राजसमन्द। समीपवर्ती राज्यावास गांव में पशु चिकित्सालय के सरकारी आवास में निवासरत दलित परिवार को जातिगत अपशब्द कह कर उनके साथ बेरहमी से मारपीट करने के आरोप में दस जनों के खिलाफ राजनगर थाने में मामला दर्ज हुआ है। दलित परिवार से मारपीट करने पर दलित संगठनों ने आक्रोश जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया।राज्यावास पशु चिकित्सालय में कम्पाण्डर के पद पर कार्यरत माण्डवपाल डूंगरपुर निवासी धर्मदत पुत्र कोदरा मीणा ने थाने में रिपोर्ट दी कि रविवार दोपहर दो बजे वह राजकीय कार्य से भाटोली आ रहा था। अमलोई गांव के समीप उसके बेटे राकेश व बेटी रीता के साथ राज्यावास निवासी गोवर्द्धन सिंह पुत्र गोकल सिंह जातिगत अपशब्द कह कर अपमानित कर मारपीट कर रहा था। बीच बचाव करने पर उसकी बेटी को गोवर्द्धन सिंह ने धक्का मारा जिससे वह नीचे गिर पड़ी। किसी तरह राकेश व रीता को घर लाया। करीब आधे घंटे बाद गोवर्द्धन सिंह, केसर सिंह, कालु सिंह और पांच-सात अन्य लोग उसके सरकारी आवास पर आए और बच्चों के साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट से रीता, सीता व राकेश घायल हो गए। उक्त लोगों ने सरकारी आवास के बाहर खड़ी मोटर साइकिल को भी तोड़ दिया। पुलिस ने मामले का अनुसंधान कर गोवर्द्धन सिंह सहित दो जनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया। इधर दलित आदिवासी एवं घूमंतु अधिकार अभियान संयोजक सोहन लाल भाटी, आदिवासी एकता परिषद के रामलाल मीणा, वाल्मीकि महासभा के भगवान प्रकाश वाल्मीकि, दिनेश छापरवाल, अम्बालाल सालवी, गोपी लाल सालवी, नरेश सालवी आदि ने पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर इस घटनाक्रम की निंदा करते हुए धर्मदत को सुरक्षा मुहैया करवाने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
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