कस्बे में चल रहे आचार्य महाश्रमण के चातुर्मास के दौरान बाहर से आने वाले धर्मावलम्बियों के ठहराव को लेकर बनी कोटडियों और यहां की व्यवस्थाओं की स्थिति को लेकर मंगलवार रात को व्यवस्था समिति के पदाधिकारियों ने जायजा लिया। समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कोठारी, उपाध्यक्ष बाबूलाल कोठारी, महामंत्री सुरेन्द्र कुमार कोठारी, संयुक्त महामंत्री मूलचंद मेहता, मंत्री लवेश मादरेचा, कुन्दन सामर, राजकुमार कोठारी, महेन्द्र कोठारी अपेक्ष, नरेन्द्र कोठारी, राजेन्द्र कोठारी, प्रकाश चपलोत ने कोटडियों मंे बिजली, पानी, सफाई, निर्माण, सुपरवाइजर आदि का जायजा लेकर सबंधित को व्यवस्थाएं सृदृढ करने के निर्देश दिए।
केलवा में दोहराया जाएगा इतिहासः आगामी सात सितम्बर को केलवा में आयोजित होने वाले दीक्षा समारोह को लेकर एक बार फिर ऐतिहासिक पलों की पुनरावृति होगी। व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कोठारी ने प्रातः आचार्य के प्रवचन के दौरान बताया कि आज से 51 वर्ष पूर्व गुरुदेव आचार्य तुलसी तीन हजार किलोमीटर चलकर 8 जुलाई 1960 को केलवा पहुंचे। कोठारी ने आचार्य महाश्रमण से दीक्षा समारोह में 13 दीक्षा दिलाने का आग्रह किया। इस पर आचार्य ने कहा कि कुछ मुमुक्षु मारवाड अंचल के है। उनके परिजन उनकी दीक्षा वहीं दिलाना चाहते है। इसलिए अभी संख्या को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता।
केलवा में दोहराया जाएगा इतिहासः आगामी सात सितम्बर को केलवा में आयोजित होने वाले दीक्षा समारोह को लेकर एक बार फिर ऐतिहासिक पलों की पुनरावृति होगी। व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कोठारी ने प्रातः आचार्य के प्रवचन के दौरान बताया कि आज से 51 वर्ष पूर्व गुरुदेव आचार्य तुलसी तीन हजार किलोमीटर चलकर 8 जुलाई 1960 को केलवा पहुंचे। कोठारी ने आचार्य महाश्रमण से दीक्षा समारोह में 13 दीक्षा दिलाने का आग्रह किया। इस पर आचार्य ने कहा कि कुछ मुमुक्षु मारवाड अंचल के है। उनके परिजन उनकी दीक्षा वहीं दिलाना चाहते है। इसलिए अभी संख्या को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता।
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