राजसमन्द। जिले के रेलमगरा थाना क्षेत्र के चराणा गांव में सोमवार दोपहर एक केलूपोश मकान में आग लगने से अपाहिज वृध्दा जिंदा जल गई।
पुलिस के अनुसार चराणा निवासी भंवर लाल सालवी के मकान में सोमवार दिन में करीब डेढ बजे शॉट सर्किट से आग लग गई। उस वक्त घर पर भंवर लाल सालवी की भुआ खटूकडा निवासी श्रीमती वरदी (80) पत्नी अमरा सालवी मौजूद थी। घर में आग लगने पर उसने शोर मचाया लेकिन उस वक्त घर पर कोई नहीं था और मोहल्ले में भी चहल-पहल नहीं थी। केलुपोश मकान से आग की लपटे और वरदी बाई की आवाज सुनकर आसपास के कई लोग मौके पर पहुंचे और आग को बुझाने का प्रयास किया। इसी बीच गांव का सुरेश सुखवाल, कन्हैयालाल टांक और शंकर लाल टांक जलते हुए मकान में घुसे और बुरी तरह झुलस गई वरदी बाई को बिस्तर में बांध कर बाहर निकले। मकान से बाहर आते ही वृध्दा ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। इधर ग्रामीणों ने टेंकर से पानी की व्यवस्था कर आग को काबू में किया। सूचना मिलने पर तहसीलदार प्यारेलाल शर्मा, राजस्व निरीक्षक जमनालाल टांक, गिरधारीलाल, बसंतीलाल दशोरा, रेलमगरा थानाधिकारी चांदमल सिंघारिया, संग्राम सिंह, नारायण आदि मौके पर पहुंचे। भंवर लाल सालवी ने बताया कि मूलत: खटूकडा निवासी वरदी बाई विगत कई वर्षो से चराणा में उनके पास रह रही है। पिछले एक-डेढ़ माह से अपाहिज अवस्था में थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया। थानाधिकारी ने बताया कि मकान में आग लगने का प्रथम दृष्टया कारण शॉर्ट सर्किट है। पुलिस ने मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार चराणा निवासी भंवर लाल सालवी के मकान में सोमवार दिन में करीब डेढ बजे शॉट सर्किट से आग लग गई। उस वक्त घर पर भंवर लाल सालवी की भुआ खटूकडा निवासी श्रीमती वरदी (80) पत्नी अमरा सालवी मौजूद थी। घर में आग लगने पर उसने शोर मचाया लेकिन उस वक्त घर पर कोई नहीं था और मोहल्ले में भी चहल-पहल नहीं थी। केलुपोश मकान से आग की लपटे और वरदी बाई की आवाज सुनकर आसपास के कई लोग मौके पर पहुंचे और आग को बुझाने का प्रयास किया। इसी बीच गांव का सुरेश सुखवाल, कन्हैयालाल टांक और शंकर लाल टांक जलते हुए मकान में घुसे और बुरी तरह झुलस गई वरदी बाई को बिस्तर में बांध कर बाहर निकले। मकान से बाहर आते ही वृध्दा ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। इधर ग्रामीणों ने टेंकर से पानी की व्यवस्था कर आग को काबू में किया। सूचना मिलने पर तहसीलदार प्यारेलाल शर्मा, राजस्व निरीक्षक जमनालाल टांक, गिरधारीलाल, बसंतीलाल दशोरा, रेलमगरा थानाधिकारी चांदमल सिंघारिया, संग्राम सिंह, नारायण आदि मौके पर पहुंचे। भंवर लाल सालवी ने बताया कि मूलत: खटूकडा निवासी वरदी बाई विगत कई वर्षो से चराणा में उनके पास रह रही है। पिछले एक-डेढ़ माह से अपाहिज अवस्था में थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया। थानाधिकारी ने बताया कि मकान में आग लगने का प्रथम दृष्टया कारण शॉर्ट सर्किट है। पुलिस ने मामले की जांच कर रही है।
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