाल रेगर आदि मौके पर पहंुचे व मामले की जानकारी लेने के साथ दोनों स्थानों पर सीमेन्ट के पाइप डलवाकर मार्ग को आवाजाही के लिए शुरू कराने का आश्वासन दिया।
ग्राम पंचायत ने श्रमिकों व जेसीबी मशीन के माध्यम से नाला खोदकर विद्यालय परिसर से पानी की निकासी का कार्य मंगलवार की दोपहर को शुरू कराया गया।
पुलिया बने तो बच्चे पहंुचें विद्यालय
समीपवर्ती बिनोल ग्राम पंचायत क्षेत्र के कर्णपुरिया से कॉलोनी बस्ती के मध्य नाले में बहते पानी के कारण मंगलवार को कॉलोनी का कोई ब"ाा विद्यालय नहीं पहंुच पाया। जानकारी के अनुसार सोमवार शाम हुई बरसात के कारण कर्णपुरिया तालाब में पहाडियों से आने वाले पानी के कारण दो स्थानों पर बरसाती नाले में गहरी खाई बन गई।
इससे कई ग्रामीणों ने ब"ाों को मंगलवार को विद्यालय नहीं भेजा। ग्रामीणों की शिकायत पर मंगलवार दिन में नायब तहसीलदार रामसिंह राजावत, बिनोल सरपंच सोहनीदेवी गुंजल, सचिव हरनारायण पालीवाल, भंवरलाल गुंजल, पटवारी प्यारेलाल, नारूलाल रेगर आदि मौके पर पहंुचे व मामले की जानकारी लेने के साथ दोनों स्थानों पर सीमेन्ट के पाइप डलवाकर मार्ग को आवाजाही के लिए शुरू कराने का आश्वासन दिया।
Monday, August 2, 2010
बयान कलमबद्ध
राजसमंद । पिछले दिनों कांकरोली बंद के दौरान जिला प्रशासन के लाठीचार्ज में पुलिस की भूमिका की जांच के लिए जयपुर से सोमवार को राजसमंद पहुंचे जांच अधिकारी ने सोमवार को पीडितों व संबंधितों के बयान कलमबद्ध किए। राज्य सरकार की जांच की घोषणा के बाद पहुंचे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी ने पीडितों से मिल कर बयान लिए।
पुलिस अधीक्षक से ली रिपोर्ट
मीणा बयान के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन से भी संबंधित जानकारी लेने पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी गए जहां लगभग दो घंटे बिताने के बाद रिकॉर्ड ले वह पुन: सर्किट हाउस पहुंचे तथा अन्य लोगों के बयान लेने शुरू किए। विधायक से वे मंगलवार को मिलेंगे।
रिपोर्ट एक सप्ताह में
राज्य सरकार को मिले परिवाद के बाद उ"ााधिकारियों के निर्देश पर मामले के पीडितों के बयान लिए जा रहे हैं। सोमवार को मामले से संबंधित लगभग 15-20 लोगों के बयान लिए गए हैं। मामले की रिपोर्ट उ"ााधिकारियाेंको एक सप्ताह में सौंप दी जाएगी।नरेन्द्र मीणा, जांच अधिकारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभागीय जांच, पुलिस मुख्यालय जयपुर
क्या है मामला
गत माह कांकरोली बस स्टैण्ड को धोईन्दा स्थानांतरित करने के विरोध में नागरिक आक्रोशित हो गए। 21 जुलाई को निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर नागरिकों ने रोड मार्च कर कलक्टे्रट में प्रवेश का प्रयास किया। सौ फीट रोड पर हुई लाठी-भाटा जंग में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बस स्टैण्ड संघर्ष समिति ने गृहमंत्री शांति धारीवाल से निष्पक्ष जांच व दोषी अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभागीय जांच नरेन्द्र मीणा ने सर्किट हाउस को अपना केन्द्र बनाया। जानकारी मिलने पर कई लोग सर्किट हाउस पहंुचे।
पुलिस अधीक्षक से ली रिपोर्ट
