अणुव्रत आंदोलन का त्रिदिवसीय अणुव्रत अधिवेशन रविवार से तेरापंथ सभागार में शुरू होगा। चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कोठारी ने बताया कि अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के सानिध्य एवं महाश्रमणी साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा की प्रेरणा से आयोजित इस अधिवेशन के प्रथम सत्र में उद्घाटन रविवार को सुबह नौ से ग्यारह बजे तक होगा। इसमें गांधीवादी विचारक अन्ना हजारे का संबोधन और मंत्री मुनि सुमेरमल का उद्बोधन होगा। द्वितीय सत्र मंे दोपहर दो से शाम चार बजे तक कार्यकर्ता संगोष्ठी होगी। इसमें अणुविभा, अणुव्रत न्यास, शिक्षक संसद प्रगति विवरण पर चर्चा की जाएगी। तृतीय सत्र में शाम साढे सात से रात दस बजे तक अणुव्रत अलंकरण सम्मान कार्यक्रम होगा। दूसरे दिन सोमवार को सुबह नौ से ग्यारह बजे तक आचार्य तुलसी शताब्दी समारोह योजना पर चर्चा और अणुव्रत महासमिति कार्यसमिति की बैठक, द्वितीय सत्र में दोपहर दो से सायं पांच बजे तक अणुव्रत महासमिति साधारण सभा की बैठक होगी। तृतीय सत्र में शाम साढे सात से रात दस बजे तक संस्था संचालन, पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा के बाद काव्य गोष्ठी, तीसरे और अंतिम दिन मंगलवार को सुबह नौ से ग्यारह बजे तक अधिवेशन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही नवनिर्वाचित अध्यक्ष द्वारा पदभार ग्रहण एवं उद्बोधन होगा।
जैन विद्या परीक्षाओं की तिथियां घोषित
आचार्य महाश्रमण की अनुशासना में जैन विश्व भारती के शिक्षा विभाग समण संस्कृति संकाय द्वारा संपूर्ण देश में आयोजित होने वाली जैन विद्या परीक्षाओं की तिथियां घोषित कर दी गई है। संकाय के सहप्रभारी मुनि जयंत कुमार ने बताया कि जैन विद्या परीक्षाओं के लिए देश के 233 परीक्षा केन्द्रों से 10 हजार विद्यार्थियों द्वारा आवेदन किए जाते है। प्रतिवर्ष होने वाली जैन विद्या भाग-1 से भाग 9 तक की परीक्षाएं इस बार 5 व 6 नवम्बर को आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थी विलंब शुल्क सहित 20 सितम्बर तक ही आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
पाठ्यक्रम में आशिंक परिवर्तन
मुनि जयंत कुमार ने बताया कि जैन विद्या परीक्षाओं के पाठ्यक्रम में आंशिक परिवर्तन किया गया है। जैन विद्या भाग 8 के आत्मा के दर्शन की जगह आचार्य भिक्षु जीवन वृंत पुस्तक को रखा गया है। भाग 9 में जैन दर्शन मनन मीमांसा के 5वें खण्ड को परीक्षा से हटा दिया गया हैं।
दीक्षांत समारोह एक अक्टूबर को
मुनि जयंत कुमार ने बताया कि जैन विद्या परीक्षा में भाग 9 तक उत्तीर्ण करने वालों को निज्ञ की उपाधि दीक्षांत समारोह में दी जाती है। इस बार यह समारोह एक अक्टूबर को आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में आयोजित होगा। इस समारोह में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री कपिल सिब्बल के आने की संभावना है।
जैन विद्या परीक्षाओं की तिथियां घोषित
आचार्य महाश्रमण की अनुशासना में जैन विश्व भारती के शिक्षा विभाग समण संस्कृति संकाय द्वारा संपूर्ण देश में आयोजित होने वाली जैन विद्या परीक्षाओं की तिथियां घोषित कर दी गई है। संकाय के सहप्रभारी मुनि जयंत कुमार ने बताया कि जैन विद्या परीक्षाओं के लिए देश के 233 परीक्षा केन्द्रों से 10 हजार विद्यार्थियों द्वारा आवेदन किए जाते है। प्रतिवर्ष होने वाली जैन विद्या भाग-1 से भाग 9 तक की परीक्षाएं इस बार 5 व 6 नवम्बर को आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थी विलंब शुल्क सहित 20 सितम्बर तक ही आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
पाठ्यक्रम में आशिंक परिवर्तन
मुनि जयंत कुमार ने बताया कि जैन विद्या परीक्षाओं के पाठ्यक्रम में आंशिक परिवर्तन किया गया है। जैन विद्या भाग 8 के आत्मा के दर्शन की जगह आचार्य भिक्षु जीवन वृंत पुस्तक को रखा गया है। भाग 9 में जैन दर्शन मनन मीमांसा के 5वें खण्ड को परीक्षा से हटा दिया गया हैं।
दीक्षांत समारोह एक अक्टूबर को
मुनि जयंत कुमार ने बताया कि जैन विद्या परीक्षा में भाग 9 तक उत्तीर्ण करने वालों को निज्ञ की उपाधि दीक्षांत समारोह में दी जाती है। इस बार यह समारोह एक अक्टूबर को आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में आयोजित होगा। इस समारोह में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री कपिल सिब्बल के आने की संभावना है।
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