राजसमन्द। परीक्षा परिणामों को 25 अप्रेल से ही घोषित कर नवीन शैक्षिक सत्र एक मई से आरम्भ किए जाने का राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की जिला शाखा ने विरोध कर इसे अव्यवहारिक बताया है। शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रभुगिरी गोस्वामी ने कहा कि जब परीक्षा ही 22 अप्रेल को सम्पन्न होती है तथा 23, 24 व 25 अप्रेल को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं की शेष परीक्षाएं आयोजित होगी तो 25 से पूर्व परीक्षा परिणाम तैयार कर उसे अनुमोदन करना तथा उसे घोषित करना एक चुनौती से यादा असम्भव ही है। उन्होने कहा कि नवीन शैक्षिक सत्र कभी 16 अप्रेल से तो कभी एक मई से शुरू करना इस प्रकार के प्रयोग शिक्षा विभाग में होते आए हैं तथा इस पर कभी भी ठोस निर्णय नहीं हो पाया है। पूर्व में शैक्षिक सत्र भले ही 16 अप्रेल से शुरू हुआ हो या फिर एक मई से बावजूद इसके छात्राें के प्रवेश की प्रक्रिया पूरे जुलाई माह तक जारी रहती है तथा 90 फीसदी छात्र जुलाई माह में ही प्रवेश लेते हैं तो फिर एक हुलाई से पूर्व शैक्षिक सत्र शुरू करना हास्य से अधिक कुछ भी नहीं है।
शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री निरंजन पालीवाल, उपाध्यक्ष यशोदा दशोरा, जिलाध्यक्ष प्रभुगिरी गोस्वामी, मंत्री रामचन्द्र पानेरी, संगठन मंत्री गिरजा शंकर पालीवाल आदि ने प्रमुख शिक्षा सचिव तथा शिक्षा निदेशक को पत्र लिख कर शिविरा पंचांग में व्यर्थ की छेडछाड नहीं कर पूर्व में जैसी व्यवस्था थी वैसी ही लागू कर नवीन शिक्षा सत्र एक जुलाई से शुरू किए जाने की मांग की है।
शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री निरंजन पालीवाल, उपाध्यक्ष यशोदा दशोरा, जिलाध्यक्ष प्रभुगिरी गोस्वामी, मंत्री रामचन्द्र पानेरी, संगठन मंत्री गिरजा शंकर पालीवाल आदि ने प्रमुख शिक्षा सचिव तथा शिक्षा निदेशक को पत्र लिख कर शिविरा पंचांग में व्यर्थ की छेडछाड नहीं कर पूर्व में जैसी व्यवस्था थी वैसी ही लागू कर नवीन शिक्षा सत्र एक जुलाई से शुरू किए जाने की मांग की है।
No comments:
Post a Comment