Monday, April 27, 2009

तप का तेज निराला : मुनि सागरमल

राजसमन्द। मुनि सागरमल, मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में सिरीयारी में 24 सामूहिक वर्षीतप तपस्वीयाें का अनुमोदन कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुनि सागरमल ने कहा कि भीतर की ऊर्जा व बाहर की ऊर्जा को मिलाकर जो ऊर्जा उत्पन्न होती है वहीं तप है तप का तेज निराला होता है। तप से आत्मा शुध्दि होती है। जिस प्रकार सोने को तपाने से सोना कंचन बनता है उसी प्रकार तपस्या करने से भी आत्मा का परीशोदन होता है। मुनि सुरेश कुमार ने कहा तपस्या से कर्मों की निर्जरा होती है यश्ह कषाय मुक्ति का अमोध साधन है। महिला मंडल राजसमन्द अध्यक्ष श्रीमती लाड मेहता ने बताया कि कई प्रांत-प्रांत से तपस्वी सिरीयारी पहुंचे। इस अवसर पर 24 वर्षी तपस्याआें का भिक्षु समाधि संस्थान सिरीयारी के उपाध्यक्ष दशरथमल जैन ने स्वागत भाषण, राजेन्द्र पोखरना ने तपस्वी परिचय, मुनि कुशल कुमार, मुनि मणीलाल, मुनि संबोध कुमार, मुनि विनय रूचि ने मंगलाचरण किया। आभार मंत्री किरण राज ने ज्ञापित किया। संस्था सिरीयारी की ओर से तपस्वियाें का मोमेन्टो व साहित्य से सम्मान किया।
साप्ताहिक संगोष्ठी : तेरापंथ महिला मंडल राजसमन्द की साप्ताहिक संगोष्ठी मंगलवार को किशोरनगर में मुनि तत्वरूचि तरूण के सान्निध्य में होगी। उक्त जानकारी अध्यक्षा श्रीमती लाड मेहता ने दी।

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