Sunday, May 17, 2009

प्रतिनियुक्त शिक्षका को कार्यमुक्त नहीं करने से रोष

राजसमन्द। शैक्षिक व्यवस्था के नाम पर जिले में कई शिक्षकाें को उनके मूल विद्यालय से हटा कर अन्य विद्यालयाें में प्रतिनियुक्तियां दी थी। नियमानुसार उन्हें सत्रांत से पूर्व उनके मूल विद्यालयों में पुन: लगाया जाना था लेकिन जिले में इस प्रक्रिया पर अमल नहीं किया गया। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की जिला शाखा ने इस पर आक्रोश जताया है।
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रभुगिरी गोस्वामी ने कहा कि शिक्षा निदेशक बीकानेर द्वारा इस सम्बन्ध में स्पष्ट आदेश जारी कर दिए जाने के बाद भी जिले के खण्ड शिक्षा अधिकारियाें ने मनमानी करते हुए शिक्षा निदेशक के आदेश की अवहेलना की है। एकल शिक्षक विद्यालयाें के अलावा कई ऐसे विद्यालय थे जहां तीन-चार अध्यापक कार्यरत थे तथा संबंधित प्रतिनियुक्त शिक्षक को कार्यमुक्त करने पर उस विद्यालय पर बिल्कुल भी प्रतिकुल प्रभाव नहीं पडता फिर भी उन्हें उनके मूल विद्यालयाें के लिए कार्यमुक्त नहीं किया गया। शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री निरंजन पालीवाल, जिला मंत्री रामचन्द्र पानेरी, संगठन मंत्री गिरीजा शंकर पालीवाल, प्रांतीय उपाध्यक्ष यशोदा दशोरा आदि ने शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव तथा शिक्षा उपनिदेशक को पत्र लिख कर प्रतिनियुक्त शिक्षकाें को उनके मूल विद्यालयाें के लिए कार्यमुक्त नहीं करने वाले खण्ड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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