Thursday, August 26, 2010

झूमकर बरसे बदरा

राजसमंद । मुख्यालय सहित जिले भर में सावन के बीतने के साथ ही फीके हुए मानसून ने करीब सप्ताह भर के अन्तराल के बाद गुरूवार से फिर दस्तक दी। सुबह आसमान खुला होने व तेज उसम से परेशान लोगों को दोपहर में घिर आए बादलों ने राहत दी और दोपहर साढे 12 बजे बाद तेज बरसात शुरू कर दी।
इस दौरान करीब आधे घंटे बादल जमकर बरसे। झमाझम बरसात के दौरान शहर की नालियां उफान पर आ गई और नालियों की सारी गन्दगी सडकों पर आ गई। लोगों ने भी तेज बरसात को देख अपनी दुकानों व घरों से बाहर जमा नालियों का कचरा साफ किया। बरसात के दौरान कांकरोली शहर का सारा पानी व गन्दगी बहाव के साथ हाथीनाडा क्षेत्र में बहकर गई जिससे हाथीनाडा क्षेत्र की गली ने नदी का रूप धारण कर लिया।
सडकें भी नदी नाले की तरह उफान पर बहती रही। करीब दो घंटे तक पानी के बहाव में आम लोगों ने भी बरसात का मजा लिया। गुरूवार सुबह आठ बजे आमेट तहसील में 13 मिली मिलीमीटर बरसात हुई जबकि भीम में 30 मिली तथा राजसमंद में डेढ इंच बरसात हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में अलसुबह हुई हल्की बरसात से मौसम खुशगवार रहा। राजसमंद शहर में हुई बरसात के दौरान ही जिले भर के अधिकतर स्थानों पर तेज बरसात हुई जिससे किसानों ने भी राहत की सांस दी और खुशनुमा हुए मौसम का आनंद लिया।
गत वर्ष की तुलना में अब तक अच्छी बारिश होने से लोगों में खुशी का आलम है। जिले के करीबन सभी छोटे-बडे तालाब तलैया भर चुके हैं वहीं सबसे बडी बात यह रही कि काफी पहले ही बाघेरी का नाका और नंदसमंद बांध छलक चुके हैं। बाघेरी नाका बांध पर चादर चल रही है, वहीं नंदसमंद के ओवर फ्लो होने से गत दिनों ही खारी फीडर व बनास में पानी छोड दिया गया था।
नाथद्वारा (कासं). शहर में गुरूवार को प्रचण्ड गर्मी व उमस के दौर के साथ तेज धूप ने शहरवासियों को परेशान किया। सुबह से ही मौसम में तेज उमस व गर्मी के कारण हाल बेहाल जनता को उस समय आस जगी जब दोपहर में काली घटायें छा गई परंतु छींटे क्षणिक गिरने के बाद बंद हो गए और उमस पसर गई।

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