राजसमंद। राजनगर कस्बे में गत 28 दिसम्बर की रात कथित रूप से बाडे में आग लगा कर कथित तौर पर गो हत्या के मामले में पुलिस अब मामले के खुलासे के लिए संदिग्ध आरोपी का नारको टेस्ट करवाएगी। राजनगर पुलिस को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से नारको टेस्ट करवाने की अनुमति मिल गई है। राजनगर पुलिस ने घटना के बारे में कोई पुख्ता गवाह नहीं मिलने के कारण संदिग्ध आरोपी मांगीलाल का नारको टेस्ट कराने के संबंध में गुरूवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रार्थना पत्र पेश किया। वहां से शुक्रवार को नारको टेस्ट की अनुमति मिल गई। अब संदिग्ध आरोपी के नारको टेस्ट के संबंध में एक बोर्ड का गठन होगा व बाद में उदयपुर में नारको टेस्ट करवाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गत 28 दिसम्बर को राजनगर के हुसैनी चौक के पास बने एक बाडे में आग से गोवंश की मौत हो गई थी। इसके बाद शहर में तनाव की स्थिति बन गई थी और दो समुदायों के बीच पथराव-मारपीट जैसी घटनाएं हुई। पुलिस ने इस संबंध में एकाघिक संदिग्धों से पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगने के कारण किसी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सका। पडताल के दौरान हालांकि बाद के दिनों में पुलिस को घटना स्थल से कई अहम सुराग मिले और अन्य संदिग्धों के नाम भी सामने आए। इसी आधार पर तीन-चार दिन पूर्व कुंभलगढ तहसील के कोयल गांव निवासी मांगीलाल उर्फ मांग्या उर्फ पन्नालाल का नाम सामने आया।
उल्लेखनीय है कि गत 28 दिसम्बर को राजनगर के हुसैनी चौक के पास बने एक बाडे में आग से गोवंश की मौत हो गई थी। इसके बाद शहर में तनाव की स्थिति बन गई थी और दो समुदायों के बीच पथराव-मारपीट जैसी घटनाएं हुई। पुलिस ने इस संबंध में एकाघिक संदिग्धों से पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगने के कारण किसी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सका। पडताल के दौरान हालांकि बाद के दिनों में पुलिस को घटना स्थल से कई अहम सुराग मिले और अन्य संदिग्धों के नाम भी सामने आए। इसी आधार पर तीन-चार दिन पूर्व कुंभलगढ तहसील के कोयल गांव निवासी मांगीलाल उर्फ मांग्या उर्फ पन्नालाल का नाम सामने आया।
No comments:
Post a Comment