बैंक में दिखाई हाथ की सफाईआमेट निवासी शकुंतला पत्नी जसराज शर्मा ने बैंक से 41 हजार रूपए निकलवाए थे। वह कैश काउंटर के पास ही खडी होकर नोट गिनने लगी, तभी वहां खडे दो उचक्कों ने कुछ नोट नकली होने की जानकारी दी। महिला ने पहले अनसुना कर दिया, लेकिन दुबारा कहने पर उसने उचक्कों को यह नोट थमा दिए। एक उचक्के ने गिaी में से रंग लगा एक नोट निकालकर महिला को दिया कि वह उसे केशियर के पास जाकर बदलवा लाए। इसी दौरान उचक्के कारनामा कर 9 हजार रूपए पार कर गए। महिला ने उनके जाने के बाद नोटों को वापस गिना तो उसके होश उड गए। बैंककर्मियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। आधे घंटे बाद थानाधिकारी रामरतन मय जाब्ता मौके पर पहुंचे तब तक उचक्के ओझल हो चुके थे। पुलिस ने नाकाबंदी के साथ ही कस्बे में कई जगह दबिश दी, लेकिन उनका पता नहीं चला।
45 हजार रूपए ले उडा उचक्कामुख्य बाजार में दोपहर एक उ“ाका दम्पती के बैग में रखे 45 हजार रूपए लेकर फरार हो गया। थानाधिकारी लीलाधर मालवीय ने बताया की थोरिया निवासी भादुसिंह पुत्र गुलाबसिंह रावत ने दोपहर को स्टेट बैंक की शाखा से 50 हजार रूपए निकलवाए थे।
बैंक के मुख्य द्वार के समीप नोट गिनते समय उ“ाके ने इन्हें देख दिया। बैंक से बाहर आकर भादुसिंह पत्नी के साथ मुख्य बाजार स्थित भारत मशीनरीज पर पहुंचे तब तक उचक्का भी इनका पीछा करता रहा। दुकान पर भादुसिंह ने 5 हजार रूपए दे दिए और 45 हजार रूपए वापस बैग में रख दिए। इस बीच उचक्का कारनामा दिखा बैग में हाथ डाल नकदी लेकर फरार हो गया। दम्पती को इसकी जानकारी कुछ दूरी पर जाने के बाद लगी।
दुकान मालिक से पूछताछ के बाद पता चला कि उनके साथ आया पीली टी शर्ट पहना व्यक्ति रूपए निकालकर ले गया। दुकान मालिक ने समझा कि यह दम्पती का ही आदमी है इसलिये उसने उस वक्त कुछ नहीं कहा। इस संबंध में पुलिस को सूचना देने पर पुलिस ने बैंक में सीसी टीवी कैमरे के फुटेज देखने पर उचक्के का हुलिये का पता लगा है।
सफेद गमछे वाला युवकपुलिस ने बैंक में लगे सीसी कैमरे से उचक्कों के हुलिए की पहचान की तो उसमें एक की उम्र 25 से 30 व दूसरे की 40 से 45 के बीच थी। युवक गले में सफेद गमछा, जींस व सफेद शर्ट पहने हुए था जबकि अधेड ने नीले रंग की शर्ट व नीले रंग की ही पेंट पहन रखी थी। हुलिये व पहनावे के आधार पर दोनों उत्तरप्रदेश या राज्य के भरतपुर-जोधपुर के होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस ने इनके फोटो बनवाए हैं। लाखों की ठगी के आरोपी रिहा
केलवा। अपना बचत घर योजना में निवेश करने का झांसा देकर महिलाओं से लाखों रूपए की ठगी करने के मुख्य आरोपी सहित सह आरोपियों को गुरूवार को बीस-बीस हजार रूपए के जमानती मुचलके पर रिहा कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि केलवा, पसूंद, उदयपुर, भीलवाडा व जयपुर में सक्षम महिला सहकारी समिति लिमिटेड के नाम से फर्जी संस्था खोलकर अपना बचत घर योजना में राशि जमा कराने का झांसा देकर लाखों रूपए की ठगी की गई।
मामला उजागर होने व थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी संस्था के बालकृष्ण पुत्र गोपालकृष्ण शर्मा निवासी जयपुर के अलावा भीलवाडा निवासी सन्नी गौरी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें सक्षम न्यायालय में पेश किया गया था जहां से दोनों को पांच दिन के पुलिस रिमाण्ड पर भेजा गया था। रिमाण्ड अवधि खत्म होने पर गुरूवार को उन्हें पुन: सक्षम न्यायालय में पेश किया गया जहां से मुख्य आरोपी बालकृष्ण शर्मा व सह अभियुक्त सन्नी गौरी को रिहा कर दिया गया।