राजसमन्द। शहर के सौ फिट रोड स्थित आनन्द राज कुटीर में नव वर्ष का स्वागत संकल्प दिवस के रूप में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अवधूतिका आनन्द मधुमया व श्रीमती आनन्दमयी ने प्रभात संगीत से किया। सभी साधकें ने बाबा नाम केवलम कीर्तन किया। सामूहिक साधनोपरांत अवधूतिका आनन्द मधुमया ने प्रवचन में कहा कि स्वयं के मन को परमपुरूष में समर्पण करना होगा। डॉ विजय खिलनानी ने अपने सन्देश में कहा साधना, सेवा व त्याग का आचरण ही मानव जीवन का एकमात्र ध्येय होना चाहिए। हमें अपने जीवन में सत्य का सहारा लेना ही पडेगा क्येंकि प्रकृति का विधान है कि लूट के पैर नहीं होते एवं लालच व स्वार्थ की कोई सीमा नहीं होती। संकल्प दिवस में श्रीमती रमा नन्दवाना, गेहरी देवी सुथार, सुबोध मालवीय, श्रीमती मधु, अमित सहित कई साधक उपस्थित थे। आनन्द मार्ग के जनसम्पर्क सचिव ब्रजेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि 31 दिसम्बर की रात को नव वर्ष का प्रारंभ बाबा नाम केवलम कीर्तन करके किया गया।
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