राजसमन्द। कार्यवाहक जिला कलक्टर टी0सी0बोहरा ने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा 22 जुलाई को सामान्य अध्यापक एवं संस्कृत अध्यापको की आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षा पूर्ण निष्पक्ष तौर पर सम्पन्न हो। इसके लिए पर्यवेक्षक एवं परीक्षा केन्द्राधीक्षक पूर्ण सावधानी बरतें तथा परीक्षा डयूटी पर लगे अधिकारी एवं परीक्षार्थी किसी भी सूरत में मोबाईल साथ न लाए यह पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। इसकी पालना सुनिश्चित हो।
बोहरा शनिवार को कलक्टे्रट सभागार में राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा सामान्य अध्यापक एवं संस्कृत अध्यापक ग्रेड तृतीय की आयोजित होने वाली परीक्षा के संबंध में तैयारियों पर केन्द्राधीक्षकों एवं पर्यवेक्षको को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि हर परीक्षा अपने आप में महत्वपूर्ण होती है। इसमें परीक्षा के पेपर वितरण के लिए खोलने से पूर्व तीन बार अच्छी तरह जांच परख कर खोले की यह पत्र सही सत्रवार खोला जा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नही होनी चाहिए। जिससे की परीक्षा प्रभावित हो।
उन्होने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग ने जिन्हे जहां सेन्टर आंवटित किया है वही निर्धारित परीक्षा केन्द्रो पर परीक्षा दे सकेगें इसमें बदलाव की कोई गुंजाईश नही है यह सारा कार्य राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा अभ्यर्थियों के भरे हुए आवेदन पत्रों के अनुसार आंवटित किए गए है। सभी पर्यवेक्षक अपने निर्धारित परीक्षा केन्द्रो पर बारीकी से समस्त गतिविधियों पर नजर रखे। परीक्षा व्यवस्था को सुव्यवस्थित संचालित करने के लिए फ्लाईनिंग स्पोर्ट गठित की है, जो केन्द्रो का आकस्मिक निरीक्षण करेगी।
उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि परीक्षा केन्द्रो पर जहां फर्निचर की कमी है तो वे सार्वजनिक निर्माण विभाग अथवा नगरपालिका के वाहन द्वारा अन्य विद्यालयों से परीक्षा के लिए फर्निचर उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेगें। परीक्षार्थियों के लघुशंका एवं पानी पीने के स्थान सुदर्शक स्थिति में स्थापित किए जाएगें। परीक्षा केन्द्र में किसी भी प्रकार की अवांछित सामग्री पाई जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होने कहा कि परीक्षा केन्द्रो पर नियुक्त परीक्षक उनके प्रवेश पत्रों से सही परीक्षार्थी की जांच कर ले।
बैठक में उपपखण्ड अधिकारी राजसमन्द एवं परीक्षा समन्वयक मगनलाल योगी ने परीक्षा तैयारियों एवं समस्त बरती जाने वाली सावधानियों पर जानकारी देते हुए उन्होने कहा कि आयोग द्वारा एक लाख से 6 लाख तक के रोल नम्बर वाले अभ्यर्थी प्रथम सत्र नो बजे से 11 बजे तक वाले सत्र में शामिल होगें तथा द्वितीय सत्र में संस्कृत अध्यापक 6 लाख एक से 6 लाख 60 हजार तक के रोल नम्बर वाले अभ्यर्थी दोपहर 2 बजे से सांय 4 बजे तक द्वितीय सत्र में सम्मिलित होगें। यदि किसी अभ्यर्थी के उक्त रोल नम्बरो में समय परिवर्तित अंकित कर दिया गया है तो वे केन्द्राधीक्षक अथवा जिला कलक्टे्रट कार्यालय के कन्ट्रोल रूम से सम्पर्क कर इसे सही करा सकते है। सभी परिक्षार्थियों को अपना प्रवेश पत्र साथ लाना अनिवार्य होगा। यदि किसी अभ्यर्थी को प्र्रवेश पत्र प्राप्त नही हुआ है तो वह नवीनतम पासपोर्ट साईज के दो फोटो एवं पॉच रूपये के पोस्टल आर्डर के साथ संबंधित परीक्षाकेन्द्राधीक्षक से सम्पर्क कर प्रवेश पत्र बनवा सकते है।
