Sunday, April 4, 2010

महाप्रभु विषयक प्रतियोगिताओं में उभरे बिम्ब और स्वर

नाथद्वारा। मन्दिर मण्डल के तत्वावधान में महाप्रभुजी विषयक पांच दिवसीय समारोह के तहत विविध आयोजन हुए। विद्या विभाग के पुष्टि प्रसार अघिकारी दयाश्ंाकर पालीवाल ने बताया कि समारोह का शुभारंभ महाप्रभुजी के छवि चित्र पर माल्यार्पण करने के साथ हुआ। प्रथम दिन चित्राकंन प्रतियोगिता हुई, जिसमें श्रीनाथ इंजिनियरिंग कॉलेज, श्रीजी पब्लिक स्कूल, अंकूर स्कूल, किएटिव बे्रन एकेडमी, व्यास एकेडमी, साहित्य मण्डल विद्यालय, सरदार भगतसिंह स्कूल, सेन्ट मीरा स्कूल तथा राजसमन्द स्थित आलोक स्कूल के साथ ही संस्कृत कॉलेज के प्रतिभागियों ने चित्र बनाकर भावों को अभिव्यक्त किया। प्रतियोगिता में नगर की पारंपरिक कला से जुडे युवा व वरिष्ठ कलाकारो ने भी भावपूण्üा चित्र रचे।
समारोह के दूसरे दिन शुक्रवार को महाप्रभुजी विषयक भजन व संगीत प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें नगर के विद्यालयों के साथ ही संभाग भर से आए प्रतिभागियों ने अष्टछाप पदावलियां व भजन गान कर पूरे माहौल को भक्तिमय बनाया। प्रतियोगिता में सुखाडिया विश्वविद्यालय के संगीत विभाग से जुडे युवाओं के साथ ही राजसमंद व कुंभलगढ से भी प्रतिभागी आए और पुष्टिभक्ति की स्वर लहरियां गुंजारित की। समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार व गीतकार रामचन्द्र बागोरा ने की। मुख्य अतिथि मंदिर मण्डल के मुख्य निष्पादन अघिकारी अजय कुमार शुक्ला व सौभागमल सिंघवी व एलएस चौधरी थे ।
नगर मे रही वैष्णवों की भारी रौनक : नगर के वैष्णव मन्दिरों मे रविवार के दिन उत्सव भाव का श्ाृंगार रचा। श्रीजी व लालन सहित द्वितीय पीठ के युगल स्वरूप एवं मदनमोहनजी के मन्दिरों मे बधाइयों का ही साज श्ाृंगार व उत्सव गान गुंजारित हुआ। अवकाश होने से शनिवार के साथ आज भी गुजराती वैष्णवों की भारी रेलमपेल बनी रही। सुबह चौपाटी और शाम को माणक चौक की रौनक बरकरार रही तथा नगर के बाजारों मे भी खरीदारों की चहल-पहल बनी रही।

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