राजसमन्द। भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव पर मंगलवार को महावीर मंच कांकरोली के तत्वावधान में शोभायात्रा निकाली गई। महामंत्री प्रमोद सोनी ने बताया कि शोभायात्रा दिगम्बर जैन मंदिर से प्रारंभ होकर प्रज्ञा विहार पहुंच कर धर्मसभा में परिवर्तित हुई। शोभायात्रा में सबसे आगे जैन ध्वज लिए हुए घोडे पर बैठे श्रावक, भगवान महावीर का होल्डर, बैण्ड सजी धजी पौशाकें पहने हुए धार्मिक स्वर लहरी बिखेरे हुए, रानी त्रिशला 14 स्वप्न देखते हुए झांकी, स्कूल के बालक-बालिका, राजा सिध्दार्थ का राज दरबार की झांकी, युवा वर्ग जयघोष लगाते हुए भगवान महावीर व चण्डकौशिक सर्प की झांकी, श्रावक धार्मिक भजन गाते हुए तीन-तीन की पंक्ति में ढोल नगाडाें के साथ, भगवान महावीर का संवत्सरण जिसमें गाय, शेर, चीता, हाथी, खरगोश आदि एक साथ भगवान महावीर के संवत्सरण में समता का उपदेश ग्रहण करते हुए, दो घोडाें पर श्रावक, महिला मंडल भजन गाती हुई, द्वारकाधीश मंदिर का बैण्ड धार्मिक गुंजन के साथ, भगवान महावीर का भव्य रथ, शोभा यात्रा के अन्त में महिला मंडल गीत गुंजन के साथ जयकारे लगाती हुई शोभायात्रा में चल रही थी। शोभायात्रा में जगह-जगह स्वागत द्वार लगाए गए। शोभायात्रा के दौरान महावीर इंटरनेशनल, भारत विकास परिषद, दिगम्बर समाज कांकरोली, तेरापंथ युवक परिषद आदि शीतल पेय पिलाकर शोभायात्रा की गरिमा बढा रहे थे। शोभायात्रा व्यवस्था मे बाबूलाल हिंगड, सुशल बडाल, राजेन्द्र जैन, प्रदीप लुहाडिया आदि का सहयोग रहा।
भिक्षु बोधिस्थल : भिक्षु बोधि स्थल राजसमन्द के तत्वावधान में महावीर जयंती के उपलक्ष्य मे सम्पूर्ण जैन समाज ने शोभायात्रा में भाग लिया। संस्था मीडिया प्रभारी लाड मेहता ने बताया कि शोभायात्रा भंवरिया, शीतला माता गली, फव्वारा चौक बस स्टेण्ड होते हुए सदर बाजार, दाणी चबुतरा, सिलावट वाडी, कलालवाटी, जिला कारागृह से होते हुए वापस कलालवाटी अन्दर, मालीवाडा, माहेश्वरी मोहल्ला होते हुए भिक्षु बोधि स्थल पहुंच धर्मसभा में परिवर्तित हुई। शोभायात्रा में बैण्ड बाजे, घोडे-ऊँट के साथ ही भगवान महावीर के सपने व झांकियां सम्मिलित थी। कन्या मंडल, किशोर मंडल, तेयुप, महिला मंडल सहित वरिष्ठ श्रावक सफेद व महिलाएं केसरिया गणवेश में गगन भेदी नाराें व गीतिकाआें के साथ हर गली मोहल्ले को अहिंसा का सन्देश देते हुए नागरिकाें का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। तेयुप के पदाधिकारियाें ने रैली का नेतृत्व संभाला। शोभायात्रा के पश्चात भिक्षु बोधिस्थल में भिक्षु बोधि स्थल अध्यक्ष सरेशचन्द्र कावडिया व शिक्षाविद चतुर कोठारी की अध्यक्षता में धर्मसभा आयोजित की गई। मुख्य वक्ता एडवोकेट सुन्दरलाल लोढा, विशिष्ट अतिथि कार्यवाहक अध्यक्ष डूंगरसिंह कर्णावट व शिक्षाविद ख्यालीलाल मादरेचा थे। धर्मसभा में सभी वक्ताआें ने अपने विचार व्यक्त किए। संचालन महामंत्री रमेश चपलोत ने किया आभार व स्वागत सभाध्यक्ष सुरेश कुमार कावडिया ने किया।
भिक्षु बोधिस्थल : भिक्षु बोधि स्थल राजसमन्द के तत्वावधान में महावीर जयंती के उपलक्ष्य मे सम्पूर्ण जैन समाज ने शोभायात्रा में भाग लिया। संस्था मीडिया प्रभारी लाड मेहता ने बताया कि शोभायात्रा भंवरिया, शीतला माता गली, फव्वारा चौक बस स्टेण्ड होते हुए सदर बाजार, दाणी चबुतरा, सिलावट वाडी, कलालवाटी, जिला कारागृह से होते हुए वापस कलालवाटी अन्दर, मालीवाडा, माहेश्वरी मोहल्ला होते हुए भिक्षु बोधि स्थल पहुंच धर्मसभा में परिवर्तित हुई। शोभायात्रा में बैण्ड बाजे, घोडे-ऊँट के साथ ही भगवान महावीर के सपने व झांकियां सम्मिलित थी। कन्या मंडल, किशोर मंडल, तेयुप, महिला मंडल सहित वरिष्ठ श्रावक सफेद व महिलाएं केसरिया गणवेश में गगन भेदी नाराें व गीतिकाआें के साथ हर गली मोहल्ले को अहिंसा का सन्देश देते हुए नागरिकाें का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। तेयुप के पदाधिकारियाें ने रैली का नेतृत्व संभाला। शोभायात्रा के पश्चात भिक्षु बोधिस्थल में भिक्षु बोधि स्थल अध्यक्ष सरेशचन्द्र कावडिया व शिक्षाविद चतुर कोठारी की अध्यक्षता में धर्मसभा आयोजित की गई। मुख्य वक्ता एडवोकेट सुन्दरलाल लोढा, विशिष्ट अतिथि कार्यवाहक अध्यक्ष डूंगरसिंह कर्णावट व शिक्षाविद ख्यालीलाल मादरेचा थे। धर्मसभा में सभी वक्ताआें ने अपने विचार व्यक्त किए। संचालन महामंत्री रमेश चपलोत ने किया आभार व स्वागत सभाध्यक्ष सुरेश कुमार कावडिया ने किया।
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