राजसमन्द। करीब छह माह पूर्व शहर से सटे देवथडी गांव के एक खेत में काम कर रही महिला से बलात्कार का प्रयास विफल रहने पर उसकी हत्या करने के मामले में आरोपी दो युवकों पर अदालत ने आजीवन कारावास एवं सात हजार रुपए का अर्थदण्ड मुकर्रर किया है। आरोपी दोनो युवक उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिले के निवासी हैं। पुलिस निरीक्षक राजनगर निरंजन प्रसाद आल्हा ने बताया कि 30 सितम्बर 08 को देवथडी निवासी एडवोकेट गोपालकृष्ण पालीवाल ने राजनगर थाने में देवथडी गांव के एक खेत में महिला की हत्या होने की सूचना दी जिस पर तत्कालीन पुलिस निरीक्षक गोवर्ध्दन लाल व पुलिस दल मौके पर पहुंचा और खेत पर मृत श्रीमती संतोषी पत्नी मदनलाल का शव कब्जे में लिया। मृतका के शरीर पर गहने नहीं थे। पुलिस ने नारायणलाल कुमावत की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। पुलिस ने मामले की तफ्तीश कर चऊपुर सहारनपुर उत्तरप्रदेश निवासी अजय उर्फ भूरा पुत्र ओमपाल जुलाहा और ददनोर उत्तरप्रदेश निवासी राजु उर्फ सत्येन्द्र पुत्र जयपाल जुलाहा को गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनो की निशानदेही के आधार पर देवथडी गांव के एक मंदिर के समीप किराए पर लिए मकान में मृतका के आभूषण बरामद किए और दोनो के खिलाफ अदालत ने चालान पेश किया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लेकर तत्कालीन थानाधिकारी गोवर्ध्दनलाल व कांस्टेबल रोहिताश को प्रभारी नियुक्त किया। अपर जिला एवं सेशन न्यायालय (फास्ट टे्रक) ने अभियोजन की ओर से प्रस्तुत 22 गवाह एवं बचाव पक्ष के तीन गवाह तथा दोनो पक्षाें की पैरवी सुनने के उपरांत अजय और राजु के खिलाफ जुर्म प्रमाणित मानते हुए उन्हें संतोषी देवी की हत्या के आरोप में आजीवन कठोर कारावास एवं पांच हजार रुपए अर्थदंड तथा लूट के आरोप में तीन वर्ष की कैद और दो हजार रुपए का अर्थदंड सुनाया। अभियोजन की ओर से पैरवी बापूलाल ओस्तवाल ने की।
करतब दिखाने आए थे : अजय जुलाहा, राजु जुलाहा देवथडी गांव में वारदात से पूर्व दिन रात साइकिल चलाने, सीने पर पत्थर तोडने, शरीर को खूनाखून करने सहित साहसिक करतब दिखाने आए और इसकी आड में गलत हरकतें भी करना शुरू कर दिया।
ऐसे आएं पकड में : हत्या के इस मामले के अनुसंधान में लगे पुलिस दल को जब देवथडी गांव में पिछले कुछ दिनों से यहां आए तमाशा बताने वालों के बारे में जानकारी लगी और हत्या के बाद से इस तमाशा मण्डली के सदस्य नहीं दिखाई दिए जाने पर पुलिस दल को संदेह हुआ। इस पर पुलिस ने तमाशा मण्डली का एक सदस्य जो उस वक्त देवथडी गांव में ही था उससे पूछताछ की और उनके ठहरने वाले कमरे की तलाशी ली तो पुलिस को अहम सुराग मिले। पुलिस ने देवथडी गांव में रूके सदस्य के माध्यम से तमाशा मण्डली के अन्य सदस्यों से सम्पर्क किया। अनुसंधान में जुटे एएसआई भंवर सिंह मारवाड जो नकबजनी, हत्या आदि मामलों के पर्दाफाश करने के लिए पुलिस महकमे में जाने जाते है। उनके साथ ही उदय सिंह, रतन व्यास, कैलाश जोशी व भूपेश गौरवा ने तमाशा मण्डली के सदस्यों को दबोचने के लिए योजनाबद्ध तरीके से अजय व राजु से सम्पर्क करत बताया कि उनके एक साथी का पुलिस केस हो गया है तो देवथडी आओ। राजु व अजय को संदेह होने पर उन्होंने अपने अन्य साथियों को वहां भेजा। पुलिस दल ने राजु व अजय के साथियों को दबोचने के बाद पुन: राजु व अजय से सम्पर्क किया और बताया कि उनका साथी छूट चुका है। इसके बाद राजु व अजय को पीपरडा क्षेत्र में मिलने के लिए बुलवाया। शनिवार दिन में जैसे ही राजु और अजय पीपरडा इलाके में पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिस की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
करतब दिखाने आए थे : अजय जुलाहा, राजु जुलाहा देवथडी गांव में वारदात से पूर्व दिन रात साइकिल चलाने, सीने पर पत्थर तोडने, शरीर को खूनाखून करने सहित साहसिक करतब दिखाने आए और इसकी आड में गलत हरकतें भी करना शुरू कर दिया।
ऐसे आएं पकड में : हत्या के इस मामले के अनुसंधान में लगे पुलिस दल को जब देवथडी गांव में पिछले कुछ दिनों से यहां आए तमाशा बताने वालों के बारे में जानकारी लगी और हत्या के बाद से इस तमाशा मण्डली के सदस्य नहीं दिखाई दिए जाने पर पुलिस दल को संदेह हुआ। इस पर पुलिस ने तमाशा मण्डली का एक सदस्य जो उस वक्त देवथडी गांव में ही था उससे पूछताछ की और उनके ठहरने वाले कमरे की तलाशी ली तो पुलिस को अहम सुराग मिले। पुलिस ने देवथडी गांव में रूके सदस्य के माध्यम से तमाशा मण्डली के अन्य सदस्यों से सम्पर्क किया। अनुसंधान में जुटे एएसआई भंवर सिंह मारवाड जो नकबजनी, हत्या आदि मामलों के पर्दाफाश करने के लिए पुलिस महकमे में जाने जाते है। उनके साथ ही उदय सिंह, रतन व्यास, कैलाश जोशी व भूपेश गौरवा ने तमाशा मण्डली के सदस्यों को दबोचने के लिए योजनाबद्ध तरीके से अजय व राजु से सम्पर्क करत बताया कि उनके एक साथी का पुलिस केस हो गया है तो देवथडी आओ। राजु व अजय को संदेह होने पर उन्होंने अपने अन्य साथियों को वहां भेजा। पुलिस दल ने राजु व अजय के साथियों को दबोचने के बाद पुन: राजु व अजय से सम्पर्क किया और बताया कि उनका साथी छूट चुका है। इसके बाद राजु व अजय को पीपरडा क्षेत्र में मिलने के लिए बुलवाया। शनिवार दिन में जैसे ही राजु और अजय पीपरडा इलाके में पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिस की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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