राजसमन्द। जिले के दिवेर क्षेत्र के बाघाना व भैरागुडा गांव की सीमा पर बसे पीपलिया का पानी गौरीधाम क्षेत्र में जमीन विवाद के चलते रविवार सुबह दो गांवो के लोगो के बीच ठन गई जिस पर एक गांव के लोगों ने वहां तोडफोड कर आगजनी की। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस कार्रवाई के दौरान यहां भांग के पौधे और सुखी हुई भांग मिली। पुलिस नें दो अलग-अलग मामले दर्ज किए है।पुलिस के अनुसार बाघाना व भेरागुडा की सीमा पर बसे पीपलिया का पानी गोरीधाम की जमीन लम्बे समय से विवादित है तथा दोनो ही गांव के लोग इस पर अपना कब्जा जता रहे हैं। रविवार सुबह भैरागुडा गावं के चरवाहें के मवेशी चराने से रोके जाने तथागावं के लोगो को इस क्षेत्र में नही आने की चेतावनी देने पर भैरागुडा ग्रामीणें में आक्रोश छा गया और ठाकुर नीमसिंह पुत्र भैरूसिंह, गुजरात राज्य के सेवानिवृत सायक उपनिदेशक जेठसिंह, शिक्षक नारायण सिंह, जेठसिंह, वीरमसिंह सहित कई ग्रामीण गौरीधाम पहुंचे। वहां ग्रामीणें ने खाद रोडी, घास-पुस से बना विश्राम स्थल और लकडियें में आग लगा दी। आक्रोशित ग्रामीणें ने पाइपलाईन सहित अन्य स्थानें पर तोडफोड की। सूचना मिलने पर दिवेर थाना प्रभारी अनवर, एएसआई भंवरसिंह, देवगढ थानाधिकारी रामरतन एवं पुलिस दल तथा देवगढ तहसीलदार मौके पर पहुंचे। जहां बाघाना के गामीणों ने गौरीधाम पर तोडफोड, आगजनी की निंदा करते हुए दोषियें के खिलाफ कडी कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना किया जहां एक स्थान से भांग के पौधे तथा सूखी भांग का एक कट्टा बरामद हुआ। पुलिस ने साढे तीन किलो भांग के पौधे और दो किला सूखी भांग को कब्जे मे लिया तथा महाराज रामगिरि के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दज्र किया। इधर पुलिस ने भीमसिंह, जेठूसिहं, वीरमसिंह, नारायण सिंह, जेतसिंह सहित 10- 15 लोगों के खिलाफ तोडफोड एवं आगजनी का मामला दर्ज करवाया है। इधर भैरागुडा गांव के गामीणें ने बताया कि गोरीधाम का रामगिरि महाराज जमीन पर कब्जा करके बैठा है। यहां मवेशी चराने वालें को आए दिन धमकियां दी जा रही है। रामगिरि महाराज ने यहां पेड पौधे भी कटवा दिए और कतिपय लोगो की शह से गैर कानूनी कृत्य कर रहा है।
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