राजसमन्द। भिक्षु बोधि स्थल राजसमन्द में बुधवार को मुनि सुरेश कुमार ने उत्तराध्ययन सम्यकत्व पराक्रम अध्ययन की पहली गाथा से चातुर्मास प्रवचन शुरू हुआ। मुनि सुरेश कुमार ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीनव की आखिरी मंजिल है मोक्ष। सम्यकत्व के बिना आस्ािा में गहराई नहीं आती, जब तक आस्था गहरी नहीं होती तब तक मुक्ति की राहे आसान नहीं होती। मुनि सम्बोध कुमार ने कहाकि दुनिया में खुशहाली उसे मिलती है जो खुद पर हुकुमत करना सिख लेता है। आदमी को खुद अपने तराजू से तोलना चाहिए, दूसराें के हाथों, खिलोना बन कर हम खुद अपने आपको नुकसान पहुंचाते हैं। प्रारंभ में मुनि विनयरूचि ने गीत प्रस्तुत किया।
ज्ञानशाला वार्षिक गोष्ठी आज : ज्ञानशाला में प्रशिक्षण दे रहे ज्ञानशाला प्रशिक्षकों की वार्षिक संगोष्ठी गुरूवार दोपहर दो बजे भिक्षु बोधि स्थल में मुनि सुरेश कुमार हरनावा के सान्निध्य में आयोजित होगी। यह जानकारी बोधि स्थल शिक्षा प्रभारी मंजू दक ने दी।
ज्ञानशाला वार्षिक गोष्ठी आज : ज्ञानशाला में प्रशिक्षण दे रहे ज्ञानशाला प्रशिक्षकों की वार्षिक संगोष्ठी गुरूवार दोपहर दो बजे भिक्षु बोधि स्थल में मुनि सुरेश कुमार हरनावा के सान्निध्य में आयोजित होगी। यह जानकारी बोधि स्थल शिक्षा प्रभारी मंजू दक ने दी।
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