Saturday, May 2, 2009

दलित दूल्हे की बिंदौली रोकी, बग्गी से उतारा

राजसमन्द। जिले के दिवेर थाना क्षेत्र के ननाणा गांव में शुक्रवार रात को दलित वर्ग के दूल्हे की बिंदौली रोक कर मारपीट करते हुए बग्गी से उतारने के आरोप में सात लोगों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज हुआ है। इस घटना की जानकारी मिलते ही दलित वर्ग में आक्रोश व्याप्त हो गया।
पुलिस के अनुसार ननाणा निवासी भंवर लाल सालवी की शादी के तहत शुक्रवार रात को बग्गी में बैठाकर बिंदौली निकाली जा रही थी। रात करीब 11-12 बजे के मध्य बिंदौली जब गांव के रावले के समीप गुजर रही थी। इसी दोरान वहां राजपूत जाति के लोग आ गए और रावले के सामने से बिंदौली नहीं निकालने की बात कहते हुए भंवर लाल सालवी व बिंदौली में शामिल लोगों को जातिगत अपशब्द कह कर मारपीट आरंभ कर दी। उक्त लोगों ने भंवर लाल सालवी को बग्गी से भी नीचे उतार दिया। शनिवार सुबह ननाणा निवासी लक्ष्मण लाल पुत्र भीमाराम सालवी ने दिवेर थाने में रात के घटनाक्रम की सूचना देते हुए गांव के मोहब्बत सिंह पुत्र छतर सिंह, शंकर सिंह पुत्र सजन सिंह, महेन्द्र सिंह पुत्र सजन सिंह, भगवत सिंह पुत्र उदय सिंह, गोपाल पुत्र भगवत सिंह, नारायण सिंह, विक्रम सिंह पुत्र बालू सिंह के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम एवं मारपीट के तहत मामला दर्ज करवाया है। मामला दर्ज होने के बाद भीम वृत्ताधिकारी ने घटनाक्रम की जानकारी ली तथा एहतियात के तौर पर पुलिसकर्मी तैनात किए है।
इधर दलित वर्ग के दूल्हे की बिंदौली रोकने ओर बग्गी से नीचे उतारने की सूचना मिलने पर दलित वर्ग के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। दलित आदिवासी एवं घूमंतु अधिकार अभियान राजस्थान प्रदेश के संयोजक भंवर मेघवंशी ने घटना की कडे शब्दों में निंदा की है। दलित आदिवासी एवं घूमंतु अधिकार अभियान के जिला संयोजक सोहनलाल माटी ने कहा कि दलित वर्ग को आज भी समाज का निम्न स्तर का मानते हुए उनके मानवाधिकारों का हनन किया जा रहा है जो निंदनीय है। उन्होंने प्रशासन से इस सम्बन्ध में कडे क़दम उठाने की मांगी है। इस घटना की अम्बालाल सालवी ढींकला, शंकर लाल रेगर, दिनेश पहाड़िया, रामलाल मीणा, चंद्रेश मीणा, लालूराम मीणा, कमलेश पहाड़िया ने भी कडे शब्दों में निंदा की है।

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