मीणा बयान के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन से भी संबंधित जानकारी लेने पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी गए जहां लगभग दो घंटे बिताने के बाद रिकॉर्ड ले वह पुन: सर्किट हाउस पहुंचे तथा अन्य लोगों के बयान लेने शुरू किए। विधायक से वे मंगलवार को मिलेंगे।
रिपोर्ट एक सप्ताह में
राज्य सरकार को मिले परिवाद के बाद उ"ााधिकारियों के निर्देश पर मामले के पीडितों के बयान लिए जा रहे हैं। सोमवार को मामले से संबंधित लगभग 15-20 लोगों के बयान लिए गए हैं। मामले की रिपोर्ट उ"ााधिकारियाेंको एक सप्ताह में सौंप दी जाएगी।नरेन्द्र मीणा, जांच अधिकारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभागीय जांच, पुलिस मुख्यालय जयपुर
क्या है मामला
गत माह कांकरोली बस स्टैण्ड को धोईन्दा स्थानांतरित करने के विरोध में नागरिक आक्रोशित हो गए। 21 जुलाई को निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर नागरिकों ने रोड मार्च कर कलक्टे्रट में प्रवेश का प्रयास किया। सौ फीट रोड पर हुई लाठी-भाटा जंग में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बस स्टैण्ड संघर्ष समिति ने गृहमंत्री शांति धारीवाल से निष्पक्ष जांच व दोषी अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभागीय जांच नरेन्द्र मीणा ने सर्किट हाउस को अपना केन्द्र बनाया। जानकारी मिलने पर कई लोग सर्किट हाउस पहंुचे।
अव्यवस्था को लेकर ग्रामीणों ने की तालाबंदी
आमेट । तहसील की सेफटीया ग्राम पंचायत स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी एवं अन्य अव्यवस्थाओं से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को विद्यालय पर तालाबंदी कर विरोध प्रकट जताया। सोमवार सुबह ग्रामीण नेनाराम गुर्जर, जेठूसिंह, मोहनसिंह, रामलाल सुथार, भोजाराम गुर्जर, रामेश्वर सुथार, रूपलाल गुर्जर, शंकरलाल गुर्जर के नेतृत्व में बडी संख्या में ग्रामीण विद्यालय पहुंचे और अव्यवस्थाओं को दूर करने की मांग कर विद्यालय के द्वार पर ताला ठोक दिया।
विद्यालय पर तालाबंदी के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी लखनकुमार खटीक, विकास अधिकारी रामचन्द्र बंजारा, आमेट उपप्रधान लोकेन्द्रसिंह आदि भी विद्यालय पहंुचे, जहां ग्रामीणों से समझाईश कर माहौल शांत किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विद्यालय में करीब 120 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं तथा प्रधानाध्यापक व अध्यापक के मुख्यालय पर नहीं रहने व प्रतिदिन इनके गांव चले जाते हैं।
तोडे अलमारी के ताले : ग्रामीणों के आरोपों की पुष्टि के लिए अधिकारियों ने प्रधानाध्यापक से अलमारी व दराज की चाबी मांगी गई जिस पर प्रधानाध्यापक ने अपने पास नहीं होना बताया जाने पर अधिकारियों ने इनके ताले तोड अन्दर रखा रिकार्ड खंगालना शुरू किया तो उसमें रोकड बही व ब"ाों से लिये जाने वाले टी.सी. व अन्य शुल्क तथा बच्चों की उपस्थिति रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं थे।चेतावनी : ग्रामीणों ने अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को दोनों के स्थानांतरण नहीं करने पर 16 अगस्त 2010 से विद्यालय पर वापस तालाबंदी की चेतावनी दी।
