राजसमन्द। मुनि संजय कुमार ने कहा कि असत्य माहौल में सत्य की बात अश्चर्यकारी हो सकती है। भले ही इन्सान असत्य के सहारे जीता है। किन्तु उसका जीवन समस्याआें से उलझा रहता है। जीवन के सत्य को जानना भी एक सत्य है। प्रश्न यह है कि व्यक्ति जानते हुए भी असत्य का सहारा लेता है। उक्त विचार मुनि ने तेरापंथ सभा लाम्बोडी में श्रावक-श्राविकाआें को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा शास्त्रो में झूठ बोलने के मुख्य चार कारण बताए है क्रोध, लोभ, भय एवं हंसी-मजाक में झूठ का सहारा लेता है। इस अवसर पर मुनि प्रसन्न कुमार ने चातुर्मास के महत्व पर प्रकाश डाला। तेरापंथ सभा मंत्री सोहन धींग ने बताया कि सर्वधर्म सद्भाव सम्मेलन व विशाल प्रेक्षा ध्यान शिविर 14 से 16 अगस्त तक आयोजित होगा।
No comments:
Post a Comment