Saturday, May 9, 2009

राजस्थान फार्मेसी काउन्सिल में होगा ऑन लाईन रजिस्टे्रशन

राजसमन्द। राजस्थान फार्मेसी काउन्सिल में अब ऑन लाईन रजिस्टे्रशन की व्यवस्व्था की जा रही है। इसमें राजस्थान के फार्मासिस्ट एवं नए विद्यार्थियाें को राजधानी में बार बार चक्कर काटने से शीघ्र निजात मिलेगी। वहीं छात्राें के धन एवं समय की बचत भी होगी। राजस्थान फार्मेसी काउन्सिल के कार्यवाहक रजिस्ट्रार जेपी शर्मा ने बताया कि कार्य समिति की बैठक में प्रस्ताव रखा कि विद्यार्थियाें का रजिस्टे्रशन बहुत लम्बित होता है। छात्र अपने आवश्यक दस्तावेज पूर्ण रूप से प्रस्तुत नहीं नहीं कर पाता है, इन दस्तावेजाें में किसी कागज की कमी होती है तो पुन: डाक द्वारा संबंधित को सूचित करना होता है, लगभग यही क्रम कॉलेज की सत्यापन प्रकिया में भी व्यय होता है। उसमें समय व धन का व्यय होता है। इस क्रम में पांच-छह माह का समय लग जाता है। सभी सदस्याें ने जेपी शर्मा के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए इसको एस्टीमेंट सहित अगली बैठक में रखकर इसे शीघ्र लागू करने के लिए अपनी सहमति प्रदान की। ऑन लाईन रजिस्टे्रशन से विद्यार्थी राजस्थान ही नहं भारत के किसी भी स्थान से ऑन लाईन फार्म भरने के बाद अपने समस्त मूल दस्तावेज सहित ऑन लाईन से निश्चित मिलने वाली तिथि में एक बार काउन्सिल कार्यालय उपस्थित होना तथा सम्पूर्ण औपचारिकता पूर्ण करने के पश्चात उसे घर बैठे रजिस्टर्ड डाक से उसका रजिस्टे्रशन प्रमाण पत्र भेज दिया जाएगा।
काउन्सिल अध्यक्ष श्यामसुन्दन काबरा ने अन्य स्थानाें से ऑन लाईन को सम्पूर्ण जानकरी पासपोर्ट ऑफीस की तरह ही ली जा रही है ताकि इसे शीघ्र प्रारंभ किया जा सके। वर्तमान में फार्मासिस्ट नवीनीकरण की जानकारी www.rajasthanpharmacycouncil.org पर फार्मेसी काउन्सिल के वेबसाईड पर ले सकते हैं।
साल दर साल बढे पंजीकरण कराने वाले : फार्मासिस्टाें की राजस्थान सरकार व अन्य क्षेत्राें में नौकरियाें की आवश्यकताओं को देखते हुए काउन्सिल में अब तक 28 हजार 175 पंजीकरण हो चुके हैं। पिछले वर्षों मेंे 05 में 1387, 06 मेंं 1877, 07 में 1925, 08 मेंं 2677 तथा 09 में अब तक 412 पंजीकरण हो चुके हैं। इसमें राजस्थान के अलावा कर्नाटक, पंजाब, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से भी पंजीकृत हुए हैं।
फार्मेसी काउन्सिल में लगी तीसरी आंख : फार्मेसी काउन्सिल में पहली बार सीसी टीटी केमरे लगाए जै जो रिकार्ड रूम, रजिस्टे्रशन काउन्टर, कर्मचारी रूम आदि में लगाए गए हैं। साथ ही आने वाले फार्मासिस्टाें के बैठक के लिए वातानुकूलित व्यवस्था की जा रही है।
सतत शिक्षा कार्यक्रम तय : फार्मेसी विद्यार्थियाें को जानकारी देने के लिए संभागवार सतत शिक्षा कार्यक्रम की शुरूआत की जाएगी, इसके तहत फार्मासिस्टाें की समस्याआें का समाधान किया जाएगा। सर्वप्रथम बीकानेर, कोटा, अलवर, जयपुर में यह कार्यक्रम करने का प्रस्ताव है। इसके अलावा जो छोटे जिले है वे भी इसमें शीघ्र सम्मिलित किए जाएंगे ताकि यादा से यादा फार्मासिस्ट इससे लाभान्वित हो सकें।

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