विद्यालय पर तालाबंदी के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी लखनकुमार खटीक, विकास अधिकारी रामचन्द्र बंजारा, आमेट उपप्रधान लोकेन्द्रसिंह आदि भी विद्यालय पहंुचे, जहां ग्रामीणों से समझाईश कर माहौल शांत किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विद्यालय में करीब 120 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं तथा प्रधानाध्यापक व अध्यापक के मुख्यालय पर नहीं रहने व प्रतिदिन इनके गांव चले जाते हैं।
तोडे अलमारी के ताले : ग्रामीणों के आरोपों की पुष्टि के लिए अधिकारियों ने प्रधानाध्यापक से अलमारी व दराज की चाबी मांगी गई जिस पर प्रधानाध्यापक ने अपने पास नहीं होना बताया जाने पर अधिकारियों ने इनके ताले तोड अन्दर रखा रिकार्ड खंगालना शुरू किया तो उसमें रोकड बही व ब"ाों से लिये जाने वाले टी.सी. व अन्य शुल्क तथा बच्चों की उपस्थिति रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं थे।चेतावनी : ग्रामीणों ने अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को दोनों के स्थानांतरण नहीं करने पर 16 अगस्त 2010 से विद्यालय पर वापस तालाबंदी की चेतावनी दी।
हैरत में पडे कर्मचारी और जनता
कुंवारिया । जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से प्रत्येक तीसरे दिन की जाने वाली जलापूर्ति कितनी 'स्वच्छ' होती थी उसकी एक बानगी सोमवार को विभाग की टंकी की सफाई में सामने आई। सोमवार को टंकी की सफाई के दौरान निकले कचरे तथा मलबे ने नागरिकों के साथ विभागीय कर्मचारियों को भी हैरत में डाल दिया। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में काफी समय से घरों में जलापूर्ति में गंदे पानी की शिकायत थी।
कई बार समाचार प्रकाशन व पंचायत समिति की साधारण सभा तक की बैठक में इस मुद्दे को उठाने के बाद विभागीय की ओर से सोमवार को टंकी की सफाई कराई गई। हकरी मगरी क्षेत्र स्थित टंकी की सफाई के दौरान निकला कीचड व मलबा देख मौके पर मौजूद ग्रामीणों के साथ कर्मचारी भी आश्चर्यचकित रह गए। नायब तहसीलदार रामसिंह राजावत ने मौके पर पटवारी नत्थू मोहम्मद को भेजकर टंकी से निकलते कीचड का सेम्पल एकत्रित करवाने के साथ मौका पर्चा बनवाकर उ"ााधिकारियों को अवगत कराया।
पेयजल टंकी में कीचड की सूचना पर कुंवारिया सरपंच यशोदा देवी पोरवाल, उपसरपंच रमेशचन्द्र कीर, गणेशलाल पोरवाल, रतनलाल खटीक, शंकरलाल खटीक बडी संख्या में नागरिकों ने मौके पर पहंुच जल वितरण की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि जिस टंकी से कीचड निकला उसमें पानी की आपूर्ति बाघेरी नाका पेयजल योजना के तहत हो रही है। बाघेरी नाका पेयजल योजना से जुडे कर्मचारी फिल्टर पानी की आपूर्ति करने का दावा करते हैं, पर वास्तविकता को टंकी से निकले कीचड ने पूरी तरह साफ कर दिया। कस्बे के नागरिको को स्वच्छ पानी की आपूर्ति कराने की मांग की गई।
मिट्टीयुक्त पानी
मिट्टीयुक्त पानी के लगातार सेवन से उल्टी, दस्त व पथरी आदि जल जनित बिमारिया होने की प्रबल संभावना रहती है।डॉ. राजकुमार खोलिया, चिकित्सालय प्रभारी
पेयजल वितरण की टंकी में कीचड है तो सरासर गलत है। समस्या के संबंध बाघेरी नाका पेयजल योजना व जलदाय विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर इसका शीघ्र निराकरण कराया जाएगा।रामसिंह राजावत, नायब तहसीलदार
