राजसमन्द। ब्यावर से भीम बस यात्रा के दौरान एक अध्यापिका की अटैची से तीन लाख रुपए और आभूषण चोरी होने की सूचना पर हरकत में आई भीम, देवगढ़ और दिवेर थाना पुलिस ने गुरुवार दिन में एक रोडवेज बस को रोक कर एक-एक यात्री की तलाशी ली। वहीं उदयपुर की ओर मजदूरी के लिए जा रहे मध्यप्रदेश राय के युवकों को भी पुलिस की कड़ी पूछताछ का शिकार होना पड़ा।
सूचना के अनुसार प्राथमिक विद्यालय भीम की अध्यापिका श्रीमती अलका शर्मा पत्नी दिनेश शर्मा गुरुवार दिन में अजमेर से भीम आने के लिए जयपुर-डूंगरपुर की बस में सवार हुई। ब्यावर पहुंचने पर उक्त रोडवेज बस ब्रेक डाउन होने से इस बस में सवार अलका शर्मा सहित अन्य यात्रियों को पीछे आ रही हरिद्वार-उदयपुर बस में सवार करवाया। भीम बस स्टेण्ड पर उतरने के बाद अलका शर्मा अपने घर पहुंची और अटैची खोली तो उसमें तीन लाख रुपए और ढाई तोला सोने के आभूषण नहीं मिलने पर उसने परिजनों एवं पुलिस को सूचित किया। इस बीच हरिद्वार-उदयपुर की बस भीम बस स्टेण्ड पर करीब 20 मिनट तक खड़ी रहने के बाद गंतव्य की ओर रवाना हुई। पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस निरीक्षक दयाराम फडोदा ने देवगढ़ व दिवेर पुलिस को सूचित कर नाकाबंदी करवाई। बताया गया कि उदयपुर-हरिद्वार की बस जैसे ही देवगढ़ पहुंची तो पुलिस दल ने उसे घेर लिया और एक-एक यात्रियों की जेबे और उनके साथ लगेज की भी बारीकी से तलाशी ली लेकिन उसमें से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। इधर पुलिस दल को इसी बस में सवार ग्वालियर मध्यप्रदेश के छह सात लोगों पर शंका हुई तो उन्होंने सभी को बस से नीचे उतार कर थाने में ले गए और उनसे कड़ी पूछताछ की लेकिन उनके पास से भी आभूषण व तीन लाख रुपए बरामद नहीं हुए। थानाधिकारी दयाराम फडोदा ने बताया कि शंका के आधार पर उक्त युवकों से पूछताछ की लेकिन उनसे कोई बरामदगी नहीं होने तथा मजदूरी के लिए उदयपुर-अहमदाबाद जाने की बात बताने पर युवकों को छोड़ दिया गया। फड़ोदा ने बताया कि नकदी व आभूषण चोरी के मामले की छानबीन के लिए एक टीम ब्यावर व अजमेर के लिए रवाना की गई है। वहीं अध्यापिका से भी सिलसिलेवार घटनाक्रम की जानकारी ली जा रही है।
सूचना के अनुसार प्राथमिक विद्यालय भीम की अध्यापिका श्रीमती अलका शर्मा पत्नी दिनेश शर्मा गुरुवार दिन में अजमेर से भीम आने के लिए जयपुर-डूंगरपुर की बस में सवार हुई। ब्यावर पहुंचने पर उक्त रोडवेज बस ब्रेक डाउन होने से इस बस में सवार अलका शर्मा सहित अन्य यात्रियों को पीछे आ रही हरिद्वार-उदयपुर बस में सवार करवाया। भीम बस स्टेण्ड पर उतरने के बाद अलका शर्मा अपने घर पहुंची और अटैची खोली तो उसमें तीन लाख रुपए और ढाई तोला सोने के आभूषण नहीं मिलने पर उसने परिजनों एवं पुलिस को सूचित किया। इस बीच हरिद्वार-उदयपुर की बस भीम बस स्टेण्ड पर करीब 20 मिनट तक खड़ी रहने के बाद गंतव्य की ओर रवाना हुई। पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस निरीक्षक दयाराम फडोदा ने देवगढ़ व दिवेर पुलिस को सूचित कर नाकाबंदी करवाई। बताया गया कि उदयपुर-हरिद्वार की बस जैसे ही देवगढ़ पहुंची तो पुलिस दल ने उसे घेर लिया और एक-एक यात्रियों की जेबे और उनके साथ लगेज की भी बारीकी से तलाशी ली लेकिन उसमें से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। इधर पुलिस दल को इसी बस में सवार ग्वालियर मध्यप्रदेश के छह सात लोगों पर शंका हुई तो उन्होंने सभी को बस से नीचे उतार कर थाने में ले गए और उनसे कड़ी पूछताछ की लेकिन उनके पास से भी आभूषण व तीन लाख रुपए बरामद नहीं हुए। थानाधिकारी दयाराम फडोदा ने बताया कि शंका के आधार पर उक्त युवकों से पूछताछ की लेकिन उनसे कोई बरामदगी नहीं होने तथा मजदूरी के लिए उदयपुर-अहमदाबाद जाने की बात बताने पर युवकों को छोड़ दिया गया। फड़ोदा ने बताया कि नकदी व आभूषण चोरी के मामले की छानबीन के लिए एक टीम ब्यावर व अजमेर के लिए रवाना की गई है। वहीं अध्यापिका से भी सिलसिलेवार घटनाक्रम की जानकारी ली जा रही है।
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