गांधीवादी विचारक अन्ना हजारे (ANNA HAJARE) का अणुव्रत अधिवेशन का उद्घाटन समारोह की समाप्ति के बाद व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कोठारी VIKASH एवं उनके परिवारजन की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। इस दौरान अन्ना ने भोजन भी ग्रहण किया और परिवार के सदस्यों के बारें में जानकारी ली।
पहले नमन, फिर चर्चा
सुबह करीब पौने नौ बजे गांधीवादी विचारक अन्ना हजारे भिक्षु विहार पहंुचे। यहां उन्होंने पहले आचार्य महाश्रमण को पहले नमन किया। फिर उनके द्वारा समाज सुधार के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की। इस दौरान हजारे ने आचार्य से तेरापंथ समाज के बारे में जानकारी ली और कहा कि देश के नेताओं में कथनी और करनी का अंतर हैैं। इसलिए देश रसातल की ओर जा रहा है। भूखमरी निरन्तर बढ रही है और व्यक्ति अपराध की तरफ जा रहा है। इस पर आचार्य ने कहा कि आज के मनुष्य को नैतिकता का पाठ पढाना आवश्यक हो गया है। इसके बिना उसका जीवन सफल नहीं हो सकता। इस दौरान उन्होंने विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।
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