कई बार समाचार प्रकाशन व पंचायत समिति की साधारण सभा तक की बैठक में इस मुद्दे को उठाने के बाद विभागीय की ओर से सोमवार को टंकी की सफाई कराई गई। हकरी मगरी क्षेत्र स्थित टंकी की सफाई के दौरान निकला कीचड व मलबा देख मौके पर मौजूद ग्रामीणों के साथ कर्मचारी भी आश्चर्यचकित रह गए। नायब तहसीलदार रामसिंह राजावत ने मौके पर पटवारी नत्थू मोहम्मद को भेजकर टंकी से निकलते कीचड का सेम्पल एकत्रित करवाने के साथ मौका पर्चा बनवाकर उ"ााधिकारियों को अवगत कराया।
पेयजल टंकी में कीचड की सूचना पर कुंवारिया सरपंच यशोदा देवी पोरवाल, उपसरपंच रमेशचन्द्र कीर, गणेशलाल पोरवाल, रतनलाल खटीक, शंकरलाल खटीक बडी संख्या में नागरिकों ने मौके पर पहंुच जल वितरण की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि जिस टंकी से कीचड निकला उसमें पानी की आपूर्ति बाघेरी नाका पेयजल योजना के तहत हो रही है। बाघेरी नाका पेयजल योजना से जुडे कर्मचारी फिल्टर पानी की आपूर्ति करने का दावा करते हैं, पर वास्तविकता को टंकी से निकले कीचड ने पूरी तरह साफ कर दिया। कस्बे के नागरिको को स्वच्छ पानी की आपूर्ति कराने की मांग की गई।
मिट्टीयुक्त पानी
मिट्टीयुक्त पानी के लगातार सेवन से उल्टी, दस्त व पथरी आदि जल जनित बिमारिया होने की प्रबल संभावना रहती है।डॉ. राजकुमार खोलिया, चिकित्सालय प्रभारी
पेयजल वितरण की टंकी में कीचड है तो सरासर गलत है। समस्या के संबंध बाघेरी नाका पेयजल योजना व जलदाय विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर इसका शीघ्र निराकरण कराया जाएगा।रामसिंह राजावत, नायब तहसीलदार
फडफडाने लगा 'फडका'
राजसमंद । जिले के अनेक स्थानों पर फडका पैर फैलाने लगा है। कई जगह फडका शिशु व प्रथम अवस्था में है। इससे फसलों को नुकसान की आशंका है। वर्षा नहीं होने या एक-दो दिन के अंतराल से होने से इसका प्रकोप बढ रहा है। फसल बचाने के लिए इस पर नियंत्रण जरूरी है। राजसमंद तहसील क्षेत्र के अलावा देवगढ, देलवाडा, खमनोर सहित अनेक क्षेत्रों में फडके का प्रकोप है। यह पालियों में लगे घास के बाद मक्का, ज्वार आदि को नुकसान पहुंचाने लगा है। इस पर इस अवस्था में ही नियंत्रण जरूरी है।
क्या है फडका
यह खरीफ को खराब करने वाला कीट है। जो पत्तों को चटकर फसल को नष्ट कर देते हैं। इसका प्रकोप जून-जुलाई से अक्टूबर तक चलता है। एक मादा फडका जीवन काल में दो से छह अण्डपिण्ड भूमि में रख देती है। एक अण्डपिण्ड में करीब 40 अंडे होते है। अण्डपिण्ड मानसून शुरू होने के 10 से 15 दिन बाद निकलते है। यह मक्का, ज्वार आदि के पत्ते व फल दोनों चट कर फसल को बरबाद कर देता है।
जीवन चक्र
शिशु कीट पंख रहित हरे पीले रंग का मच्छर के समान होता है। ये भूमि की सतह पर आ कर पालियों व धोरों में उगने वाली घास खाना शुरू कर देते है। यह अपनी द्वितीय अवस्था तक पंख रहित रहता है तथा इसकी चलने की गति बहुत कम होती है। करीब 45 से 50 दिन बाद शिशु से प्रौढ कीट बन जाता है। इस अवस्था में आने के बाद ये धोरों में उगी घास छोडकर मक्का, ज्वार आदि की फसल पर आक्रमण कर फसल को चौपट कर देते हैं। प्रौढ कीट का जीवन काल 55 से 65 दिन का होता है।
नियंत्रण के उपाय
कीट से बचने के उपाय इसके शैशव काल में कर लेने चाहिए। किसानों को खेतों में पालियां छोटी रखनी चाहिए तथा संभव हो तो इन्हेंं काट लेना चाहिए। इससे कीट को छिपने की जगह नहीं मिलेगी।
