राजसमंद । पिछले दिनों कांकरोली बंद के दौरान जिला प्रशासन के लाठीचार्ज में पुलिस की भूमिका की जांच के लिए जयपुर से सोमवार को राजसमंद पहुंचे जांच अधिकारी ने सोमवार को पीडितों व संबंधितों के बयान कलमबद्ध किए। राज्य सरकार की जांच की घोषणा के बाद पहुंचे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी ने पीडितों से मिल कर बयान लिए।
पुलिस अधीक्षक से ली रिपोर्ट
मीणा बयान के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन से भी संबंधित जानकारी लेने पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी गए जहां लगभग दो घंटे बिताने के बाद रिकॉर्ड ले वह पुन: सर्किट हाउस पहुंचे तथा अन्य लोगों के बयान लेने शुरू किए। विधायक से वे मंगलवार को मिलेंगे।
रिपोर्ट एक सप्ताह में
राज्य सरकार को मिले परिवाद के बाद उ"ााधिकारियों के निर्देश पर मामले के पीडितों के बयान लिए जा रहे हैं। सोमवार को मामले से संबंधित लगभग 15-20 लोगों के बयान लिए गए हैं। मामले की रिपोर्ट उ"ााधिकारियाेंको एक सप्ताह में सौंप दी जाएगी।नरेन्द्र मीणा, जांच अधिकारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभागीय जांच, पुलिस मुख्यालय जयपुर
क्या है मामला
गत माह कांकरोली बस स्टैण्ड को धोईन्दा स्थानांतरित करने के विरोध में नागरिक आक्रोशित हो गए। 21 जुलाई को निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर नागरिकों ने रोड मार्च कर कलक्टे्रट में प्रवेश का प्रयास किया। सौ फीट रोड पर हुई लाठी-भाटा जंग में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बस स्टैण्ड संघर्ष समिति ने गृहमंत्री शांति धारीवाल से निष्पक्ष जांच व दोषी अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभागीय जांच नरेन्द्र मीणा ने सर्किट हाउस को अपना केन्द्र बनाया। जानकारी मिलने पर कई लोग सर्किट हाउस पहंुचे।
पुलिस अधीक्षक से ली रिपोर्ट
मीणा बयान के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन से भी संबंधित जानकारी लेने पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी गए जहां लगभग दो घंटे बिताने के बाद रिकॉर्ड ले वह पुन: सर्किट हाउस पहुंचे तथा अन्य लोगों के बयान लेने शुरू किए। विधायक से वे मंगलवार को मिलेंगे।
रिपोर्ट एक सप्ताह में
राज्य सरकार को मिले परिवाद के बाद उ"ााधिकारियों के निर्देश पर मामले के पीडितों के बयान लिए जा रहे हैं। सोमवार को मामले से संबंधित लगभग 15-20 लोगों के बयान लिए गए हैं। मामले की रिपोर्ट उ"ााधिकारियाेंको एक सप्ताह में सौंप दी जाएगी।नरेन्द्र मीणा, जांच अधिकारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभागीय जांच, पुलिस मुख्यालय जयपुर
क्या है मामला
गत माह कांकरोली बस स्टैण्ड को धोईन्दा स्थानांतरित करने के विरोध में नागरिक आक्रोशित हो गए। 21 जुलाई को निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर नागरिकों ने रोड मार्च कर कलक्टे्रट में प्रवेश का प्रयास किया। सौ फीट रोड पर हुई लाठी-भाटा जंग में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बस स्टैण्ड संघर्ष समिति ने गृहमंत्री शांति धारीवाल से निष्पक्ष जांच व दोषी अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभागीय जांच नरेन्द्र मीणा ने सर्किट हाउस को अपना केन्द्र बनाया। जानकारी मिलने पर कई लोग सर्किट हाउस पहंुचे।
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