राजसमन्द। भारत निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक सी.आर.चिकमठ एवं एएस पटेल ने सेक्टर तथा जोनल मजिस्ट्रेटो से कहा है कि वे विधानसभा आम चुनाव 08 को आयोग के दिशा निर्देशों की अनुपालना के साथ सम्पन्न कराए।
पर्यवेक्षको ने सोमवार को जिला परिषद सभागार में सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेटों के आयोजित प्रशिक्षण के दौरान उक्त निर्देश दिए। जिले के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक चिकमठ ने कहा कि जोनल मजिस्ट्रेटों का दायित्व है कि मतदान की निष्पक्षता, आचार संहिता का विशेष ध्यान देें तथा भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुरूप दिए गए प्रशिक्षण का ज्ञान चुनाव के दौरान काम में लें इसमें गाईड लाईन का पूरा उपयोग एवं इसकी पालना सुनिश्चित करें।
उन्होने कहा कि सभी अधिकारी जिन्हे चुनाव ड्यूटी के लिए मजिस्ट्रेट के रूप में जो शक्तियॉ दी है उनका इस्तेमाल निष्पक्ष पारदर्शिता एवं पूर्ण विवेक के आधार पर करें। उन्होने कहा कि मतदान की प्रक्रिया मतदाता को आए इसके लिए मोकपोल (डेमोस्टेशन) करें।
पर्यवेक्षक एएस पटेल ने कहा कि सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेट का दायित्व है कि वे अपने आंवटित क्षेत्र में चुनाव निष्पक्ष शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित हो इसके लिए अपने क्षेत्र से पूरी तरह वाकिफ होकर मतदान बूथो का निरीक्षण प्रभावी तौर पर करें। उन्होने भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार अपने दायित्वों का निवहZन करने के भी निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में जिला निर्वाचन अधिकारी नवीन जैन ने विगतवार हुए प्रशिक्षण का उपयोग पूरे सूजबूज के साथ तथा आयोग के जारी दिशा निर्देशों के अनुसार पालन करने के निर्देश दिए।
जैन ने कहा कि प्रशिक्षण का मतलब क्षेत्र में काम करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार करना है। सभी प्रशिक्षणार्थी आयोग के अनुरूप पूर्ण दक्षता एवं कर्तव्य निष्ठा से विधानसभा आम चुनाव सम्पन्न कराएं। उन्होने कहा कि हर सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेट को अपने दायित्वों एवं शक्तियों के साथ आंवटित क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति का ज्ञान होना भी आवश्यक है। उन्होने कहा कि इलेक्ट्रोनिक वोटिग मशीन के संचालन में सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक जानकारी महत्वपूर्ण है। इसमें किसी प्रकार का संशय नही रहे उन्होने इस बात पर विशेष जोर देते हुए कहा कि आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिए है कि पीठासीन अधिकारी सहित बूथ ड्यूटी पर लगे कार्मिक किसी भी सुरत में वोटिग कम्पार्टमेन्ट में प्रवेश नही करें किन्तु किसी तकनीकी कारण से यदि जाना आवश्यक हो तो बूथ पर उपस्थित राजनैतिक दलों एवं अभ्यर्थियों के नियुक्त प्रतिनिधियों को साथ लेकर जाए और उनकी उपस्थिति में ही प्रवेश करें।
सभी सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेट अपने आंवटित क्षेत्र में निरन्तर बूथवार भ्रमण करें तथा निष्पक्ष स्वतंत्र मतदान के लिए आदर्श आचार संहिता की पालना हो इसका विशेष ध्यान दें।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी बीएल मेहरडा ने प्रशिक्षण से जुडी व्यवस्थाओं एवं उनके दायित्वों पर जानकारी दी।
प्रारंभ में राजसमन्द के रिटनिZग अधिकारी मगनलाल योगी ने सभी सेक्टर/ जोनल मजिस्ट्रेटो को इलेक्ट्रोनिक वोटिग मशीन के संचालन की सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक जानकारी दी। जबकि त्रिलोकी मोहन पुरोहित एवं मनोहरगिरी गोस्वामी ने सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी सहित उनके दायित्वों को स्लाईड प्रदर्शन के साथ मौखिक उद्बोधन से सविस्तार प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में चारो विधानसभा के रिटनिZग अधिकारियों के अलावा प्रशिक्षण प्रभारी एनडी मटाई, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेड बी मिर्जा सहित निर्वाचन से जुड़े अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थे।