रासायनिक नियंत्रण
घास, चारे में मच्छर के आकार के जीव दिखाई दें तो बिना देरी किए इन पर मिथाइल पैराथियॉन दो प्रतिशत चूर्ण या मेलाथियॉन पांच प्रतिशत व अन्य उपलब्ध रासायनिक का प्रयोग करना चाहिए। एक बीघा क्षेत्र के लिए चार किलो पैराथियॉन दो प्रतिशत चूर्ण का छिडकाव करना चाहिए। इन रासायनिक का प्रयोग वर्षा में नहीं करे।
क्या है फडका
यह खरीफ को खराब करने वाला कीट है। जो पत्तों को चटकर फसल को नष्ट कर देते हैं। इसका प्रकोप जून-जुलाई से अक्टूबर तक चलता है। एक मादा फडका जीवन काल में दो से छह अण्डपिण्ड भूमि में रख देती है। एक अण्डपिण्ड में करीब 40 अंडे होते है। अण्डपिण्ड मानसून शुरू होने के 10 से 15 दिन बाद निकलते है। यह मक्का, ज्वार आदि के पत्ते व फल दोनों चट कर फसल को बरबाद कर देता है।
जीवन चक्र
शिशु कीट पंख रहित हरे पीले रंग का मच्छर के समान होता है। ये भूमि की सतह पर आ कर पालियों व धोरों में उगने वाली घास खाना शुरू कर देते है। यह अपनी द्वितीय अवस्था तक पंख रहित रहता है तथा इसकी चलने की गति बहुत कम होती है। करीब 45 से 50 दिन बाद शिशु से प्रौढ कीट बन जाता है। इस अवस्था में आने के बाद ये धोरों में उगी घास छोडकर मक्का, ज्वार आदि की फसल पर आक्रमण कर फसल को चौपट कर देते हैं। प्रौढ कीट का जीवन काल 55 से 65 दिन का होता है।
नियंत्रण के उपाय
कीट से बचने के उपाय इसके शैशव काल में कर लेने चाहिए। किसानों को खेतों में पालियां छोटी रखनी चाहिए तथा संभव हो तो इन्हेंं काट लेना चाहिए। इससे कीट को छिपने की जगह नहीं मिलेगी।
रासायनिक नियंत्रण
घास, चारे में मच्छर के आकार के जीव दिखाई दें तो बिना देरी किए इन पर मिथाइल पैराथियॉन दो प्रतिशत चूर्ण या मेलाथियॉन पांच प्रतिशत व अन्य उपलब्ध रासायनिक का प्रयोग करना चाहिए। एक बीघा क्षेत्र के लिए चार किलो पैराथियॉन दो प्रतिशत चूर्ण का छिडकाव करना चाहिए। इन रासायनिक का प्रयोग वर्षा में नहीं करे।
Sunday, August 1, 2010
चिकित्सक से हाथापाई
राजसमंद। आर. के. चिकित्सालय में शनिवार अलसुबह इलाज के लिए पहुंचे युवक की इलाज के दौरान मृत्यु हो जाने पर उसके परिजनों ने हंगामा मचाया। साथ ही वहां मौजूद वरिष्ठ चिकित्सक से हाथापाई भी की। परिजनों ने चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। घटना के अनुसार आरिफ (25) पुत्र युसुफ मोहम्मद निवासी सलूस रोड कांकरोली के सीने में शनिवार सुबह अचानक तेज दर्द हुआ।
परिजन उसे लेकर तुरंत आर. के. चिकित्सालय पहुंचे जहां रात्रिकालीन ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ. चेतना वैष्णव ने इलाज शुरू कर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सी. एल. डूंगरवाल को सूचना दी। डॉ. डूंगरवाल के वहां पहुंचने से पूर्व मरीज ने ईसीजी के दौरान ही दम तोड दिया। मरीज की अचानक मृत्यु होने से परिजन अवाक रह गए तथा उन्होंने स्टॉफ के साथ चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया। डॉ. डूंगरवाल भी मौके पर पहुंच गए। मरीज के साथ चिकित्सालय पहुंचे एक युवक मोहम्मद यूनुस ने चिकित्सक डॉ. डूंगरवाल के साथ हाथापाई शुरू कर दी। वहां मौजूद चिकित्साकर्मियों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया। मरीज के परिजन शव को लेकर चिकित्सालय से रवाना हो गए। इस संबंध में देर शाम तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
