नाथद्वारा। मंदिर मण्डल विस्तार योजना के तहत वनमाली मंदिर की दुकानें खाली करवा कर उन पर ताले लगाने की बात को लेकर मंगलवार को प्रशासन व दुकानदारों के बीच तनातनी हो गई। इस पर प्रशासन ने भारी सुरक्षा जाब्ते के बीच दुकानें खाली करवा कर अपने कब्जे में ले लीं। मौके पर पहुंचे पुलिस बल और मेवाड भील कोर के जवानों ने उन पर हल्का बल भी प्रयोग किया। प्रशासन ने दुकानदारों को पूर्व में ही वनमाली मंदिर की ये दुकानें खाली करने के निर्देश दे दिए थे, लेकिन दुकान संचालकों ने ऎसा नहीं किया।
दोपहर करीब एक बजे उपखंड अघिकारी गौरव बजाज, मण्डल के मुख्य निष्पादन अघिकारी अजयकुमार शुक्ला, पुलिस उप अधीक्षक राजेश गुप्ता पुलिस व एमबीसी के जवानों के साथ मंदिर पहुंचे तो व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर प्रशासन व मंदिर मण्डल प्रबंधन के खिलाफ जम कर नारे लगाए। प्रशासन की ओर से दुकानदारों से सामान खाली कर कब्जा सौंपने का आग्रह करने पर दुकानदारों ने दुकानें अन्यत्र स्थापित करने के विकल्प मंागा, तब प्रशासन ने उनका सामान घोडा भण्डार में निर्घारित दुकानों में रखने के लिए कहा, इसका दुकानदारों व मंदिर चौक के अन्य व्यापारियों ने विरोध किया।
उनका तर्क था कि मंदिर विस्तार योजना के अंतर्गत भविष्य में घोडा भण्डार भी हटा कर मंदिर मार्ग को अस्सी फीट चौडा करना प्रस्तावित है। ऎसे में दुकानदारों को फिर से बेदखल किया जाएगा, तो समस्या खडी हो जाएगी। मौके पर भाजपा नेताओं ने विरोध किया तो प्रशासन ने नोटिसों का हवाला दिया। थाना अघिकारी अनिल मीणा व स्पेशल टास्क फोर्स के जवानों ने उन्हें वहां से खदेड दिया। देर शाम तक प्रशासन ने अपनी कार्रवाई जारी रखी।
इनका कहना हैवनमाली क्षेत्र की अवाप्ति की प्रक्रिया एक वर्ष पूर्व ही पूरी कर ली गई थी। मंदिर के पुजारी ने सहमति भी दे दी थी। यहां के दुकानदारों में से 12 ने घोडा भण्डार में दुकानें ले लीं और यहां पर भी कब्जा था। उन्हें और बाकी को हटाने की कार्रवाई की गई। उसमें कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गई। ताले प्रशासन ने नहीं तुडवाए। दुकानदारों ने आम सहमति से सामान बाहर रख दिया। इन्हें बसाने की जगह पूर्व में निर्घारित कर दी थी। नई जगह की मांग का निर्णय तो मंदिर मण्डल ट्रस्ट ही कर सकता है।-गौरव बजाज, उपखण्ड अघिकारी, नाथद्वारा
दोपहर करीब एक बजे उपखंड अघिकारी गौरव बजाज, मण्डल के मुख्य निष्पादन अघिकारी अजयकुमार शुक्ला, पुलिस उप अधीक्षक राजेश गुप्ता पुलिस व एमबीसी के जवानों के साथ मंदिर पहुंचे तो व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर प्रशासन व मंदिर मण्डल प्रबंधन के खिलाफ जम कर नारे लगाए। प्रशासन की ओर से दुकानदारों से सामान खाली कर कब्जा सौंपने का आग्रह करने पर दुकानदारों ने दुकानें अन्यत्र स्थापित करने के विकल्प मंागा, तब प्रशासन ने उनका सामान घोडा भण्डार में निर्घारित दुकानों में रखने के लिए कहा, इसका दुकानदारों व मंदिर चौक के अन्य व्यापारियों ने विरोध किया।
उनका तर्क था कि मंदिर विस्तार योजना के अंतर्गत भविष्य में घोडा भण्डार भी हटा कर मंदिर मार्ग को अस्सी फीट चौडा करना प्रस्तावित है। ऎसे में दुकानदारों को फिर से बेदखल किया जाएगा, तो समस्या खडी हो जाएगी। मौके पर भाजपा नेताओं ने विरोध किया तो प्रशासन ने नोटिसों का हवाला दिया। थाना अघिकारी अनिल मीणा व स्पेशल टास्क फोर्स के जवानों ने उन्हें वहां से खदेड दिया। देर शाम तक प्रशासन ने अपनी कार्रवाई जारी रखी।
इनका कहना हैवनमाली क्षेत्र की अवाप्ति की प्रक्रिया एक वर्ष पूर्व ही पूरी कर ली गई थी। मंदिर के पुजारी ने सहमति भी दे दी थी। यहां के दुकानदारों में से 12 ने घोडा भण्डार में दुकानें ले लीं और यहां पर भी कब्जा था। उन्हें और बाकी को हटाने की कार्रवाई की गई। उसमें कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गई। ताले प्रशासन ने नहीं तुडवाए। दुकानदारों ने आम सहमति से सामान बाहर रख दिया। इन्हें बसाने की जगह पूर्व में निर्घारित कर दी थी। नई जगह की मांग का निर्णय तो मंदिर मण्डल ट्रस्ट ही कर सकता है।-गौरव बजाज, उपखण्ड अघिकारी, नाथद्वारा
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