राजसमन्द। कुम्भलगढ़ उपखण्ड क्षेत्र के केसर गांव में डायन बता कर एक महिला से मारपीट करने के मामले में पुलिस ने छह जनों को गिरफ्तार किया। वहीं महिला एवं बाल विकास परियोजना की कार्यकर्ताओं ने केसर गांव पहुंच पीड़िता की सुध ली।
पुलिस निरीक्षक चिमन सिंह ने बताया कि केसर गांव में शनिवार को पुलिस कार्रवाई के दौरान पीड़िता श्रीमती झवेरी बाई पत्नी खमाण लौहार को धमकियां देकर हमला करने पर उतारू होने पर पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में मांगीलाल, खेमराज, भंवरी व चंद्री को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया। चारों को रविवार दिन में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जहां से उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। जमानत पर रिहा होने के उपरांत पुलिस ने डाकन कह कर मारपीट करने के मामले में मांगीलाल, खेमराज, भंवरी, चंद्री, रूपली और कनकी को गिरफ्तार कर लिया।
इधर महिला एवं बाल विकास परियोजना की प्रचेता पुष्पा पालीवाल, शांता बाई, साथिन अनिता समदानी, चंद्रा वैष्णव व रूकमणि सेन केसर गांव पहुंची ओर पीड़िता झवेरी पत्नी खमाण लौहार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। झवेरी बाई ने मारपीट व पथराव के दौरान शरीर पर पडे ज़ख्मों को भी बताया। प्रचेता पुष्पा पालीवाल व अन्य ने खमाण लौहार एवं पड़ोसियों से भी चर्चा की। उन्होंने थानाधिकारी से मामले की अब तक की कार्रवाई की जानकारी ली।
इसी प्रकार राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान शाखा के संयोजक सोहन लाल भाटी, चंद्रेश मीणा, बाबूलाल सालवी, दिनेश पहाड़िया, अम्बालाल सालवी, रामलाल सालवी, हिम्मत सालवी (ढींकला) ने भी घटनाक्रम की निंदा करते हुए कहा कि महिला को डायन बता कर उसे अमानवीय तरीके से प्रताड़ित करना सभ्य समाज को शोभा नहीं देता। इसके लिए दोषियों को कड़ी सजा मिले।
पुलिस निरीक्षक चिमन सिंह ने बताया कि केसर गांव में शनिवार को पुलिस कार्रवाई के दौरान पीड़िता श्रीमती झवेरी बाई पत्नी खमाण लौहार को धमकियां देकर हमला करने पर उतारू होने पर पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में मांगीलाल, खेमराज, भंवरी व चंद्री को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया। चारों को रविवार दिन में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जहां से उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। जमानत पर रिहा होने के उपरांत पुलिस ने डाकन कह कर मारपीट करने के मामले में मांगीलाल, खेमराज, भंवरी, चंद्री, रूपली और कनकी को गिरफ्तार कर लिया।
इधर महिला एवं बाल विकास परियोजना की प्रचेता पुष्पा पालीवाल, शांता बाई, साथिन अनिता समदानी, चंद्रा वैष्णव व रूकमणि सेन केसर गांव पहुंची ओर पीड़िता झवेरी पत्नी खमाण लौहार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। झवेरी बाई ने मारपीट व पथराव के दौरान शरीर पर पडे ज़ख्मों को भी बताया। प्रचेता पुष्पा पालीवाल व अन्य ने खमाण लौहार एवं पड़ोसियों से भी चर्चा की। उन्होंने थानाधिकारी से मामले की अब तक की कार्रवाई की जानकारी ली।
इसी प्रकार राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान शाखा के संयोजक सोहन लाल भाटी, चंद्रेश मीणा, बाबूलाल सालवी, दिनेश पहाड़िया, अम्बालाल सालवी, रामलाल सालवी, हिम्मत सालवी (ढींकला) ने भी घटनाक्रम की निंदा करते हुए कहा कि महिला को डायन बता कर उसे अमानवीय तरीके से प्रताड़ित करना सभ्य समाज को शोभा नहीं देता। इसके लिए दोषियों को कड़ी सजा मिले।
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