बैठक में उप पुलिस अधीक्षक सीपीशर्मा, तहसीलदार अमृतलाल डामोर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी जगदीश चन्द्र खण्डेलवाल, बालकृष्ण उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य नवनीत पालीवाल, लेखाधिकारी रामपाल लौहार, उप पंजीयक बीएसराजपुरोहित, राकेशपुरी गोस्वामी, अधिशाषी अभियंता आरकेमाण्डोत सहित विभिन्न विद्यालयों के केन्द्राधीक्षक एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बोहरा शनिवार को कलक्टे्रट सभागार में राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा सामान्य अध्यापक एवं संस्कृत अध्यापक ग्रेड तृतीय की आयोजित होने वाली परीक्षा के संबंध में तैयारियों पर केन्द्राधीक्षकों एवं पर्यवेक्षको को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि हर परीक्षा अपने आप में महत्वपूर्ण होती है। इसमें परीक्षा के पेपर वितरण के लिए खोलने से पूर्व तीन बार अच्छी तरह जांच परख कर खोले की यह पत्र सही सत्रवार खोला जा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नही होनी चाहिए। जिससे की परीक्षा प्रभावित हो।
उन्होने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग ने जिन्हे जहां सेन्टर आंवटित किया है वही निर्धारित परीक्षा केन्द्रो पर परीक्षा दे सकेगें इसमें बदलाव की कोई गुंजाईश नही है यह सारा कार्य राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा अभ्यर्थियों के भरे हुए आवेदन पत्रों के अनुसार आंवटित किए गए है। सभी पर्यवेक्षक अपने निर्धारित परीक्षा केन्द्रो पर बारीकी से समस्त गतिविधियों पर नजर रखे। परीक्षा व्यवस्था को सुव्यवस्थित संचालित करने के लिए फ्लाईनिंग स्पोर्ट गठित की है, जो केन्द्रो का आकस्मिक निरीक्षण करेगी।
उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि परीक्षा केन्द्रो पर जहां फर्निचर की कमी है तो वे सार्वजनिक निर्माण विभाग अथवा नगरपालिका के वाहन द्वारा अन्य विद्यालयों से परीक्षा के लिए फर्निचर उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेगें। परीक्षार्थियों के लघुशंका एवं पानी पीने के स्थान सुदर्शक स्थिति में स्थापित किए जाएगें। परीक्षा केन्द्र में किसी भी प्रकार की अवांछित सामग्री पाई जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होने कहा कि परीक्षा केन्द्रो पर नियुक्त परीक्षक उनके प्रवेश पत्रों से सही परीक्षार्थी की जांच कर ले।
बैठक में उपपखण्ड अधिकारी राजसमन्द एवं परीक्षा समन्वयक मगनलाल योगी ने परीक्षा तैयारियों एवं समस्त बरती जाने वाली सावधानियों पर जानकारी देते हुए उन्होने कहा कि आयोग द्वारा एक लाख से 6 लाख तक के रोल नम्बर वाले अभ्यर्थी प्रथम सत्र नो बजे से 11 बजे तक वाले सत्र में शामिल होगें तथा द्वितीय सत्र में संस्कृत अध्यापक 6 लाख एक से 6 लाख 60 हजार तक के रोल नम्बर वाले अभ्यर्थी दोपहर 2 बजे से सांय 4 बजे तक द्वितीय सत्र में सम्मिलित होगें। यदि किसी अभ्यर्थी के उक्त रोल नम्बरो में समय परिवर्तित अंकित कर दिया गया है तो वे केन्द्राधीक्षक अथवा जिला कलक्टे्रट कार्यालय के कन्ट्रोल रूम से सम्पर्क कर इसे सही करा सकते है। सभी परिक्षार्थियों को अपना प्रवेश पत्र साथ लाना अनिवार्य होगा। यदि किसी अभ्यर्थी को प्र्रवेश पत्र प्राप्त नही हुआ है तो वह नवीनतम पासपोर्ट साईज के दो फोटो एवं पॉच रूपये के पोस्टल आर्डर के साथ संबंधित परीक्षाकेन्द्राधीक्षक से सम्पर्क कर प्रवेश पत्र बनवा सकते है।
बैठक में उप पुलिस अधीक्षक सीपीशर्मा, तहसीलदार अमृतलाल डामोर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी जगदीश चन्द्र खण्डेलवाल, बालकृष्ण उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य नवनीत पालीवाल, लेखाधिकारी रामपाल लौहार, उप पंजीयक बीएसराजपुरोहित, राकेशपुरी गोस्वामी, अधिशाषी अभियंता आरकेमाण्डोत सहित विभिन्न विद्यालयों के केन्द्राधीक्षक एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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