Friday, April 3, 2009

सुन्दर कोलोनी में काव्य संध्या

राजसमन्द। कांकरोली स्थित सुंदर कोलोनी में गुरूवार रात्रि को मुनि तत्वरूचि तरूण के सान्निध्य में काव्य संध्या आयोजित की गई। जिसमें कविताआें की आकर्षक प्रस्तुतियाें से वक्ताआें ने समां बांध दिया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में मुनि तत्वरूचि ने ''सांसो की सीमा निश्चित है, इच्छाआें का अन्त नहीं है। जिसको कोई चाह नहीं हो, ऐसा कोई सन्त नहीं है। ''हो सके जहां तक मौन रहो तुम मत बोलो रे, मत बोलो। हर ह्दय हीन के आगे गठरी मत खोलो रे, मत खोलो।'' आदि रोचक और प्रेरक कविताएं प्रस्तुत कर श्रोताआें को रोमांचित कर दिया। इस अवसर पर श्रीमती मंजू दक, चन्द्र पितलिया, मंजू सोनी, मैना सिंघवी, राजश्री डांगी, रतना सांखला, शकुन्तलाल बोहरा, दीपक-सालू सिंघवी, सीमा सोनी, हरकलाल बाफना, कमलेश कुमार बोहरा आदि ने भी रोचक प्रस्तुतियां दी तथा मुनि भवभूति, मुनि कोमल, मुनि विकास ने भी कविता पाठ किया।
तेरापंथ सभाध्यक्ष महेन्द्र कुमार कोठारी ने बताया कि मुनि तत्वरूचि तरूण शनिवार को सुंदर कोलोनी से विहार कर नया बाजार स्थित तेरापंथ भवन कांकरोली आएंगे। जहां पांच अप्रेल को मुनि के सान्निध्य में अहिंसा की प्रासंगिता विषय पर भाषण प्रतियोगिता होगी।

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