Sunday, January 24, 2010

साथ जीए, साथ मरे

राजसमंद। प्यार किया है प्यार करेंगे, साथ जीएंगे साथ मरेंगे होंगे न कभी इक दूजे से जुदा...। फिल्मी नगमे की इन पंक्तियों की तरह एक बुजुर्ग दंपती में इतना प्रेम था कि वे एक-दूजे के बिना नहीं रह सकते थे। पति की शाम को मौत के बाद दूसरे दिन सुबह उनकी याद में पत्नी ने भी दम तोड दिया।
रविवार सुबह जब दोनों की साथ-साथ अर्थी उठी तो लोगों की रूलाई फूट पडी। दोनों को एक बार फिर दूल्हा-दुल्हन के जोडे में सजा व मौड बांध कर उनकी एक साथ शव यात्रा निकाली गई। गठजोड कर एक साथ अलग- अलग अर्थियों में नगर के मुख्य मार्ग से अन्तिम यात्रा निकाली गई।घटना के अनुसार नगर में रहने वाले सोहनलाल सोनी (94) की शनिवार शाम पांच बजे अचानक मृत्यु हो गई।
इसी दिन रविवार तडके करीब पांच बजे उनकी पत्नी तीजी बाई (92) ने भी अंतिम सांस ली। घर के दोनो मुखियाओं की एक साथ मृत्यु पर परिवार वाले भी हतप्रभ रह गए। बैण्ड बाजों के साथ निकली इस यात्रा को देखने के लिए गली-मोहल्लों के नुक्कड पर लोगों की भीड लग गई एवं लोगो ने शव यात्रा पर पुष्प वर्षा की। खारी नदी स्थित श्मशान घाट पर वृद्ध दंपती का एक ही चिता पर अतिम संस्कार किया गया।

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