Thursday, August 26, 2010

खेल से आत्मानुशासन संभव

राजसमंद । 20वीं राजसमंद क्षेत्रीय उच्च प्राथमिक विद्यालयी खलेकूद प्रतियोगिता का उद्घाटन मोरचना में गुरूवार को हुआ। मुख्य अतिथि जिला प्रमुख किसनलाल गमेती ने कहा कि खेल से जीवन में आत्मानुशासन संभव है। खिलाडी खेल को खेल की भावना से खेलकर सारे अवसाद दूर करें।
खेल बंधुता का एक मेल है इससे लक्ष्य के प्रति समर्पण का भाव बढता है। खेलों से समग्र व्यçक्त्व का विकास होता है। उन्होंने विद्यालय में खेल मैदान की चारदीवारी निर्माण कराने का भी आश्वासन दिया। अध्यक्षता उपखण्ड अधिकारी रामनारायण बडगुर्जर ने की। विशिष्ट अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक जगदीशचन्द्र खण्डेलवाल, खण्ड शिक्षा अधिकारी मोहनलाल पालीवाल, समाजसेवी रमजान खान, लीलाधर पालीवाल, नारायणलाल गुर्जर, मांगूसिंह थे। अतिथियों ने खिलाडियों को जीत-हार से अधिक उसमें भाग लेने की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
प्रारंभ में खण्ड शिक्षा अधिकारी मोहनलाल पालीवाल, उपप्रधान सुरेश जोशी, उपसरपंच पर्वतसिंह आशिया ने अतिथियों का स्वागत किया। केन्द्राध्यक्ष सोहनलाल पालीवाल, श्यामसिंह, दिनेश श्रीमाली ने भी विचार व्यक्त किए।
अतिथियों का इकलाई साफा पइनाकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने खेल ध्वज फहराकर खेल भावना की शपथ दिलाई, जबकि उपखण्ड अधिकारी ने विधिवत उद्घाटन की घोषणा की। उद्घाटन मैच में धोइन्दा ने पिपलांत्री की टीम को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। दोपहर में निबंध व वाद विवाद प्रतियोगिताएं हुई। प्रतियोगिता में जनरल रेफरी दिनेशचन्द्र श्रीमाली, कुंजबिहारी गुर्जर, कुलदीप चौधरी के नेतृत्व में शारीरिक शिक्षकों ने निर्णायक की भूमिका अदा की।

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