Monday, January 12, 2009

देशवासियों को भारतमाता के जमाई से जवान बनने की आवश्यकता

राजसमन्द। आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक स्वामी प्रयाग राज ने कहा कि भारत वर्तमान में जिस दौर से गुजर रहा है ऐसे हालात में देशवासियों को भारतमाता के जमाई से जवान बनने की आवश्यकता है। पिछले कई वर्षो से छोटे-छोटे स्वार्थ की वजह से हम मांगे करते आए और इससे देशवासी जवान से जमाई बन कर रह गए।प्रयागराज सोमवार को स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर युवा जागरण पदयात्रा के समापन पर पुरानी कलेक्ट्री पर आयोजित सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश अनेक समस्याओं से घिरा हुआ है। देश के सामने आतंकवाद, नक्सलवाद एवं धर्मान्तरण जैसी समस्याएं मुंह उठाए खड़ी है और यह भारत की संस्कृति व सुरक्षा को छिन्न-िभन्न कर रही है। सभी देशवासियों को संकीर्ण स्वार्थ को छोड़कर एकजुट होने की आवश्यकता है। स्वामी विवेकानंद के ध्यये वाक्य पहले उपयोगी बनो फिर योगी भी बन जाना को जीवन में उतारने की आवश्यकता है। इससे पहले द आर्ट ऑफ लिविंग व्यक्ति विकास केन्द्र द्वारा आयोजित युवा जागरण पदयात्रा का शुभारंभ नई आबादी कांकरोली में विवेकानंद चौराहा पर स्थापित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पदयात्रा के राजसमन्द नगरपालिका अध्यक्ष अशोक रांका ने झण्डी दिखा कर रवाना किया। पदयात्रा में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थी तथा स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ता भारत माता की जय, वंदेमातरम, स्वामी विवेकानंद की जय का जयघोष करते हुए तथा देशभक्ति के गीत गाते हुए चल रहे थे। विद्या निकेतन संस्थान ने घोष के साथ पदयात्रा में भाग लिया। घोष वादन सबके आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था। पदयात्रा विवेकानंद चौराहा से प्रारंभ होकर मुखर्जी चौराहा, चौपाटी, बस स्टेण्ड, जलचक्की होते हुए पुरानी कलेक्ट्री पहुंची। समापन सभा में जितेन्द्र भैया, विहिप के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष फतहचंद सामसुखा, मार्बल उद्यमी हरिओम सिंह राठौड़श्, पूर्व विधायक बंशी लाल खटीक ने स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित पर विचार रखे। इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक ललित पालीवाल का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में बैंगलुरू आश्रम से आयी आर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षिका डॉ. दृष्टि नायक सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। मंच संचालन हंसराज गिरि गोस्वामी ने किया। युवा सप्ताह का आगाज ः आलोक उच्च माध्यमिक विद्यालय में विवेकानंद जयंती उल्लासपूर्वक मनाई तथा सात दिवसीय विवेकानंद युवा सप्ताह का आगाज हुआ। प्राचार्य सुनील त्रिपाठी ने बताया कि सात दिवसीय विवेकानंद युवा सप्ताह का आरंभ निदेशक प्रदीप कुमावत ने झण्डा फहरा कर किया। डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने हमेशा भारतीय शाश्वत जीवन मूल्यों के उत्थान के लिए कार्य किया।

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