Thursday, December 18, 2008

बालिका की मृत्यु के बाद वन विभाग चेता

राजसमंद । समीपवर्ती पुठोल के जंगल में हिंसक जानवर के हमले से बालिका के मरने के बाद वन विभाग ने बुधवार शाम गश्ती दल भिजवाया। जिसने अपनी रिपोर्ट में क्षेत्र में बघेरे के होने की पुष्टि की। दल की रिपोर्ट और पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद विभाग ने गुरूवार को सभी कर्मचारियों को चौकन्ना रहने तथा गश्त बढाने के निर्देश दिए। बघेरे की तलाश में बारह सदस्यीय ने रात भर गश्त की। दल ने मोरवड के मार्बल डम्पिंग मैदान में जहां बछिया मरी पाई गई थी ,की भी निगरानी की।दल ने गुरूवार सुबह क्षेत्र में जांच कर अपनी रिपोर्ट विभागीय अघिकारी को सौंपी, जिसमें क्षेत्र में बघेरे के सक्रिय होने की पुष्टि की गई है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अभयारण्य क्षेत्र की सीमा के 10 किलोमीटर परिधि क्षेत्र में जंगली जानवर के हमले से मानव की मौत पर ही विभाग मुआवजा देता है। अन्य मामलों में सरकार की अन्य योजनाओं में दूसरे विभाग ही सहायता कर सकते हैं। राहुल भटनागर, उप वन संरक्षक, राजसमंद ने बताया पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद विभाग ने अपने सभी रेंजरों को बघेरे की गतिविधियों पर नजर रखने और अपने क्षेत्र के लोगों से सम्पर्क बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि घटना की पुनरावृति रोकी जा सके। पुठोल क्षेत्र में बघेरे की गतिविधियों की पुष्टि हुई है। मार्बल डम्पिंग मैदान में बछिया को बघेरे ने ही मारा। सभी कर्मचारियों को सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही गश्त बढा दी गई है। नवीन जैन, जिला कलक्टर, राजसमंद ने बताया वन विभाग को चौकसी बढाने के निर्देश दिए गए हैं। परिजन बालिका की मौत अप्राकृतिक होना साबित कर दें और पंचनामे आदि दस्तावेजों से पुष्टि होती है तो परिजनों को सहायता राशि दिलवाई जाएगी।

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