Thursday, January 28, 2010

बंद रहे कमठाणे, पूजा विश्वकर्मा को

राजसमंद। शहर के मालीवाडा स्थित विश्वकर्मा मंदिर परिसर में गुरूवार को विश्वकर्मा जयंती पर सुबह यज्ञ-हवन हुआ। इसमें यजमानों ने आहुतियां दीं। बाद में ध्वजा चढाई गई। बाद में आरती कर प्रसाद वितरित किया गया। इधर, जलचक्की स्थित विश्वकर्मा मंदिर परिसर में भी विविध आयोजन हुए। शहरवासियों ने भगवान की प्रतिमा को आकर्षक शृंगार धराकर पूजा-अर्चना की। अंत में प्रसाद वितरित किया गया। विश्वकर्मा, कारीगर, मिस्त्री मजदूर व श्रमिक हितकारी सहकारी समिति के तत्वावधान में जिला कार्यालय पर जयंती धूमधाम से मनाई गई। जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार सालवी ने बताया कि भगवान विश्वकर्मा कारीगर व मजदूरों के कला निर्माण के आराध्य हैं। सभी मजदूर व मिçस्त्रयों ने अवकाश लेकर भगवान विश्वकर्मा की तस्वीर पर फूलमालाएं चढाई। सालवी ने बताया कि समारोह में कालूलाल कुमावत, विजयराम कुमावत, रमेश नायक, बंशीलाल, मांगीलाल, लक्ष्मीलाल, लेहरूलाल, भगवानलाल, मोहनलाल, दीपचंद, भंवरलाल आदि कारीगर व मिस्त्री मौजूद थे।
कुंवारिया। कस्बे में गुरूवार को विश्वकर्मा जयंती पर भगवान विश्वकर्मा की विशेष पूजा-अर्चना की गई। कस्बे के यादव मोहल्ला स्थित श्रीकृष्ण मंदिर परिसर में प. तुलसीराम के दिशा-निर्देशन में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजा-अर्चना की गई। यजमानों ने यज्ञ-हवन में आहुतियां दी। आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। कई ग्रामीणों ने घरों में ही विभिन्न औजारों की पूजा की।
नाथद्वारा। शहर के जांगिड ब्राrाण समाज की ओर से विश्वकर्मा जयंती पर नई हवेली स्थित मंदिर में भगवान विश्वकर्मा को भव्य शृंगार धराया गया। सुबह हवन के साथ भजन का कार्यक्रम व शाम को महाआरती का आयोजन हुआ। सिंहाड नाथूवास स्थित विश्वकर्माजी के मंदिर में भी विशेष सेवा पूजा की गई। यादव समाज ने शिव मंदिर में विश्वकर्मा की पूजा के बाद समाज का सामूहिक भोज आयोजित किया। इस अवसर पर प्रतिभावान ब"ाों को पुरस्कृत किया गया।

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