परिजन उसे लेकर तुरंत आर. के. चिकित्सालय पहुंचे जहां रात्रिकालीन ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ. चेतना वैष्णव ने इलाज शुरू कर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सी. एल. डूंगरवाल को सूचना दी। डॉ. डूंगरवाल के वहां पहुंचने से पूर्व मरीज ने ईसीजी के दौरान ही दम तोड दिया। मरीज की अचानक मृत्यु होने से परिजन अवाक रह गए तथा उन्होंने स्टॉफ के साथ चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया। डॉ. डूंगरवाल भी मौके पर पहुंच गए। मरीज के साथ चिकित्सालय पहुंचे एक युवक मोहम्मद यूनुस ने चिकित्सक डॉ. डूंगरवाल के साथ हाथापाई शुरू कर दी। वहां मौजूद चिकित्साकर्मियों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया। मरीज के परिजन शव को लेकर चिकित्सालय से रवाना हो गए। इस संबंध में देर शाम तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
पीडितो ने सुनाए दुखडे
कुंभलगढ। उपखण्ड क्षेत्र के बनोकडा ग्राम पंचायत की सरपंच समेत करीब अधा दर्जन विभिन्न मामलों मे पीडित लोगों ने दो दिन पूर्व जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंप उचित कार्रवाई की मांग की है। जिस पर जिला कलक्टर ने हाथों-हाथ सम्बघित अघिकारियों को मामलों की जांच कर यथासंभव निपटारे के निर्देश दिए हैं। बनोकडा निवासी जगदीश भील ने वहीं के एक परिवार की ओर से नाजायज रूप से परेशान करने, गलाराम भील ने अपने ही काका के खिलाफ मकान में जाने का रास्ता बंद करने व कहने पर लडाई झगडे पर उतारू होने, लच्छाराम भील ने वहीं के
नरेन्द्र भील पर बिला नाम जमीन से कब्जा हटवाने व लडाई-झगडा करने, माइंग भील ने काश्तसुदा जमीन पर वहीं के एक व्यक्ति के खिलाफ काश्तकाम नहीं करने देने, भीमाराम भील ने खुद के स्वामित्व की जमीन पर जबरन अतिक्रमण करने व पूर्व सरपंच दल्लू बाई भील की ओर से उनके कार्यकाल का दो वर्षो का भत्ता व टंकी निर्माण का बकाया भुगतान दिलाने की मांग जिला कलक्टर से कि। जिस पर जिला कलक्टर ने सम्बघित अघिकारियों को मामले की पूरी जांच व जानकारी लेकर पीडितों को यथा संभव न्याय दिलाने के निर्देश दिए।
नरेन्द्र भील पर बिला नाम जमीन से कब्जा हटवाने व लडाई-झगडा करने, माइंग भील ने काश्तसुदा जमीन पर वहीं के एक व्यक्ति के खिलाफ काश्तकाम नहीं करने देने, भीमाराम भील ने खुद के स्वामित्व की जमीन पर जबरन अतिक्रमण करने व पूर्व सरपंच दल्लू बाई भील की ओर से उनके कार्यकाल का दो वर्षो का भत्ता व टंकी निर्माण का बकाया भुगतान दिलाने की मांग जिला कलक्टर से कि। जिस पर जिला कलक्टर ने सम्बघित अघिकारियों को मामले की पूरी जांच व जानकारी लेकर पीडितों को यथा संभव न्याय दिलाने के निर्देश दिए।
पांव फिसला, ट्रैक्टर तले कुचला
राजसमंद। शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर जावद में मलबा लेने गए एक ट्रैक्टर के नीचे कुचलने से रविवार को एक श्रमिक की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना शाम करीब साढे चार बजे की है। जावद निवासी ट्रैक्टर चालक किशनलाल पालीवाल जावद क्षेत्र के पहाडी क्षेत्र में भराव के लिए मलबा लेने गया था। मलबा भरते समय ट्रैक्टर को मोडने के लिए उसने ट्रैक्टर को पीछे की ओर लिया।
