Friday, May 22, 2009

9 वां संस्कारवान शिविर का शुभारंभ

राजसमन्द। कुंभलगढ उपखण्ड के चारभुजा मे सनातन वैदिक संस्थान शिविर कसार का गुरूवार को 9 वां संस्कारवान शिविर का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर बालयोगी संतोषनाथ ने कहा कि वेद संस्कृत ज्ञान नहीं अपितु हमारी भारतीय संस्कृति की अमूल धरोहर है। महात्माआें ने इस धरोहर को सुरक्षित रखने के प्रयास किए मगर वर्तमान परिवेश में हमारी संस्कृति धूमिल होती जा रही है जिसे बचाने के लिए ब्राह्मण के आगे आना होगा। इससे पूर्व शिविर संचालक पंडित कन्हैयालाल द्विवेदी ने मंचासीन अतिथियाें का शाल ओढाकर सम्मान किया। बालयोगी व रोकडिया हनुमान के महंत मोनी महाराज ने शिव प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंच को देवीलाल उपाध्याय, शिक्षाविद कुबेरसिंह सोलंकी, हितेश शर्मा, मांगीलाल शर्मा ने सम्बोधित किया। प्रभारी पं. योगेश त्रिवेदी ने शिविर की दैनिक दिनचर्या के पाठयक्रम की जानकारी दी। शिविर में 131 बन्दूकाें का पंजीयन किया गया। शिविर में मोहनलाल दवे, चन्द्रेश श्रीमाली, विकास दवे ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी। शिविर में मुख्य अतिथि महेश सिह सोलंकी विशिष्ट अतिथि समाजसेवी दलपत सिंह सोलंकी थे। अध्यक्षता पं. कन्हैयालाल द्विवेदी ने की। आभार संस्थान के महामंत्री पं. उमेश द्विवेदी ने किया।

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