राजसमन्द। जिले के दिवेर क्षेत्र के ननाणा गांव में पिछले दिनाें दलित दूल्हे को बग्गी से उतारकर अपमानित एवं मारपीट करने की घटना पर शनिवार को दलित आदिवासी एवं घुमंतु अधिकार अभियान के पदाधिकारी ननाणा गांव में पीडितों से रूबरू हुए। अभियान के प्रदेश संयोजक भंवर मेघवंशी ने पीडित परिवार से घटनाक्रम तथा प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी ली। मेघवंशी ने कहा कि बिन्दोली रोकना, जातिगत रूप से अपमानित करना, मारपीट करना, सामाजिक समानता का अधिकार नहीं देना दलित समाज के लिए घोर निन्दनीय है। दलित नेता खमीराम कटारिया ने कहा कि संविधान में दलित वर्ग को समानता का अधिकार दिया गया है लेकिन फिर भी इस प्रकार की घटनाएं होना दलित वर्ग के लिए अपमानित करने वाली है। जिला संयोजक सोहनलाल भाटी ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिले में आज भी दलित वर्ग के मानवाधिकाराें का प्रत्यक्ष हनन किया जाता है जो निन्दनीय है। प्रशासन को इसके लिए कडे कदम उठाने चाहिए एवं जहां भी उक्त प्रकार का कृत्य होता हे वहां आरोपियाें को कडी सजा दी जावे ताकि घटना की पुनरावृति न हो। इस अवसर पर दीपाराम भाटी, शंकरलाल रेगर, ग्राम पंचायत विजयपुरा सरपंच कालूराम सालवी, खाखरमाला सरपंच देवीलाल सालवी, भीम संयोजक करमाराम सालवी, हुकराम सालवी, कनाराम सालवी, दिनेश पहाडिया, रामलाल मीणा, कमलेश पहाडिया आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
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