राजसमन्द। भिक्षु बोधि स्थल के नवनिर्वाचित अध्यक्ष गणपत धर्मावत ने सत्र 09-11 के लिए गुरूवार को मुनि सुरेश कुमार हरनावां के सान्निध्य में कार्यकारिणी की घोषणा की। जिसमें कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर रमेश चपलोत, उपाध्यक्ष भंवरलाल कोठारी, हर्षलाल नवलखा, मंत्री मांगीलाल मादरेचा, संयुक्त मंत्री श्रीमती मंजू बडोला, अर्थ मंत्री मीठालाल मादरेचा, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीलाल परमार, संसाधन विकास मंत्री ख्याली लाल मादरेचा, जल विद्युत माईक व्यवस्था मंत्री अनिल बडोला, स्वागत सत्कार मंत्री पूरणमल सामर, सहमंत्री विजेन्द्र मादरेचा, प्रचार प्रसार मंत्री राजकुमार दक, पुस्तकालय मंत्री मदनलाल मादरेचा, परीक्षा एवं ज्ञानाशाला प्रभारी मंजू दक तथा अंकेक्षण पद के लिए सागरमल को मनोनित किया। इसके साथ ही पांच प्रभारी सहित संरक्षक मंडल, विशेष आमंत्रित, पदेन सदस्यएवं कार्यकारिणी सदस्यों का विस्तार किया। नव गठित कार्यकारिणी को 27 जुलाई को प्रात: सवा नौ बजे मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में भिक्षु बोधि स्थल में पदग्रहण कराया जाएगा।
तपोभिनंदन समारोह : भिक्षु बोधि स्थल राजनगर में मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में श्रीमती सुखी देवी पत्नी मोहनलाल मेहता के 14 की तपस्या के उपलक्ष में तपोभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। समारोक को सम्बोधित करते हुए मुनि सुरेश कुमार ने कहा कि महज भूख को झेलना ही तपस्या नहीं हे सही मायने में तपस्या वहीं है जो भीतर पल रहे कषायाें को तार-तार कर दे। उन्होने कहा कि तपस्या से शरीर निखर कर सोने की तरह चमक उठता है।
इस अवसर पर मुनि सम्बोध कुमार ने भी विचार व्यक्त किए। तपस्वीनी सुखी मेहता का गोविंदलाल जेन ने अठाई की तपस्या के संकल्प से साहित्य भेंट कर अभिनंदन किया तो भिक्षु बोधि स्थल अध्यक्ष गणपत धर्मावत, पूर्व मंत्री रमेश चपलोत व श्रीमती अर्पिता मेहता ने विचार व्यक्त कर मंगल भावनाएं व्यक्त की।
तपोभिनंदन समारोह : भिक्षु बोधि स्थल राजनगर में मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में श्रीमती सुखी देवी पत्नी मोहनलाल मेहता के 14 की तपस्या के उपलक्ष में तपोभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। समारोक को सम्बोधित करते हुए मुनि सुरेश कुमार ने कहा कि महज भूख को झेलना ही तपस्या नहीं हे सही मायने में तपस्या वहीं है जो भीतर पल रहे कषायाें को तार-तार कर दे। उन्होने कहा कि तपस्या से शरीर निखर कर सोने की तरह चमक उठता है।
इस अवसर पर मुनि सम्बोध कुमार ने भी विचार व्यक्त किए। तपस्वीनी सुखी मेहता का गोविंदलाल जेन ने अठाई की तपस्या के संकल्प से साहित्य भेंट कर अभिनंदन किया तो भिक्षु बोधि स्थल अध्यक्ष गणपत धर्मावत, पूर्व मंत्री रमेश चपलोत व श्रीमती अर्पिता मेहता ने विचार व्यक्त कर मंगल भावनाएं व्यक्त की।
No comments:
Post a Comment