राजसमन्द। जिला कारागृह में शनिवार रात को ड्यूटी पर तैनात प्रहरी के रायफल से गायब बेनट कारागृह के एक अन्य प्रहरी से रविवार सुबह बरामद होने पर पुलिस एवं कारागृह अधिकारियों ने राहत की सांस ली है हालांकि इन दोनों प्रहरी के खिलाफ विभागीय जांच जारी है।जिला कारागृह प्रहरी कृष्ण मुरारी ने शनिवार सुबह ढाई बजे राजनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि रात एक बजे नींद की झपकी आ गई। इसी दौरान अज्ञात व्यक्ति उसकी रायफल का बेनट (नुकिला हिस्सा) चुरा ले गया। रात दो बजे नींद खुलने पर बेनट नहीं मिलने पर अपने स्तर पर तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। राजनगर थाना पुलिस निरीक्षक गोवर्द्धन लाल, पुलिस उपाधीक्षक मनीष त्रिपाठी सहित कारागृह अधिकारियों ने जांच शुरू की लेकिन रविवार शाम तक बेनट का कोई सुराग नहीं लगा। चूंकि रायफल के बेनट किसी जानकार व्यक्ति द्वारा ही निकाला जा सकता था। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस ने अन्य कार्मिकों से भी पूछताछ की लेकिन किसी ने भी बैनट लेना नहीं कबूला। कार्मिकों से पूछताछ के दौरान सामने आया कि कृष्ण मुरारी के साथ रात साढ़े 11 बजे तक अन्य प्रहरी डिप्टीखेड़ा राजसमंद निवासी शंकर लाल गुर्जर रहा। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पहले तो वह बेनट लेने की बात को नकारता रहा लेकिन कड़ी पूछताछ करने पर उसने बेनट लेना स्वीकार किया। पुलिस ने सोमवार सुबह उसकी निशानदेही पर जिला कारागृह के बाथरूम के समीप एक खड्डे से बेनट बरामद किया। दोनों के बीच थी मूंछ की लड़ाईराजसमंद। शंकर लाल गुर्जर ने पुलिस को बताया कि कृष्ण मुरारी अपने आप को उत्तरप्रदेश का दादा बताता और जेल में खुद की हुकुमत होने की बात कहता रहता। शंकर लाल ने पूछताछ के दौरान यह बात भी कबूली की बंदियों को परिजनों से मिलाने के लिए रुपए लिए जाते जिस पर कृष्ण मुरारी कब्जा कर लेता और उन्हें उनके हक का पैसा भी नहीं देता था। कृष्ण मुरारी को सबक सिखाने के लिए उसने बेनट गायब किया।शंकर लाल गुर्जर ने पुलिस को बताया कि वारदात करने से पहले रात साढ़े 11 बजे तक कृष्ण मुरारी और उसने कारागृह में राम तेरी गंगा मैली पिक्चर देखी। उसके बाद वह कृष्ण मुरारी के सोने का इंतजार करता रहा। जैसे वह सो गया उसने रायफल से बेनट ले लिया और बाथरूम के पास डेढ़ फीट गहरा खड्डा खोद कर बेनट उसमें छिपा दिया।
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