Monday, May 18, 2009

लेन-देन से रिश्ते नहीं बनते : मुनि कुलदीप

राजसमन्द। मुनि कुलदीप ने कहा कि धन दौलत से रिश्ते नहीं बनते है। लेन-देन से रिश्ते नहीं बनते। रिश्ते बनते हैं शालीनता उदारता, नमृता, विनम्र व्यवहार, गंभीरता एवं निस्वार्थ युक्त पारिवारिक जीवन रिश्ता को कायम बना सकते हैं। आवश्यकता है अपना-अपना जीवन देखें। उक्त विचार उन्होने श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महिला मंडल राजसमन्द की कार्यशाला स्वस्थ परिवार स्वस्थ समाज के अन्तर्गत ओसवाल मंदिर भवन में व्यक्त किए। इस अवसर पर मुकुल कुमार मीठा लाल मादरेचा, लाभचन्द मांडोत सहित महिला मंडल की पदाधिकारी उपस्थित थे। आभार अध्यक्षा लाड मेहता ने ज्ञापित किया। सहमंत्री ललिता चपलोत ने बताया कि अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशित तत्वज्ञान व तेरापंथ दर्शन के पंचवर्षीय पाठयक्रम के लिए आवेदन फार्म भरने की अंतिम तिथि 25 मई है। इच्छित परीक्षार्थी संयोजिका श्रीमती मन्जू बडोला व अध्यक्षा श्रीमती लाड मेहता से फार्म प्राप्त कर सकते हैं।

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