Saturday, January 2, 2010

शीतलहर का कहर

राजसमंद। बर्फीली हवाएं, धुंध, बादल और रूठी धूप। जिले में पिछले दो दिनों से अचानक चमकी सर्दी ने लोगों को गलन का एहसास करवा दिया। हाड कंपा देने वाली सर्दी का असर शनिवार को भी जारी रहा जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। आसमान में दिन भर बादल छाए रहे। सर्द हवाओं ने आम जनजीवन प्रभावित कर दिया। शहर के बाशिंदे व ग्रामीण भी दिन में धूप तलाश करते रहे। बदले मौसम के मिजाज ने लोगों को शीतलहर का एहसास हुआ। ठंडी हवाएं चलने से लोग घरों में दुबके रहे। बाजारों में गर्म-ऊनी वस्त्रों की दुकानों पर भी खरीदारों की भीड रही।
ठिठुरन व तेज सर्दी के चलते स्कूली बच्चों को भी सुबह के समय परेशानी हुई। सर्दी के तीखे हुए तेवर से बचाव के लिए लोगों ने जहां गर्म कपडों का सहारा लिया। वहीं शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने जगह-जगह अलाव जला ठण्ड दूर भगाने की कोशिशें करते रहे। दुपहिया वाहन चालकों को भी परेशानी हुई और वो भी कपडों में लिपट कर ही बाहर निकल पाए। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
गर्म चीजों का लुत्फबदले मौसम में और तेज सर्दी के चलते लोगों ने ठण्ड को दूर भगाने के लिए गर्म व्यंजनों का आनंद लिया। कांकरोली बस स्टैण्ड, जलचक्की व राजनगर स्थित चाय व पकौडी के ठे लों पर भी दिनभर अच्छी खासी ग्राहकी रही। लोगों ने कचोरी, समोसे, मिर्ची बडे व पकौडी के साथ गर्म-गर्म चाय पीने का लुत्फ लिया।
सडकों पर सन्नाटाहाड कंपा देने वाली सर्दी के चलते शाम होते ही सडकों पर भी आवाजाही कम हो गई। बस स्टैण्ड सहित सार्वजनिक स्थलों पर रोजाना की अपेक्षा भीड बहुत कम रही। सडकों पर दुपहिया व चार पहिया वाहनों की आवाजाही भी कम देेखी गई।
जगह-जगह अलावसर्दी के कारण लोगों ने घरों, दुकानों और सडकों व गलियों में अलावताप कर गलन कम की।
शाम होते ही छाया अंधेरादोपहर को कुछ देर धूप निकली, लेकिन अघिकांश समय आसमान में बादल छाए रहने के कारण शाम होते ही अंधेरा छा गया। अपराह्न तीन-साढे तीन बजे से ही शाम का सा एहसास होने लगा और शाम चार-साढे चार बजे से ही हल्का अंधेरा छाने लगा जिससे लाइटें जलाना पडीं।

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