उस समय ट्रैक्टर के पीछे की ओर रामलाल (20) पुत्र कालू गमेती निवासी जावद खडा था। हालांकि चालक पालीवाल के कहने पर उसने वहां से दूर होने के लिए डग भरे ही थे कि वहां पडी मिट्टी गीली होने के कारण उसका पैर फिसल गया। चालक की नजर उस पर नहीं जाने के कारण चालक पालीवाल ने ट्रैक्टर को पीछे की ओर बढा दिया जिससे रामलाल ट्रैक्टर के पिछले पहियों तले कुचल गया।
वहां मौजूद अन्य श्रमिकों के कहने पर चालक ने ट्रैक्टर रोका और ग्रामीणों की मदद से स्वयं ही रामलाल को लेकर आर.के. चिकित्सालय पहुंचा जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद राजनगर थाने से सहायक उप निरीक्षक करणसिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
उस समय ट्रैक्टर के पीछे की ओर रामलाल (20) पुत्र कालू गमेती निवासी जावद खडा था। हालांकि चालक पालीवाल के कहने पर उसने वहां से दूर होने के लिए डग भरे ही थे कि वहां पडी मिट्टी गीली होने के कारण उसका पैर फिसल गया। चालक की नजर उस पर नहीं जाने के कारण चालक पालीवाल ने ट्रैक्टर को पीछे की ओर बढा दिया जिससे रामलाल ट्रैक्टर के पिछले पहियों तले कुचल गया।
वहां मौजूद अन्य श्रमिकों के कहने पर चालक ने ट्रैक्टर रोका और ग्रामीणों की मदद से स्वयं ही रामलाल को लेकर आर.के. चिकित्सालय पहुंचा जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद राजनगर थाने से सहायक उप निरीक्षक करणसिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
सैलानियों का सैलाब
कुंभलगढ। विश्व प्रसिद्ध अजेय दुर्ग कुंभलगढ व राजस्थान के अमरनाथ कहलाने वाले भगवान परशुराम महादेव के धाम का नयानाभिराम नजारा देखने के लिए पूरे राजस्थान के कई शहरों से सैलानी पहुंचे। दिन भर रिमझिम से मौसम सुहाना हो गया था। सैलानियों ने दुर्ग के बाद परशुराम महादेव के दर्शन किए। दुर्ग परिसर में वाहनों की पार्किग के लिए भी जगह नहीं बची थी। टिकट खिडकी पर बैठने वाले मनीष ने बताया कि रविवार को लगभग दो हजार देसी सैलानियों पहुंचे।
विकसित होगा बाघेरी
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री डॉ सीपी जोशी ने राजस्थान पत्रिका से हुई फोन वार्ता में बताया कि बाघेरी का नाका बांध के छलकने के बाद के नजारे को देखने जिस प्रकार जनसैलाब यहां उमडा है। उसे ध्यान में रख आने वाले समय में बांध पर पर्यटन को बढावा देने सुविधाएं स्थापित की जाएगी। बांध के पास लोगों को ठहरने की सुविधा तथा भोजन आदि बनाने के लिए जगह की तलाश कर कार्य शीघ्र करने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने प्रसन्नता जताई की बाघेरी से पेयजल की व्यस्था का लाभ जनता को मिल ही रहा है। आने वाले दिनों में पर्यटन की दृष्टि से भी लोगों को रोजगार मिलेगा।
पर्यटकों से आबाद बाघेरी
सेमा/नाथद्वारा। बाघेरी का नाका रविवार को पर्यटकों से आबाद रहा। आसमान से बरसती रिमझिम फुहारों के बीच पर्यटकों ने बाघेरी पर चल रही ठंडे व निर्मल पानी के चादर में नहाने का भरपूर मजा लिया। पर्वत श्ृंखलाओं के बीच पाल पर छह इंच की चादर चलती रही।
