राजसमंद । सूर्यदेव का प्रकोप, भीषण गर्मी, पानी की तो वैसे ही कमी और उस पर बिजली कटौती के आदेश। ग्रामीणों में पहले ही दिन हाहाकार मच गया। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली कटौती हुई। राज्य सरकार ने बिजली की उपलब्धता की कमी के चलते गुरूवार से कटौती चालू की थी। शहर के विभिन्न संगठनों, संस्थाओं ने जिला कलक्टर से बिजली कटौती का समय परिवर्तित करने की मांग की। पहले दिन ही बिजली कटौती ने लोगों को खासा परेशान किया। दोपहर में गुल हुई बिजली कटौती का तीन घंटे का समय लोगों ने खासी मशक्कत से निकाला।
शहर में तीन घंटे तक लगातार बिजली बंद हो जाने से आम जनजीवन ठहर सा गया। लोग रह-रहकर घडी में पांच बजने का इंतजार करते रहे।
बिजली कटौती से लोगों का घर में ठहरना मुश्किल हो गया। तेज गर्मी में पंखे व कूलर पंख होने से लोग तीन घंटे पसीने से तरबतर रहे, वहीं बिजली चलित सभी उपकरण बंद हो जाने से शहर में कई व्यवसाय भी ठप हुए। इधर लोग पहले दिन ही वागरिया फैन खरीदने बाजार पहंुच गए। कई लोगों ने वागरिया फैन, बैटरी चलित पंखे आदि से राहत महसूस की तो कइयों ने ठण्डे पानी से स्नान कर गर्मी दूर करने की कोशिश की। नगर कांगे्रस ने जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर नगरीय क्षेत्र में विद्युत कटौती का समय परिवर्तन करने की मांग की है।
नगर अध्यक्ष गोविन्द सनाढ्य ने ज्ञापन में बताया कि शहर में दोपहर दो से शाम पांच बजे तक बिजली कटौती की जा रही है। ऎसी भीषण गर्मी में दोपहर के समय बिजली गुल हो जाने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। दोपहर में तापमान जब 40 से 45 डिग्री तक पहंुचता है, उस दौरान बिजली कटौती से लोगों का जीना मुहाल हो जाता है। उन्होंने कटौती का समय तीन घंटे के बजाय दो घंटे सुबह एवं एक घंटा शाम के समय करने की मांग की है।
विद्युत कटौती से परेशान लोगों को निजात दिलाने के लिए राजसमंद हेल्पलाइन के राजकुमार दक, रमेशचन्द्र चोरडिया, देवेन्द्र सिंघवी, मुकेश सुराणा आदि ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता से कटौती के समय को परिवर्तित करने की मांग की है। ग्रामीण क्षेत्रों में लम्बे समय से चरमराई विद्युत व्यवस्था में गुरूवार से शुरू हुई बिजली कटौती ने कोढ में खाज का काम कर दिया।
ग्रामीण पहले ही अघोषित बिजली कटौती से खासे परेशान थे। इसी बीच दोपहर दो से शाम सात बजे तक शुरू हुई कटौती ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि कर्मचारियों की मनमर्जी से किसी भी समय विद्युत कटौती कर दी जाती है, वहीं गुरूवार से दोपहर में शुरू हुई बिजली कटौती से ग्रामीणों के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे हैं व लघु उद्योगों पर विपरीत असर पड रहा है।
कलक्ट्रेट वालों को राहत
गुरूवार से शहर मे शुरू हुई बिजली कटौती का सामना कलक्ट्रेट के कर्मचारियो व अधिकारियों को नहीं करना पडा। शहर में लोग गर्मी से परेशान रहे, जबकि कलक्ट्रेट परिसर में स्थापित कार्यालय में पंखे, कूलर व एसी चलते रहे। अधिकारियों सहित कर्मचारियों का दिन आराम से बीता। उल्लेखनीय है कि निगम की ओर से कलक्ट्रेट परिसर में बिजली कटौती नहीं की जाती है।
शहर में तीन घंटे तक लगातार बिजली बंद हो जाने से आम जनजीवन ठहर सा गया। लोग रह-रहकर घडी में पांच बजने का इंतजार करते रहे।
बिजली कटौती से लोगों का घर में ठहरना मुश्किल हो गया। तेज गर्मी में पंखे व कूलर पंख होने से लोग तीन घंटे पसीने से तरबतर रहे, वहीं बिजली चलित सभी उपकरण बंद हो जाने से शहर में कई व्यवसाय भी ठप हुए। इधर लोग पहले दिन ही वागरिया फैन खरीदने बाजार पहंुच गए। कई लोगों ने वागरिया फैन, बैटरी चलित पंखे आदि से राहत महसूस की तो कइयों ने ठण्डे पानी से स्नान कर गर्मी दूर करने की कोशिश की। नगर कांगे्रस ने जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर नगरीय क्षेत्र में विद्युत कटौती का समय परिवर्तन करने की मांग की है।
नगर अध्यक्ष गोविन्द सनाढ्य ने ज्ञापन में बताया कि शहर में दोपहर दो से शाम पांच बजे तक बिजली कटौती की जा रही है। ऎसी भीषण गर्मी में दोपहर के समय बिजली गुल हो जाने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। दोपहर में तापमान जब 40 से 45 डिग्री तक पहंुचता है, उस दौरान बिजली कटौती से लोगों का जीना मुहाल हो जाता है। उन्होंने कटौती का समय तीन घंटे के बजाय दो घंटे सुबह एवं एक घंटा शाम के समय करने की मांग की है।
विद्युत कटौती से परेशान लोगों को निजात दिलाने के लिए राजसमंद हेल्पलाइन के राजकुमार दक, रमेशचन्द्र चोरडिया, देवेन्द्र सिंघवी, मुकेश सुराणा आदि ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता से कटौती के समय को परिवर्तित करने की मांग की है। ग्रामीण क्षेत्रों में लम्बे समय से चरमराई विद्युत व्यवस्था में गुरूवार से शुरू हुई बिजली कटौती ने कोढ में खाज का काम कर दिया।
ग्रामीण पहले ही अघोषित बिजली कटौती से खासे परेशान थे। इसी बीच दोपहर दो से शाम सात बजे तक शुरू हुई कटौती ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि कर्मचारियों की मनमर्जी से किसी भी समय विद्युत कटौती कर दी जाती है, वहीं गुरूवार से दोपहर में शुरू हुई बिजली कटौती से ग्रामीणों के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे हैं व लघु उद्योगों पर विपरीत असर पड रहा है।
कलक्ट्रेट वालों को राहत
गुरूवार से शहर मे शुरू हुई बिजली कटौती का सामना कलक्ट्रेट के कर्मचारियो व अधिकारियों को नहीं करना पडा। शहर में लोग गर्मी से परेशान रहे, जबकि कलक्ट्रेट परिसर में स्थापित कार्यालय में पंखे, कूलर व एसी चलते रहे। अधिकारियों सहित कर्मचारियों का दिन आराम से बीता। उल्लेखनीय है कि निगम की ओर से कलक्ट्रेट परिसर में बिजली कटौती नहीं की जाती है।
No comments:
Post a Comment