पर्यवेक्षको ने सोमवार को जिला परिषद सभागार में सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेटों के आयोजित प्रशिक्षण के दौरान उक्त निर्देश दिए। जिले के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक चिकमठ ने कहा कि जोनल मजिस्ट्रेटों का दायित्व है कि मतदान की निष्पक्षता, आचार संहिता का विशेष ध्यान देें तथा भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुरूप दिए गए प्रशिक्षण का ज्ञान चुनाव के दौरान काम में लें इसमें गाईड लाईन का पूरा उपयोग एवं इसकी पालना सुनिश्चित करें।
उन्होने कहा कि सभी अधिकारी जिन्हे चुनाव ड्यूटी के लिए मजिस्ट्रेट के रूप में जो शक्तियॉ दी है उनका इस्तेमाल निष्पक्ष पारदर्शिता एवं पूर्ण विवेक के आधार पर करें। उन्होने कहा कि मतदान की प्रक्रिया मतदाता को आए इसके लिए मोकपोल (डेमोस्टेशन) करें।
पर्यवेक्षक एएस पटेल ने कहा कि सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेट का दायित्व है कि वे अपने आंवटित क्षेत्र में चुनाव निष्पक्ष शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित हो इसके लिए अपने क्षेत्र से पूरी तरह वाकिफ होकर मतदान बूथो का निरीक्षण प्रभावी तौर पर करें। उन्होने भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार अपने दायित्वों का निवहZन करने के भी निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में जिला निर्वाचन अधिकारी नवीन जैन ने विगतवार हुए प्रशिक्षण का उपयोग पूरे सूजबूज के साथ तथा आयोग के जारी दिशा निर्देशों के अनुसार पालन करने के निर्देश दिए।
जैन ने कहा कि प्रशिक्षण का मतलब क्षेत्र में काम करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार करना है। सभी प्रशिक्षणार्थी आयोग के अनुरूप पूर्ण दक्षता एवं कर्तव्य निष्ठा से विधानसभा आम चुनाव सम्पन्न कराएं। उन्होने कहा कि हर सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेट को अपने दायित्वों एवं शक्तियों के साथ आंवटित क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति का ज्ञान होना भी आवश्यक है। उन्होने कहा कि इलेक्ट्रोनिक वोटिग मशीन के संचालन में सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक जानकारी महत्वपूर्ण है। इसमें किसी प्रकार का संशय नही रहे उन्होने इस बात पर विशेष जोर देते हुए कहा कि आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिए है कि पीठासीन अधिकारी सहित बूथ ड्यूटी पर लगे कार्मिक किसी भी सुरत में वोटिग कम्पार्टमेन्ट में प्रवेश नही करें किन्तु किसी तकनीकी कारण से यदि जाना आवश्यक हो तो बूथ पर उपस्थित राजनैतिक दलों एवं अभ्यर्थियों के नियुक्त प्रतिनिधियों को साथ लेकर जाए और उनकी उपस्थिति में ही प्रवेश करें।
सभी सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेट अपने आंवटित क्षेत्र में निरन्तर बूथवार भ्रमण करें तथा निष्पक्ष स्वतंत्र मतदान के लिए आदर्श आचार संहिता की पालना हो इसका विशेष ध्यान दें।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी बीएल मेहरडा ने प्रशिक्षण से जुडी व्यवस्थाओं एवं उनके दायित्वों पर जानकारी दी।
प्रारंभ में राजसमन्द के रिटनिZग अधिकारी मगनलाल योगी ने सभी सेक्टर/ जोनल मजिस्ट्रेटो को इलेक्ट्रोनिक वोटिग मशीन के संचालन की सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक जानकारी दी। जबकि त्रिलोकी मोहन पुरोहित एवं मनोहरगिरी गोस्वामी ने सेक्टर/जोनल मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी सहित उनके दायित्वों को स्लाईड प्रदर्शन के साथ मौखिक उद्बोधन से सविस्तार प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में चारो विधानसभा के रिटनिZग अधिकारियों के अलावा प्रशिक्षण प्रभारी एनडी मटाई, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेड बी मिर्जा सहित निर्वाचन से जुड़े अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थे।
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