राजसमंद। जिला मुख्यालय पर एक सप्ताह में चोरी की तीन बडी वारदातों से जिले के हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है। आलम यह कि शहर के हर हिस्से में चोर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। रात बारह बजे बाद आए दिन हो रही चोरियों के चलते शहरवासी सकते में हैं। चोरों के हौसले इतने बुलन्द कि राजनगर कोतवाली क्षेत्र में चोरी की तीन बडी वारदातों के बावजूद चोरों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
गोवल्या मादडी, मुण्डोल और कमल तलाई में हुई लाखों रूपए के गहनों, कपडों व बाइक चोरी में चोरों ने वारदात को समान रूप में अंजाम दिया। तीनों मामलों में घर के लोग छतों पर हवा में सोए थे। तीनों घटना रात 12 बजे से तडके 5 बजे के बीच की है। यह वही समय होता है जब पुलिस की गश्त होती है।
तीनों घटनाओं में चोर बेहिचक चोरियों को अंजाम देकर आसानी से माल बटोर कर चलते बने। तीनों वारदातों में घरों के बाहर रोडलाइट होने, घनी आबादी बस्ती में पेटियां व अन्य सामान लेकर काफी दूर चलने और नापसंद सामान फेंकने के बावजूद कोई सुराग नहीं छोडा।
कहने को सभी स्थानों पर 2-2 'जवान' लगाए जाते हैं। कुछ कोतवाली से तो कुछ पुलिस लाइंस से आते हैं। इन जवानों को महज एक लकडी व नाम-पते लिखने के लिए डायरी दी जाती है। गश्त कितनी कारगर है, यह चिंतन का विषय है। यही नहीं, साप्ताहिक अवकाश का प्रावधान नहीं होने के कारण ये जवान थके-हारे भी होते हैं।
लगभग 10 लाख का माल पार
एक हफ्ते में चोरी की तीनों वारदातों में चोर करीब 10 लाख रूपए का माल बटोर ले गए। गोवल्या मादडी में बीस हजार रूपए नकद सहित सोने-चांदी के गहने व कपडे, पेटियां आदि तो मुण्डोल में बीस हजार रूपए नकद के अलावा सोने-चांदी के गहने व कपडे ले गए। कमल तलाई में लूटपाट मचाने के बाद घर में खडी बाइक भी उठा ले गए।
17 प्वाइंट, 34 'जवान'
रात को होमगार्ड व पुलिस जवान की टीम शहर के 17 चयनित स्थानों पर गश्त करती है। इनमें राजनगर बस स्टैण्ड, मालीवाडा-दाणी चबूतरा, कलालवाटी, मण्डा-एटीएम बाहर, सिविल लाइंस-सौ फीट रोड, जलचक्की, आईडीबीआई बैंक, कांकरोली बस स्टैण्ड, सर्राफा बाजार, कालिंदी विहार, सुंदर कॉलोनी, आवासन मण्डल, धोइंदा, चौपाटी कांकरोली, आसोटिया, नई आबादी, जेके सर्कल शामिल हैं।
प्रयास जारी हैं
चोरों को पकडने के प्रयास जारी है। पूछताछ एवं दबिश भी चल रही है। मौका ताडकर चोरियां की गई है। शीघ्र ही चोरों को पकडा जाएगा।
निरंजनप्रसाद आल्हा, वृत्त निरीक्षक, राजनगर
गोवल्या मादडी, मुण्डोल और कमल तलाई में हुई लाखों रूपए के गहनों, कपडों व बाइक चोरी में चोरों ने वारदात को समान रूप में अंजाम दिया। तीनों मामलों में घर के लोग छतों पर हवा में सोए थे। तीनों घटना रात 12 बजे से तडके 5 बजे के बीच की है। यह वही समय होता है जब पुलिस की गश्त होती है।
तीनों घटनाओं में चोर बेहिचक चोरियों को अंजाम देकर आसानी से माल बटोर कर चलते बने। तीनों वारदातों में घरों के बाहर रोडलाइट होने, घनी आबादी बस्ती में पेटियां व अन्य सामान लेकर काफी दूर चलने और नापसंद सामान फेंकने के बावजूद कोई सुराग नहीं छोडा।
कहने को सभी स्थानों पर 2-2 'जवान' लगाए जाते हैं। कुछ कोतवाली से तो कुछ पुलिस लाइंस से आते हैं। इन जवानों को महज एक लकडी व नाम-पते लिखने के लिए डायरी दी जाती है। गश्त कितनी कारगर है, यह चिंतन का विषय है। यही नहीं, साप्ताहिक अवकाश का प्रावधान नहीं होने के कारण ये जवान थके-हारे भी होते हैं।
लगभग 10 लाख का माल पार
एक हफ्ते में चोरी की तीनों वारदातों में चोर करीब 10 लाख रूपए का माल बटोर ले गए। गोवल्या मादडी में बीस हजार रूपए नकद सहित सोने-चांदी के गहने व कपडे, पेटियां आदि तो मुण्डोल में बीस हजार रूपए नकद के अलावा सोने-चांदी के गहने व कपडे ले गए। कमल तलाई में लूटपाट मचाने के बाद घर में खडी बाइक भी उठा ले गए।
17 प्वाइंट, 34 'जवान'
रात को होमगार्ड व पुलिस जवान की टीम शहर के 17 चयनित स्थानों पर गश्त करती है। इनमें राजनगर बस स्टैण्ड, मालीवाडा-दाणी चबूतरा, कलालवाटी, मण्डा-एटीएम बाहर, सिविल लाइंस-सौ फीट रोड, जलचक्की, आईडीबीआई बैंक, कांकरोली बस स्टैण्ड, सर्राफा बाजार, कालिंदी विहार, सुंदर कॉलोनी, आवासन मण्डल, धोइंदा, चौपाटी कांकरोली, आसोटिया, नई आबादी, जेके सर्कल शामिल हैं।
प्रयास जारी हैं
चोरों को पकडने के प्रयास जारी है। पूछताछ एवं दबिश भी चल रही है। मौका ताडकर चोरियां की गई है। शीघ्र ही चोरों को पकडा जाएगा।
निरंजनप्रसाद आल्हा, वृत्त निरीक्षक, राजनगर
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