राजसमंद। जिले के किसी भी मतदान केन्द्र पर मतदान के दौरान गडबडी या उपद्रव की सूचना पर कुछ ही क्षणों में सुरक्षा बल मौके पर पहुंच सकेंगे।जोनल मजिस्ट्रेटों और कानून-व्यवस्था के लिए तैनात केन्द्रीय सुरक्षा बल जवानों को भी रास्ता ढूंढने में परेशानी नहीं होगी। यह संभव हुआ है आधुनिक ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से। राजसमंद पुलिस ने जिले के सभी 859 मतदान केन्द्रों का जीपीएस के माध्यम से सर्वे कराया। पुलिसकर्मियों ने जीपीएस के माध्यम से मतदान केन्द्रों की स्थिति गुगल अर्थ पर दर्ज की। राजसमंद देश का पहला ऎसा जिला बन गया है जिसके सभी बूथों की जीपीएस जानकारी उपलब्ध है।त्रिआयामी तस्वीरेंसभी मतदान केन्द्रों की गूगल अर्थ से त्रिआयामी (थ्री-डाईमेंशनल) तस्वीरें ली गई हैं, जिनसे मतदान केन्द्र के भवन की पूरी जानकारी मिलेगी। गुगल पर मतदान केन्द्र की संख्या से भी उनकी स्थिति पता लग सकेगा।तुरंत हो सकेगी कार्रवाईसर्वे के बाद सभी केन्द्रों की भौतिक स्थिति की सूचनाएं जिला पुलिस के पास उपलब्ध हैं। किसी भी मतदान केन्द्र पर कब्जा, गडबडी या उपद्रव की सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई हो सकेगी। केन्द्र तक पहंुचने के सभी रास्तों की सूचना और दूरी मालूम होने से सुरक्षाकर्मी कुछ ही पलों में वहां पहुंच सकेंगे।हवाई मार्ग से भी सहायता दल पहुंच सकेगा।हर जोन का नक्शाजिले के मतदान केन्द्रों के हर जोन का नक्शा बनाया गया है, जिसमें क्षेत्र के मतदान केन्द्रों तक पहुंचने वाले सभी छोटे-बडे रास्तों को दर्शाया गया है। नक्शे में राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग, सम्पर्क सडक और कच्चे रास्तों की भी जानकारी दर्ज है। नक्शे पर विधानसभा क्षेत्र, मोबाइल पार्टी संख्या, बूथ संख्या, जोन मुख्यालय, क्षेत्र में संभावित बूथों और उन तक पहुंचने के सभी रास्तों की जानकारी दी गई है।नहीं भूलेंगे रास्ताजोनल मजिस्टे्रट के साथ ही बीएसएफ और सीआरपीएफ के जावानों को केन्द्रों पर पहुंचने में आसानी होगी, जो प्राय: क्षेत्र और भाषा से अनजान होते हैं। ऎसे में उन्हें कई बार रास्ता ढूंढने में परेशानी का सामना करना पडता है। ऎसे में नक्शा उनकी मदद करेगा। साथ ही दल को अपने क्षेत्र की जानकारी भी मिलेगी।
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