केलवा कस्बे के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय की कुलपति समणी चिन्मयप्रज्ञा के सान्निध्य में मां-बेटी सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान समणी ने अपने प्रवचन में माताओं से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को सुसंस्कारित बनाने की दिशा में जीवन का निर्वाह करें। उन्होंने लडके-लडकी में फर्क नहीं करने का आहृान करते हुए कहा कि आज बेटों की अपेक्षा बेटियां आगे बढ रही है। एक बेटी पहले अपने माता-पिता और विवाह के बाद अपने ससुराल व स्वयं का घर संवारती है। विनयप्रज्ञा ने जीवन के विकास को लेकर गीत प्रस्तुत किया। संस्था प्रधान श्रीमती लता खींची ने कार्यक्रम में मौजूद माताओं एवं बालिकाओं को शिक्षा के अधिकार, कानून तथा बालिका शिक्षा की जानकारी दी। इस अवसर पर कुर्सी रेस और मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसमें विजेता रही बालिकाओं को नोडल प्रभारी श्रीमती निर्मला सेईवाल द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए। Saturday, July 30, 2011
बच्चों को सुसंस्कारित करें माताः समणी चिन्मयप्रज्ञा
केलवा कस्बे के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय की कुलपति समणी चिन्मयप्रज्ञा के सान्निध्य में मां-बेटी सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान समणी ने अपने प्रवचन में माताओं से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को सुसंस्कारित बनाने की दिशा में जीवन का निर्वाह करें। उन्होंने लडके-लडकी में फर्क नहीं करने का आहृान करते हुए कहा कि आज बेटों की अपेक्षा बेटियां आगे बढ रही है। एक बेटी पहले अपने माता-पिता और विवाह के बाद अपने ससुराल व स्वयं का घर संवारती है। विनयप्रज्ञा ने जीवन के विकास को लेकर गीत प्रस्तुत किया। संस्था प्रधान श्रीमती लता खींची ने कार्यक्रम में मौजूद माताओं एवं बालिकाओं को शिक्षा के अधिकार, कानून तथा बालिका शिक्षा की जानकारी दी। इस अवसर पर कुर्सी रेस और मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसमें विजेता रही बालिकाओं को नोडल प्रभारी श्रीमती निर्मला सेईवाल द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए।
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