Tuesday, April 14, 2009

फुलर्टन इंडिया का व्यापार सम्मेलन

राजसमंद। समस्याओं का दोहराव होता है ऐसे में पहले पेश आई समस्याओं और उनके समाधान की रोशनी में नई परेशानियों का हल तलाशना बेहतर और आसान होता है। इसी उददेश्य को लेकर फुलर्टन इंडिया का व्यापार डिवींजन छोटे उद्योग चलाकर अपना कारोबार करने वाले लोगों के बंडे वर्ग को वित्तीय समाधान मुहैया कराने में लगा हुआ है।
मंगलवार को कांकरोली के अभिनंदन वाटिका में फुलर्टन इंडिया की ओर से छोटे और अति लघु उद्यमियों, व्यापारियों और अपना कारोबार करने वालों की व्यापार संबंधी ंजरूरतों के लिये उन्हें वित्तीय समाधान मुहैया कराने के सम्बन्ध में आयोजित सम्मेलन को फुलर्टन इंडिया क्रेडिट कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जी. एस. सुंदरराजन सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह ''व्यापार समारोह'' छोटे व्यापारियों और अपने काम-धंधों में लगे बहुसंख्य लोगों को व्यापार के विकास के वैज्ञानिक सिद्धांतों के बारे में शिक्षित करने का तरीका है। इस तरह के सम्मेलन में विशेषज्ञों के ंजरिये वित्तीय जानकारियां उपलब्ध कराते हैं, जो छोटे कारोबारियों, अपना काम धंधा करने वालों और अति लघु उद्यमियों तक अपनी पहुंच बनाकर उन्हें उनके कारोबार और उनकी निजी ंजरूरतों के लिये वित्तीय समाधानों के बारे में परामर्श देते हैं।
उन्होंने कहा कि फुलर्टन इंडिया क्रेडिट कंपनी एक जिम्मेदार कार्पोरेट इकाई होने के नाते, उन सभी समुदायों के लोगों के साथ गहरे संबंध बनाना चाहते हैं।
सुंदरराजन ने सम्मेलन में व्यापारी समुदाय को विकास के पांच चरणों पर चर्चा करते हुए कहा कि ये चरण किसी भी व्यापार के विकास का स्टॉक वृद्धि से लेकर विभिन्न स्तरों पर कारोबार बंढाने का एक वैज्ञानिक तरीका है।
उन्होंने फुलर्टन के संपर्क अधिकारी द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे 'नेबरहुड फाइनेंसिंग' के मॉडल पर चर्चा करते हुए कहा कि इससे अधिकारी अपनी शाखााओं के पांच किलोमीटर के दायरे के भीतर ग्राहकों अधिकाधिक ध्यान केन्द्रीत करते है।
सम्मेलन में सम्पर्क अधिकारियों एवं स्थानीय व्यापारियों ने भी सम्बोधित किया।

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