उदयपुर, राजसमंद, रेलमगरा, आमेट, नाथद्वारा सहित विभिन्न शहरों से पहुंचे लोगों ने जमकर मजा किया। सुबह नौ बजे मची रेलमपेल शाम छह बजे तक जारी रही। पर्यटक अपने अपने दुपहियां व चोपहिया वाहनों पर घरों से नाना प्रकार के व्यजंन बनाकर यहां पहुंचे। रिमझिम फुहारों ने पिकनिक का मजा दुगुना कर दिया।
यहां पहुंचे लोगों ने परिजनों के साथ जलधारा के नीचे नहाने का खूब मजा उठाया। कई पर्यटक आस-पास के हरी वादियों में घूमते-फिरते नजर आया। जिसे जहां जगह मिली वहीं झूम के मस्ती की। बांध से गिरती जलराशि में नहाने के लिए कई पर्यटक बनास नदी को पार करते हुए जल्दी-जल्दी रपट के नीचे पहुंचे, जिससे वे फिसल कर घायल हो गए। इनका मचींद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर इलाज करवाया गया।
मेले सा नजारा
बांध परिसर पर मेले सा नजारा रहा। चाय-पकौडी, पानी पूरी, ठण्डे पेय पदार्थोü की स्टॉलों वालों तो घोडों के मालिकों ने खूब पारिश्रमिक कमाया। वहीं महिलाओं ने भूट्टे व मूंगफली खाने का मजा लिया।
यातायात रहा बाघित
नाथद्धारा से तुला मारूआ तक करीब 50 किलोमीटर सकडे सडक मार्ग पर सैकडों दुपहियां व चोपहिया वाहनों के साथ कतारे रल गईं, जिससे यातायात बाधित रहा।
पुलिस व प्रशासन सर्तक
रविवार की छुट्टी होने से प्रशासन ने माकूल बंदोबस्त कर रखे थे। ग्राम पंचायत प्रशासन ने सहयोग दिया।
अस्यो मेÝो कदी नी देखियो
बांध के नजारे को देखने पहंुचे मचींद निवासी शंकर लाल ने बताया कि बांध पर आज दिन तक ऎसा नजारा कभी नहीं देखा। बांध रो शिलान्यास करने आई सोनिया गांधी के समय भी यहां पर इतनी भीड जमा नही हुई जितनी आज देखी।
उदयपुर, राजसमंद, रेलमगरा, आमेट, नाथद्वारा सहित विभिन्न शहरों से पहुंचे लोगों ने जमकर मजा किया। सुबह नौ बजे मची रेलमपेल शाम छह बजे तक जारी रही। पर्यटक अपने अपने दुपहियां व चोपहिया वाहनों पर घरों से नाना प्रकार के व्यजंन बनाकर यहां पहुंचे। रिमझिम फुहारों ने पिकनिक का मजा दुगुना कर दिया।
यहां पहुंचे लोगों ने परिजनों के साथ जलधारा के नीचे नहाने का खूब मजा उठाया। कई पर्यटक आस-पास के हरी वादियों में घूमते-फिरते नजर आया। जिसे जहां जगह मिली वहीं झूम के मस्ती की। बांध से गिरती जलराशि में नहाने के लिए कई पर्यटक बनास नदी को पार करते हुए जल्दी-जल्दी रपट के नीचे पहुंचे, जिससे वे फिसल कर घायल हो गए। इनका मचींद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर इलाज करवाया गया।
मेले सा नजारा
बांध परिसर पर मेले सा नजारा रहा। चाय-पकौडी, पानी पूरी, ठण्डे पेय पदार्थोü की स्टॉलों वालों तो घोडों के मालिकों ने खूब पारिश्रमिक कमाया। वहीं महिलाओं ने भूट्टे व मूंगफली खाने का मजा लिया।
यातायात रहा बाघित
नाथद्धारा से तुला मारूआ तक करीब 50 किलोमीटर सकडे सडक मार्ग पर सैकडों दुपहियां व चोपहिया वाहनों के साथ कतारे रल गईं, जिससे यातायात बाधित रहा।
पुलिस व प्रशासन सर्तक
रविवार की छुट्टी होने से प्रशासन ने माकूल बंदोबस्त कर रखे थे। ग्राम पंचायत प्रशासन ने सहयोग दिया।
अस्यो मेÝो कदी नी देखियो
बांध के नजारे को देखने पहंुचे मचींद निवासी शंकर लाल ने बताया कि बांध पर आज दिन तक ऎसा नजारा कभी नहीं देखा। बांध रो शिलान्यास करने आई सोनिया गांधी के समय भी यहां पर इतनी भीड जमा नही हुई जितनी आज देखी।
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