राजसमन्द। शासन नायक आचार्य आनन्द ऋषि का 109 वां एवं राजस्थान सिंहनी उप प्रवर्तिनी साध्वी चारित्रप्रभा का 61 वां जन्म जयंती महोत्सव रविवार 19 जुलाई को सामूहिक एकासन तप के साथ समारोह पूर्वक मनाया जाएगा। श्री संघ मंत्री देवीलाल हींगड ने बताया कि जन्मोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत पांच दिवसीय आयोजन किया जाएगा जिसमें 15-16 को धर्मचक्र उपासना की गई, 17 को सामायिक पचरंगी, 18 को आनंद चारित्र प्रश्न मंच एवं 19 जुलाई को सामूहिक एकासन तप के साथ जन्मोत्सव का मुख्य समारोह महावीर भवन के देवेन्द्र पुष्कर दरबार में मनाया जाएगा। समारोह का शुभारंभ प्रात: नौ बजे गुरू गुणगान के साथ किया जाएगा।
तप अभिनंदन : चातुर्मास काल की प्रथम अठाई तप के सम्पति दिवस पर साध्वी चारित्रप्रभा ने कहा कि तप आध्यात्म साधना का मूल तत्व है, चातुर्मास काल में किया गया तप अत्यन्त प्रभावशाली होता है इससे क्रोध, आवेश, लोभ एवं भय पर काबू पाया जा सकता है। यह विचार उन्होने शुक्रवार को श्रीमती मंजु पिछोलिया के तप पूर्ति दिवस पर तप अभिनंदन समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर डॉ रूचिका, डॉ राजश्री, देवीलाल हिंगड, गणेशलाल पगारिया, गोतम पिछोलिया, कैलाश बोल्या, महेश हींगड सहित महिला मंडल सदस्याआें ने तप अनुमोदन किया।
तप अभिनंदन : चातुर्मास काल की प्रथम अठाई तप के सम्पति दिवस पर साध्वी चारित्रप्रभा ने कहा कि तप आध्यात्म साधना का मूल तत्व है, चातुर्मास काल में किया गया तप अत्यन्त प्रभावशाली होता है इससे क्रोध, आवेश, लोभ एवं भय पर काबू पाया जा सकता है। यह विचार उन्होने शुक्रवार को श्रीमती मंजु पिछोलिया के तप पूर्ति दिवस पर तप अभिनंदन समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर डॉ रूचिका, डॉ राजश्री, देवीलाल हिंगड, गणेशलाल पगारिया, गोतम पिछोलिया, कैलाश बोल्या, महेश हींगड सहित महिला मंडल सदस्याआें ने तप अनुमोदन किया।
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